Recent Posts

January 12, 2025

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

भनपुरी में पौने 2 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध लकड़ी बरामद

  • जब्त लकड़ियों में करीब सवा करोड़ रुपए मूल्य की रक्त चंदन लकड़ी है

रायपुर। वन विभाग ने हाल के वर्षों में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर के भनपुरी से पौने दो करोड़ रुपए से अधिक की अवैध लकड़ी बरामद की है। वन विभाग की यह कार्रवाई 3 जनवरी से शुरू हुई जो बेहद खामोशी के साथ 6 जनवरी तक चलती रही। वन विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें पिछले कई सालों में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। खास बात ये है कि जब्त लकड़ियों में करीब सवा करोड़ रुपए मूल्य की रक्त चंदन लकड़ी है, और छत्तीसगढ़ में इसका व्यापार प्रतिबंधित है।

बताया गया है कि यह कार्रवाई वनमंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर रायपुर परिक्षेत्र वनमंडल द्वारा की गई है। सूत्रों के अनुसार इस संबंध में मुखबिर से सूचना मिली थी। सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने उमिया मार्केट भनपुरी में मूनलाइट कैंपस पर निगरानी शुरू की थी। साक्ष्य जुटाने के लिए वन विभाग के लोगों ने कैमरे लगाकर अंदर की स्थिति की फोटोग्राफी भी की थी।

3 जनवरी की शाम वहां छापा मारा गया। बताया गया है, जिस जगह लकड़ी रखी गई थी, वह कैम्पस संजय गुप्ता का है। उन्होंने एग्रीमेंट कर ओडिशा बरगढ़ निवासी संजय छापड़िया को किराए पर दी थी, लेकिन इस बार में वन मंडलाधिकारी से स्वीकृति नहीं ली गई थी। 3 तारीख को छापा मारे जाने के बाद शाम होने के कारण कार्रवाई नहीं की गई। अगले दिन 4 जनवरी को सुबह पंचनामा तैयार किया गया। संजय गुप्ता व संजय छापड़िया की अनुपस्थिति में गोदाम तोड़कर कार्रवाई की गई।

इसके बाद 4 से 6 जनवरी के बीच 32 ट्रिप जब्तशुदा लकड़ी का परिवहन बरोंड़ा डिपो के लिए किया गया है। इस डिपो में अभी भी लकड़ी की माप का काम किया जा रहा है।

सवा करोड़ की रक्त चंदन व अन्य लकड़ियां बरामद

वन विभाग के सूत्रों के अनुसार गोदाम से सवा करोड़ रुपए की रक्त चंदन लकड़ी पकड़ी गई है। यह लकड़ी मुख्य रुप से आंध्र प्रदेश में पाई जाती है। इसके व्यापार का छत्तीसगढ़ में कोई नियम नहीं है। कंवेशन आन इंटर नेशल ट्रेड इन डेंजर स्पेसीज आई वाइल्ड फाउना एवं फलोरा के एपेन्डीक्स 2 में दर्ज होने के कारण इसका व्यापार प्रतिबंधित है। आंध्र प्रदेश फारेस्ट एमेन्डमेंट एक्ट 2016 के अनुसार कोई निजी व्यक्ति 20 किलो से ज्यादा स्टॉक करता है तो संबंधित वन मंडलाधिकरी को अवगत कराएगा। ऐसा नहीं करने पर उस लकड़ी को शासकीय संपत्ति माना जाए। मौके से फर्जी हेमर भी जब्त किए जाने की जानकारी मिली है। बरामद लकड़ी में से पापड़ा 3 लाख की,खैर 15 लाख, साल 25 लाख,तेंदू 1 लाख, शीशम 1 लाख रूपए सहित कुल 1 करोड़ 77 लाख की लड़की बरामद की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *