बच्चों को घर में तैयार भोजन कराना चाहिए – डाक्टर निषू
1 min readराउरकेला । मारवाड़ी महिला मंच राउरकेला ने “एक शाम बच्चों के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत डा. निषू जी शिशु रोग विशेषज्ञ जिन्हें लीवर संबंधित रोगों में विशेषज्ञता हासिल है। जो नई दिल्ली स्थित Institute Of Liver & Biliary Surgery में कार्यरत है। मंच ने सर्वप्रथम बुके देकर डाक्टर निषू जी का स्वागत किया गया। ततपश्चात उनसे शिशु संबंधित पोषण से जुड़ी नित्य धारणाओं पर मंच की बहनों के साथ गहन चर्चा का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
डाक्टर निषू जी ने मुख्यत: बताया कि सभी माताओं को अपना ही दुध शिशु को पिलाना चाहिए। जो शिशु के लिए अमृत तुल्य होता है। बच्चों का ग्रोथ चार्ट बनना जरुरी है। यह डाक्टर से जरुर बनवाना चाहिए। बच्चों के ऊंचाई एवं वजन लेकर डॉ. तय करते हैं कि बच्चे का ग्रोथ ऊपर की ओर जा रहा है या नीचे। अगर ग्रोथ एक लेवल पर है तो बच्चा स्वास्थ्य है कहा जा सकता है। शिशु के 6 माह से 2 वर्ष तक समय काफी महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि तब बच्चे कुछ खाना आरम्भ करते हैं। बच्चों को घर में तैयार भोजन कराना चाहिए बाहर के एवं रेडी फुड से जितना बचें उतना अच्छा है यह एक डॉक्टर की सलाह रहती है। बच्चों को कभी भी टेलीविजन या मोबाइल चला कर खाना नहीं खिलाना चाहिए। इससे उन्हें जो भी खिलाओगे वह खा लेगा। क्योंकि देखते हुए स्वाद का आभास बच्चों को बिलकुल नहीं होता। यह उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। उपस्थित बहनों ने डाक्टर से कई प्रश्न बच्चों से संबंधित खान पान रहन सहन के बारे में पूछा सबों को बड़े विस्तार और सुन्दर ढंग से बताया। अंत में डाक्टर साहिबा को मंच ने सम्मानित किया। मंच हमेंशा जागरूकता कार्यक्रम कराती रही है। पर यह विशेष इसलिए है कि बच्चों अर्थात् भारत के भविष्य को कैसे स्वास्थ्य सुदृढ़ एवं सक्षम बनाया जाय, इस विषय पर जागरूकता अभियान चलाया गया।