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June 14, 2025

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स्कूटी सवारों को ट्रक ने 20-35 मीटर तक घसीटा, मौके पर महिला की मौत

  • अव्यवस्थित यातायात ट्रक चालक की गंभीर लापरवाही ने महिला को सुलाया मौत की नींद पुरूष गंभीर ?
  • शहर के बीच घटी ऐसी विभत्स घटना के लिए कौन जिम्मेदार ?
  • महासमुंद, शिखा दास

शहर की अव्यवस्थित यातायात व्यवस्था ने आज मुख्य चौक पर एक महिला की जान ले ली। वहीं एक पुरुष को अत्यंत गंभीर अवस्था में मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां वह जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा है।

प्रत्यक्षदर्शियोंं के अनुसार करीब एक बजे स्कूटी क्रमांक सीजी 04 सी वाय 1462 सवार अधेड़ महिला-पुरूष गांधी चौक से स्टेशन रोड तरफ जा रहे थे इसी बीच बागबाहरा से रायपुर की ओर जा रहे ट्रक क्रमांक सी जी 04 एन जी के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए स्कूटी सवार को कांग्रेस चौक पर अपनी चपेट में ले लिया, इतना ही नहीं, ट्रक चालक ने करीब 20-35 मीटर तक उन्हें घसीट दिया। घटना में महिला के शरीर के  एक तरफ नीचे का हिस्सा बुरी तरह से कुचल गया और उसका हिस्सा सड़क पर बिखर गया जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं पुरुष के शरीर के बाएं नीचे का हिस्सा भी कुचल गया। घटना के बाद घटना स्थल पहुंची 108 और पुलिस ने अति गंभीर रूप से घायल पुरुष को जिला अस्पताल भेजा जहाँ वह जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा है। पुलिस के  मृतका लालदाढ़ीपारा निवासी उमा राव और घायल पुरूष हरिशंकर कृष्ण राव हैं जो देवउठनी एकादशी पूजा के लिए खरीदारी करने बाजार गए थे।

  • आक्रोशित हुई भीड़

घटना के बाद कांग्रेस चौक पर भीड़ लग गई। लोगों में शहर की यातायात अव्यवस्था को लेकर आक्रोश देखा गया। लोगों का कहना था कि पिछले कई दिनों से  चौक का ट्रेफिक सिग्नल बंद है जिससे शहर के मुख्य चौक की यातायात व्यवस्था भगवान भरोसे हैं। घटना में महिला की मौत की जिम्मेदार यहां की अव्यवस्थित यातायात है। आएदिन सिग्नल बंद रहता है इस दौरान यहाँ व्यवस्था को संभालने वाले जवान केवल अपनी औपचारिकता पूरी करते हैं।

यह हाल केवल एक चौक का नहीं, शहर के हर चौक का है। एक साल पहले भी इसी चौक पर एक ट्रक ने बुजुर्ग महिला को अपनी चपेट में ले लिया था।

कुछ दिन तक यातायात व्यवस्था दुरुस्त दिखी बाद ‘ढांक के तीन पात’ वाली स्थिति देखने को मिली। लोगों ने कहा कि अनियंत्रित वाहनों पर लगाम लगाने विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता और न ही व्यवस्था सुधारने कोई उचित कदम उठाता है आज की दुर्घटना उसी की परिणति है।

  • लॉकडाउन के समय से ही बंद है नो एंट्री

बता दें कि शहर में सुबह-शाम भारी वाहनों के प्रवेश के लिए मनाही रहती है, लेकिन जिला मुख्यालय में लॉकडाउन के दौरान भारी वाहनों की नो-एंट्री बंद कर दी गई। तब से लेकर आज तक शहर की सीमा पर भारी वाहनों को बेरोक टोक आने दिया जा रहा है। बीते दिनों दशहरा से दीपावली तक का त्योहार बीत गया, इस समय  मुख्य मार्ग पर खरीददारी व अन्य कार्यों के लिए भारी भीड़ इक्क ट्ठा हुई बावजूद भी भारी वाहन बेधड़क शहर में आवाजाही करते रहे।

आज हुई सड़क दुर्घटना के बाद नगरवासियों में नो एंट्री को लेकर भी आक्रोश देखा गया और मांग की गई कि जल्द से जल्द शहर में सुबह-शाम निर्धरित समय पर भारी वाहनों का प्रवेश निषेध किया जाए।

  • हर साल बढ़ रहा मौत का आंकड़ा

शहर के अन्दर घटित घटना ने झकझोर कर रख दिया पूरे जिला को।