MP MODI- नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की घोषणा
1 min readमोदी बोले- भारत कोरोना की तीन वैक्सीन बना रहा
देश को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग चेन का हिस्सा बनाने की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आत्मनिर्भर भारत की अपनी परिकल्पना को विश्व-कल्याण से जोड़ते हुए ‘मेक इन इंडिया के साथ ‘ मेक फार वर्ल्ड का नया नारा दिया जिसमें देश को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग चेन के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभारने का संकल्प है। श्री मोदी ने कहा कि देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है. ये है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन. नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा. इसके तहत सभी देशवासियों को हेल्थ आईडी दी जाएगी.
हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक हेल्थ में समाहित होगी.
मोदी ने आर्थिक नीतियों में सुधार, कारोबार की सुगमता और अर्थव्यवस्था आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए 110 लाख करोड़ रुपए की बुनियादी ढांचा परियोजना पाइपलाइन (एनआईपी) विकसित करने जैसे सरकार की पहल का जिक्र करते हुए कहा कि भारत आत्मनिर्भर बनने के लिए आज जरूरी आत्म विश्वास से भरा हुआ है।
मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां आज भारत की तरफ देख रही हैं। सरकार के सुधारों के परिणाम दिख रहे हैं और पिछले साल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कंपनियों ने कोराना संकट के दौरान भी भारत में भारी पूंजी निवेश किया है।
प्रधानमंत्री ने अपने 86 मिनट के लंबे भाषण में कोरोना वैक्सीन से लेकर नई साइबर सुरक्षा नीति और पड़ोसियों के साथ मजबूत रिश्तों को लेकर भारत के नजरिए को दुनिया के सामने रखा। इस दौरान उन्होंने डिजिटल हो रहे भारत के साथ वोकल फॉर लोकल की वकालत की। सबसे खास बात ये हैं कि पीएम मोदी का साल 2015 में भी 86 मिनट का ही राष्ट्र के नाम संबोधन था।