मैनपुर विकासखण्ड के विशेष जनजाति कमार आदिवासी ग्राम कुल्हाडीघाट में 35 वर्ष पहले EX PM राजीव गांधी- सोनिया पहुंची थी
1 min read20 अगस्त राजीव गांधी जंयती के अवसर पर श्रध्दाजंली अर्पित करने कुल्हाडीघाट पहुचेंगे बडी संख्या में कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता
राजीव गोद ग्राम कुल्हाडीघाट से लौटकर हमारें संवाददाता शेख हसन खान की रिर्पोट
- मैनपुर
आज से लगभग 35 वर्ष पूर्व 17 जुलाई 1985 को देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वः राजीव गांधी अपने धर्मपत्नी श्रीमती सोनिया गांधी के साथ मैनपुर विकासखण्ड के कुल्हाडीघाट कमार आदिवासी ग्राम पहुंच थे| उस वक्त राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे और कुल्हाडीघाट ग्राम में लगभग एक घंटे रूककर यहा के ग्रामीणो के घरो मे जाकर उनके यहा जंगली कंदमूल भोजन भी किया था और इस गाव को गोद लिया था कुल्हाडीघाट ग्राम के ग्रामीण आज भी उस एक एक जगह को बडे ही उत्सुकता के साथ दिखाते है जहा राजीव गांधी ने अपने कदम रखे थे राजीव गांधी के आने के बाद यह गांव देश दुनिया के नक्शे मे आ गया और इसं गांव की चर्चा हर जगह होने लगी राजीव गांधी के निधन के बाद इस कुल्हाडीघाट में राजीव जी की प्रतिमा लगाया गया है|
और हर वर्ष 20 अगस्त राजीव जयंती तथा 21 मई पुण्यतिथि को कांग्रेसियों व ग्रामवासियों द्वारा यहा श्रध्दाजंली सभा का आयोजन किया जाता है| समय समय पर राजीव जयंती एंव पुण्यतिथि पर कुल्हाडीघाट ग्राम में पूर्व मुख्यमंत्री स्वः अजीत जोगी,पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वः विद्याचरण शुक्ल, वर्तमान मुख्यमंत्री भुपेश बघेल, धनेन्द्र साहू, वन मंत्री मो.अकबर, माधवसिह धु्रव,अग्नि चन्द्राकर,स्वः संत कवि पवन दिवान,स्वः नंन्दकुमार पटेल, ओंकार शाह जैसे कांग्रेस के बडे नेता पहुचते रहे और राजीव गांधी को श्रध्दाजंली इस ग्राम में अर्पित करते रहे है|
आज हमारे संवाददाता शेख हसन खान ने तहसील मुख्यालय मैनपुर से 18 किलोमीटर दुर घने जंगल के बीच पहाडी के नीचे बसा विशेष पिछडी कमार जनजाति आदिवासी ग्राम कुल्हाडीघाट का जायजा लेने पहुचे कुल्हाडीघाट की जनसंख्या 1260 है| यहा विशेष पिछडी कमार आदिवासी निवास करते है जिनका एक अलग ही संस्कृति और सामाजिक रहन सहन है जंगल पर पुरी तरह आश्रित जंगल से पा्रप्त होने वाले कंद मूल फल फुल वनोपज के साथ बांस का बर्तन बनाकर उससे जीवकाउपर्जान करते है| और 15 साल बाद छत्तीसगढ में कांग्रेस सरकार बनने से यहा के कमार जनजातियो में खुशी देखी जा रही है, और प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद गांव में विकास के कार्यो ने रफ्तार भी पकडा है और गांव में लाखो रूपये के लागत से गौठान का निर्माण, व आवास निर्माण सहित पेयजल सिचाई के अनेक विकास कार्य हुए है और इन दिनों रोजगार गारंटी योजना के तहत गांव में भुमि सुधार अनेक कार्य चल रहे है जिसमें सैकडो मजदूरों को रोजगार मिल रहा है।
100 वर्षीय बल्दी बाई को मुख्यमंत्री भुपेश बघेल का है इंतजार
जब हमारे संवाददाता कुल्हाडीघाट पहुचे तो ग्रामीणो ने उस एक – एक स्थान को उत्साहपूर्वक दिखाया जहा राजीव गांधी ने अपने कदम रखे थे उन दिनो को याद कर कमार जनजाति के लोग आज भी बडा भावूक हो जाते है यहा निवास करने वाली कमार महिला बल्दी बाई जिसकी उम्र 100 वर्ष के आसपास है उन्होने अपने हाथो से राजीव गाधी को कंद मूल खिलाया था उन्होने अपने भाषा मे बताया राजीव गांधी उनके झोपडी मे पहुचकर जंगल से लाये हूए कंद मूल की सब्जी को खाया था हाल चाल पुछा था तब बडे अधिकारी और अफसर इस महिला की सुध लिया करते थे ,बल्दी बाई सहित ग्रामीणों को मुख्यमंत्री भुपेश बघेल का बेसब्री से इंतजार है।
राजीव गोद ग्राम कुल्हाडीघाट के आश्रित ग्रामों का हाल बेहाल नही है कोई सुविधाए
राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाडीघाट के आश्रित ग्राम जो पहाडी के उपर बसा हुआ है,जैसे ग्राम ताराझर, कुर्वापानी, भालूडिग्गी, मटाल आदि ग्रामों में आज भी मूलभूत सुविधाए नही है, और यहा के ग्रामीणों को आने जाने के लिए रास्ता व पेयजल जैसे बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसना पड रहा है।
कुल्हाडीघाट के साथ दुगली भी पहुचे थे राजीव चरोटा भाजी का स्वाद लिया था
लगभग 35-36 वर्ष पहले जब राजीव गांधी मैनपुर के कुल्हाडीघाट पहुचे थे इसी दिन कुल्हाडीघाट के बाद धमतरी जिले के ग्राम दुगली जो मैनपुर से 70 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है वहा भी पहुचे थे और विशेष आदिवासियों कमार जनजातियों की संस्कृति रहन सहन खान पान को बहुत नजदीक से देखा था दुगली ग्राम में आदिवासियों की झोपडी में जाकर जमीन में बैठकर भोजन किया और चरोटा भाजी का स्वाद लिया था,उनके साथ अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा, सांसद एंव संत कवि पवन दीवान, सिहावा विधानसभा के तत्कालीन विधायक अशोक सोम भी थे और खुली जीप में सवार होकर राजीव गांधी ने दुगली ग्राम का भ्रमण किया था स्कूल में पहुचकर बच्चों की शिक्षा दीक्षा को भी नजदीक से देखा था ।
कुल्हाडीघाट के ग्रामीणों ने बताया
- ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के सरपंच धनमोतिन सोरी ने बताया 36 साल पहले प्रधानमंत्री राजीव गांधी भारी बारिश के बावजूद हेलीकाप्टर से कुल्हाडीघाट आये थे और इस गांव को गोद लिया था राजीव गांधी के गोद लेने के बाद कुल्हाडीघाट तक पक्की सडक पुल पुलिया,पेयजल, व अनेक विकास कार्य इस गांव मे हूए है राजीव गांधी और सोनिया गांधी ने इस गांव के गलियो में पैदल घुमा था और कमार जनजातियो के समस्याओ को नजदीक से देखा था और कमार जनजातियो के विकास और उत्थान के लिए अनेक योजनाए संचालित किया था सरपंच ने बताया 6 वर्ष पहले सोनिया गांधी ने कुल्हाडीघाट को याद किया था और हम लोग दिल्ली जाकर उनसे मुलाकात किये थे।
2.. ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के सचिव प्रेमलाल धु्रव ने बताया इन दिनों मनरेगा योजना के तहत अनेक कार्य किए गए हैसाथ ही अनेक विकास कार्य यहा किए गए है और विकास कार्यो के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।