आखिर कब होगा बिजली की समस्या का समाधान, पूछ रहा है बिन्द्रानवागढ़ के लाखों जनता और किसान
- मैनपुर देवभोग क्षेत्र के ग्रामीणाें को बिजली के मामले में उनके हाल पर छोड़ा, 24 घंटे में 06 घंटे भी लगातार नहीं मिल पा रही है बिजली
- कोरोना संकट के दौर में बिजली के कहर से थर्रा उठे सैकड़ों ग्रामों के लाखों रहनवासी
- रात रातभर बिजली बंद हो जाने से नींद नहीं हो पा रही है पुरी, सेहत पर विपरित असर बीमार पड़ रहे हैं लोग
- रामकृष्ण ध्रुव गरियाबंद
मैनपुर – गरियाबंद जिले के बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर और देवभोग क्षेत्र के लगभग 365 ग्रामों के लाखों नागरिकों को पिछले दो माह से लो वोल्टेज और बिजली कटौती के चलते भारी परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना का रफ्तार एक तरफ तेजी से बढ रहा है तो दुसरी तरफ लगातार लो वोल्टेज और बिजली कटौती से क्षेत्र के लाखों रहनवासी थर्रा उठे हैं। 24 घंटे में लगातार 06 घंटा भी बिजली नसीब नहीं हो पा रही है। 24 घंटे के भीतर 20 से 25 बार लगातार बिजली की आंख मिचौली जारी है और तो और दिन को दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक और रात्रि में 10 से रात 1 बजे तक लगभग 6 घंटा लोड सेंडिग के नाम पर प्रतिदिन बिजली कटौती तो निर्धारित तो है ही लेकिन इसके बाद बावजूद 20 से 25 बार बिजली की आंख मिचौली बदस्तुर जारी है, रात रातभर बिजली बंद हो जाने से नागरिकों का नींद पुरा नहीं हो पा रहा है। और इसका सेहत पर विपरित असर देखने को मिल रहा है, दिनभर लेाग सुस्त नजर आते हैं और तो और अनेक तरह के शारीरिक परेशानी उत्पन्न हो रही है।
एक तरफ कोरोना का मार लोग सहन नही कर पा रहा है, दुसरी तरफ बिजली विभाग ने इस वर्ष ऐसा क्षेत्र की जनता को रूला रहा है कि लोगों को सन् 1990 की याद आ रही है, आज से तीन दशक पहले क्षेत्र में ऐसी बिजली बंद हुआ करता था, जब यह क्षेत्र घनें जंगलो से घिरा हुआ था। एक तरफ तो पुरे छत्तीसगढ़ प्रदेश को सर प्लस बिजली वाला राज्य कहा जाता है। ठीक इसके विपरित गरियांबद जिले के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मैनपुर और देवभोग क्षेत्र के लोगो को दिन रात मिलाकर 06 घंटा बिजली लगातार नसीब नहीं हो रही है, जो राज्य सरकार के सर प्लस बिजली वाला राज्य कहने के दावे का पोल खोलकर रख दिया हैं।
गर्मी में पंखा, कूलर,एसी, फ्रिज नहीं चल पा रहे हैं
धीरे धीरे गर्मी का सीजन लग गया है, अब बगैर पंखा कूलर के रात में नींद नही आती लेकिन क्षेत्र में लगातार बिजली कटौती के चलते पंखा, कूलर,ऐसी,फ्रिज नही चल पा रहे है, आलम यह है कि लो वोल्टेज इतना कम है कि कुछ घंटे के लिए बिजली आ भी जाए तो पंखा और कूलर तक नही चल पा रहा है। लोग गर्मी में बेचैन हो गये है,बिजली की समस्या के समाधान के लिए क्षेत्र की जनता ने धरना प्रदर्शन तक कर चुके है, लेकिन समस्या समाधान के बजाए और बढ़ गया है।कई बार क्षेत्र के लोगो ने मामले की शिकायत जिला के अधिकारियों से कर चुके है। हर बार सिर्फ समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया जाता है लेकिन बिजली के मामले में ग्रामीणाें को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है बेहताशा विद्युत कटौती से इस भीषण गर्मी में लोग उबल रहे है। सूर्य की किरण तेज दिखाने लगी है गर्मी में लेागो को आराम नहीं मिल पा रहा है। पसीने से तर बतर लोग बेचैन हो जा रहे हैं और दिनरात सिर्फ कोसते नजर आते है।
फसल सुखा कई किसानों ने खेतों में छोड़ दिये मवेशी
मैनपुर क्षेत्र में सिंचाई का कोई साधन नहीं है। किसान शासन से कर्ज लेकर खेतो में टयूबवेल खनन करवाकर ग्रीष्म कालीन फसल के रूप में धान और मक्का के साथ सब्जी, गेेंहू की फसल ले रहे हैं, लेकिन इस वर्ष जब किसान धान की रोपाई कर चुके है, उसके बाद बिजली के लगातार लो वोल्टेज और कहर के कारण कई किसानों ने अपने खेतो पर मवेशी छोड दिये है मवेशी को फसल चरा दिया ग्राम गौरघाट के किसान सोनसाय ध्रुव, गुंजेश कपील जिडार ने अपने कई एकड खेतो को मवेशियों के हवाले कर दिया कई किसान अभी जो फसल ले रहे हैं। उनका खेतो में फसलों की स्थिति बेहद ही खराब है।
पेयजल संकट बढ़ी, नहीं चल पा रहे हैं मोटर पम्प
लो वोल्टेज और लगातार बिजली कटौती के चलते ग्राम पंचायतो में नल जल योजना पुरी तरह प्रभावित हो गया है। टयूबवेल नही चल पाने के कारण पानी टंकी में पानी नही भर पा रहा है,श और और गांव में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है और तो और घरो में भी जो टयूबवेल लगाये गये है वह भी लो वोल्टेज के कारण नहीं चल पा रहा है। सुबह से रात तक नगर व क्षेत्र में महिलाआें को पीने के पानी के लिए जददो जेहाद करते देखा जा सकता है, तो वही बिजली आधारित व्यवसाय पुरी तरह प्रभावित हो गया है।
चिमनी और लालटेन की रौशनी में रात को पढ़ाई करने छात्र मजबूर
बिजली कटौती और लो वोल्टेज के कारण सबसे ज्यादा परेशान आम जनता किसान के साथ छात्र छात्राआें को भी उठाना पड़ रहा है। वार्षिक परीक्षाए नजदीक आ रही है, और इस आधुनिक युग में बच्चो को रात में पढाई करने के लिए लालटेन और चिमनी का सहारा लेना पड़ रहा है। पसीने से तर बतर बच्चें पढ़ाई करने मजबूर हो रहे हैं।
आखिर कब होगा बिजली की समस्या का समाधान, पुछ रहा है बिन्द्रानवागढ के लाखो जनता और किसान
ग्राम पंचायत मैनपुर के सरपंच बलदेव राज ठाकुर, जिनेन्द्र कुमार नेगी, दुलिया बाई ध्रुव, खेलन दीवान, डिगेश्वरी साण्डे, हरचन्द्र ध्रुव, दुलेश्वरी नागेश, धनमोतिन सोरी, अंजुलता नागेश, कमला बाई नागेश, सहदेव साण्डे, रमुला बाई मरकाम, बेलमती मांझी, रजमन नेताम, धनमती ओटी, रामप्रसाद नेताम, तुकाराम पाथर, केशोराम सेारी, सु्र्र्रप्रो मांझी, वरूण कुमार सोरी, सोना मांझी, भारती मांझी, रूपादी मांझी, निलेन्द्री ध्रुर्वा, कामसिंह ध्रुर्वा, रामस्वरूप मरकाम, घनश्याम नागेश, भुजबल नागेश सहित पुरे बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों, किसानों, सरपंचों पंचायत प्रतिनिधियों, और छात्र छात्राआें सहित लाखों जनता छत्तीसगढ सरकार से पुछ रहा है आखिर कब होगा बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र में बिजली समस्या का समाधान ।
बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र मेें बिजली कटौती कर भेदभाव किया जा रहा है : पुजारी
बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक डमरूधर पुजारी ने कहा कि जब छत्तीसगढ सर प्लस बिजली वाला राज्य है और दो साल पहले नया बिजली के तार लगाने के लिए विधानसभा मे आवाज बुलंद कर चुके हैऔर तो और नया बिजली तार लगाने के साथ ही बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए जिले के आला अफसरों को भी मांग किया जा चुका है। इसके बावजूद लगातार बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र में बिजली कटौती कर क्षेत्र की जनता के साथ कांग्रेस सरकार भेदभाव कर रही है। श्री पुजारी ने कहा कि आज मैनपुर देवभोग विकासखण्ड क्षेत्र के लाखों लोगो को चार घंटा बिजली नसीब नहीं हो रहा है, जबकि लाखों करोडों की राजस्व विभाग को प्राप्त हो रहा है, फिर क्यों मेंटनेेंश नही करते । लगातार बिजली कटौती लो वोल्टेज से बिन्द्रानवागढ की जनता परेशान हो गई है, और कभी भी बिजली समस्या को लेकर आंदोलन किया जा सकता है जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी ।
डमरूधर पुजारी विधायक बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र