सीआरपीएफ के जवानों ने जल संरक्षण के लिए ली शपथ
खरियार रोड। सीआरपीएफ की 216 बटालियन के जवानों ने जल संरक्षण हेतु एक स्वर में शपथ पाठ किया। सभी ने एक स्वर में जीवन मे जल के महत्वता को समझने व समझाने की कसमें खाई। निकटस्थ ग्राम सिल्दा स्थित सीआरपीएफ की 216 बटालियन के मुख्य कार्यालय में जल संरक्षण पर एक समारोह का आयोजन किया गया। कमांडेंट राजेश वत्स की अध्यक्षता में हुए सादे समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिला के पंचायती राज पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के वरिष्ठ यंत्री विभूति प्रसाद पंडा एवं सम्मानित अतिथि के रूप में जिला पंचायत अधिकारी विवेकानंद महानन्द उपस्थित थे।
अपने संक्षिप्त उद्बोधन में श्री पंडा ने कहा कि वतर्मान में यदि जल को सहेजने का कार्य न किया गया तो आने वाली पीढ़ी पीने के पानी की बूंद बूंद को तरश जाएगी। भु जल का गिरता स्तर चिंता का विषय बना हुआ है। भूगर्भ से निकाला हुआ पानी हो या बारिष पानी सभी को पुन: भूगर्भ में पहुचाने की आवश्यकता आन पड़ी है। किसानों को खेती के लिए खेतो के बीच तालाब बना कर जल संग्रह करना होगा वही आम आदमी को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग में लाने वाले जल के व्यर्थ उपयोग पर रोक लगानी होगी। विवेकानंद महानन्द ने कहा कि पृथ्वी का 70 प्रतिशत भाग जलमग्न है इसके बावजूद मात्र ढाई प्रतिशत पानी पीने के योग्य है। उन्होंने कई अन्य देशों के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि वहा पर की स्थिति बगैर पानी के क्या हो गई है। पानी से शिक्षा, स्वास्थ एवं सुरक्षा तीनों प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि इस विषय के महत्व को समझते हुए मोदी सरकार हाल ही में जल शक्ति मंत्रालय का निर्माण किया है। एवं देश के 255 जिलों के 1592 कस्बो को प्राथमिकता के रूप में लिया ही जहाँ पेयजल संकट गहरा गया है। इस गंभीर विषय को लेकर पूरे देश मे जागरूकता पखवाड़ा चलाया जा रहा है। पहले पखवाड़े का आरम्भ 1 जुलाई से हो चुका है जो 15 सितंबर तक जारी रहेगा। दूसरे पखवाडा 1 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की शुरुवात स्वयं से की जानी चाहिए। समारोह के अध्यक्ष कमांडेंट राजेश वत्स ने रोजमर्रा के जीवन मे पानी की बचत के महत्व को बताते हुए उपस्थित जवान, अधिकारी सहित अन्य सभी लोगो को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। कमांडेंट श्री वत्स के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही समारोह का समापन हुआ। समारोह में कमांडेंट के अलावा सेकेंड इन कमांडेंट श्रीमती उषा सिंग, नरेंद्र सिंग, बी बिक्रम कुमार, एमटीओ एस ए ए नकवी, डॉ श्रीनिवास लू रेड्डी एन, एसएम संदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।