अंगदान पर 250 शाखाओं ने जागरूकता रैली निकाल रचा इतिहास
1 min read31 अगस्त को अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन का पहल
सभी वर्गों की महिलाएं और कॉलेज की लड़कियों ने भी सहयोग दिया
बरगढ़। अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की पूरे राष्ट्र से 250 शाखाओं ने 31 अगस्त को एक साथ अंगदान पर जागरूकता के लिए रैली निकाल कर इतिहास रचा। ओड़िशा से प्रदेश अध्यक्षा गायत्री लाठ के निर्देशन में 49 शाखाओं ने रैली निकाली, जिसमें 2700 से अधिक बहने उपस्थिति थीं। समिति बहनों के साथ इस रैली में समाज की सभी वर्गों की महिलाओं और कॉलेज की लड़कियों ने भी इस नेक कार्य में सहयोग दिया। कटक इस रैली का केंद्र स्थल था।
वहां की रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती उषा किरण टिबड़ेवाल, राष्ट्रीय नेत्रदान-अंगदान प्रमुख श्रीमती संध्या अग्रवाल, प्रान्तीय अध्यक्ष श्रीमती गायत्री लाठ और प्रोजेक्ट को-चेयरमैन रितु मोड़ा और इंडियन बुक आॅफ रिकॉर्ड के एडज्युडिकेटर श्री विवेक राजा उपस्थित थे। राष्ट्रीय नेत्रदान अंगदान प्रमुख संध्या जी का इस प्रोजेक्ट में मुख्य योगदान रहा, साथ ही उत्कल प्रान्त की सभी पूर्व राष्ट्रीय एवं प्रान्तीय अध्यक्षाओं का भी भरपूर सहयोग रहा। अंगदान पर राष्ट्र की विभिन्न शाखाओं से महिलाओं की यह सबसे बड़ी रैली थी, जिसके लिए सम्मेलन का नाम इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ। रैली का उद्देश्य अंगदान के विषय में लोगों को जागरूक करना था। मस्तिष्क की मृत्यु के पश्चात हमारे अंगों द्वारा करीब 20 लोगों को जीवन मिल सकता है।
अब तक अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन ने नेत्रदान के प्रति लोगों को जागरूक किया और सफÞल भी हुए हैं। अंगदान पर जागरूकता के लिए एक साथ रैली निकाल कर अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन इस ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने में सफल हुआ है। साथ ही वे सरकार का भी इस और ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं कि ओडिशा में अंगदान और अंगदान प्रत्यारोपण की भी सुविधाएं हों। अंगदान के लिये सुविख्यात मोहन फाउंडेशन राष्ट्रीय स्तर पर अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन का नॉलेज पार्टनर बन गया है। अंगदान पर इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं की रैली निकाल कर आज सम्मेलन इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कर चुकी है। ये अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस उपलब्धि में समिति की हर बहन ने अपनी सशक्त भागीदारी दर्ज की। अंगुल, आताबिरा, बरगढ़, बालासोर, भुवनेश्वर, बरहमपुर, पूरी, भद्रक, कटक, कटक सी।डी।ए, कटक सृजन, खेतराजपुर, सम्बलपुर, बूढ़ाराजा, सम्बलपुर सृजन, झारसुगुड़ा, राजगांगपुर, राऊरकेला, सुंदरगढ़, बामरा, गढ़पोष, ब्रृजराजनगर, बलांगीर, बेहेरा, बड़बिल, बरपाली, भवानी पटना, लोईसिंगा, सैंतला, कांटाभांजी, जूनागढ़, पटनागढ़, धर्मगढ़, सोहेला, बेटनोति, करंजिया, क्योंझर, रायरंगपुर, बिसरा, रायगढ़ा, तुसरा, टिटलागढ़, बारीपदा, बीरमित्रपुर, खरियार रोड, नुआपाड़ा, बौद्ध, बंगोमुण्डा, तालचेर इन सभी 49 शाखाओं ने रैली निकाल कर 31 अगस्त को अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन का नाम इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रान्तीय अध्यक्ष ने सभी बहनों के इस जुनून, जोश और जीत के लिए अपनी कार्यकारिणी एवं प्रांत की नेत्रदान प्रमुख, प्रांतीय सचिव, सह सचिव एवं सभी शाखाओं की हर बहन को बधाइयां दी।