कोरोना से अब तक 509 की मृत्यु , 508 बिना वैक्सीनेशन के
1 min read- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
कोरोना वैक्सीन से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से शरीर स्वयं ही अपने भीतर कोरोना के खिलाफ एक रक्षा तंत्र विकसित कर लेता है I कोरोना की तीसरी लहर की आशंका में यह वैक्सीनेशन बचाव का आसान, सुलभ और सुरक्षित तरीका साबित होगा I
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने आम जन के मन में वैक्सीन को लेकर चल कई प्रकार की भ्रांतियों का निराकरण करते हुए बताया की वैक्सीन लगने के बाद किसी-किसी को हल्का बुखार या बदन में दर्द ,थकान , सर दर्द एक सामान्य बात है। इसमें घबराने की आवश्यकता नहीं है I इसके उपचार के लिए टीके लगवाने के साथ ही दवाई दी जाती है।
सीएमएचओ ने बताया कि कई लोग इस भ्रान्ति में हैं कि कोरोना वैक्सीन से स्त्री पुरुष में बाँझपन या नपुंसकता आती है जो पूरी तरह से गलत है। अभी तक जिले में कोई ऐसा मामला नहीं है। जिसमें वैक्सीन लगने के बाद किसी को इस प्रकार की कोई समस्या आई हो। जहाँ तक वैक्सीन के बाद मृत्यु हो जाने की बात है तो सी एम एच ओ ने इस पर बताया की अब तक जिले में कोरोना से 509 लोगों की मृत्यु हो चुकी है इनमें से 508 को भी वैक्सीन नहीं लगा था।
जिले में अब तक 1.94 लाख 45 वर्ष से अधिक और 30229 अठ्ठारह साल से अधिक आयु वर्ग को वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई जा चुकी है। अर्थात अब तक लगभग 2.25 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है और वह सभी स्वस्थ हैं उनको किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है । वैक्सीन लगने के 12 दिन बाद भाटापारा शहर में जो एक 54 वर्षीय व्यक्ति की मृत्यु की जानकारी सामने आई थी उस पर सी एम एच ओ ने कहा की मरीज पूर्व से ही शुगर और हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त था। ऐसे में समझा जा सकता है कि यह कोमारबिडीटी का प्रकरण था जिस कारण मृत्यु हुई ।
- डॉ खेमराज सोनवानी ने यह भी बताया की वर्तमान में गर्भवती महिला के अतिरिक्त सभी को वैक्सीन लगाई जा रही हैं जिनमें शिशुवती महिलाएं भी नए नियम के अनुसार अब सम्मिलित हो चुकी हैं जो पूर्व में नहीं थीं। वैक्सीनेशन से पूर्व केन्द्रों पर एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने आम जनता से यह अपील की है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है एवं कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सभी को समय पर वैक्सीन लगवा लेना चाहिए। इसके माध्यम से स्वयं के अतिरिक्त परिवार को भी सुरक्षा प्राप्त होगी एवं कोरोना के प्रसार को भी रोका जा सकेगा ।