Recent Posts

November 19, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

बिलासपुर जिलाधीश कार्यालय में कोरोना की एंट्री, कार्यालय को बंद …

1 min read

बिलासपुर अब पूरी तरह कोरोना के शिकंजे में आ गया है। एक तरफ लगातार मामले बढ़ रहे हैं तो वहीं सरकारी कार्यालयों को सील करना पड़ रहा है। बुधवार को बिलासपुर कलेक्टर में कार्यरत कार्यालय अधीक्षक समेत दो कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव साबित होने के बाद आनन-फानन में कलेक्ट्रेट को घबराए कर्मचारियों ने एसडीएम से मुलाकात की और मांग किया कि कलेक्ट्रेट को सैनिटाइज किया जाए। तब तक कलेक्ट्रेट के सभी कार्यालय को बंद रखने की बात कही गई है ।

इससे पहले शहर के कई थाने, निगम जोन कार्यालय आरटीओ भवन भी सील हो चुके हैं लेकिन कलेक्ट्रेट मुख्यालय के दफ्तर भी अब बंद होने की कगार पर है। पता चला कि नगर निगम विकास भवन के थर्ड फ्लोर में भी एक महिला कर्मचारी संक्रमित पाई गई है, जिसके बाद थर्ड फ्लोर को सील कर दिया गया है। वहीं जिला अस्पताल के भी थर्ड फ्लोर पर कुछ मरीजों के संक्रमित पाए जाने की खबर के बाद इस क्षेत्र को भी आइसोलेट करने की तैयारी चल रही है। 
बिलासपुर जिला औऱ मातृ शिशु अस्पताल के 6 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाये गए है, जिसके बाद यहां के कई कार्यालय को 10 सितंबर तक के लिए सील कर दिया गया है।

मातृ शिशु अस्पताल फिलहाल थर्ड फ्लोर में संचालित है। यहीं पर एनएचएम और एमआरडी कार्यालय भी मौजूद है। इसी के साथ यहां डॉ मधुलिका सिंह का कार्यालय भी मौजूद है । साथ ही नवजात आईसीयू और नवजात एवं प्रसूता को यही रखने की व्यवस्था है। जिस कारण से यहां हड़कंप की स्थिति है। आपको बता दें कि जिला अस्पताल के पुराने भवन में ही कोविड अस्पताल संचालित है ।

अब इसी के साथ सटे मातृ शिशु अस्पताल तक भी संक्रमण पहुंच गया है। जब अस्पताल ही संक्रमित होने लगे तो फिर आम आदमी का इलाज कहां और कैसे हो, यह संकट गहराने लगा है । धीरे धीरे बिलासपुर में स्थिति और कठिन होती जा रही है। जिस कलेक्ट्रेट, निगम कार्यालय से सारी गतिविधियां संचालित हो रही हो और जिस अस्पताल में इलाज चल रहा हो, जब वे ही संक्रमण की चपेट में आ गए हैं तो फिर स्थिति की भयावहता को समझा जा सकता है।

बिलासपुर से प्रकाश झा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *