समस्याओं के मूल तक जा उसे जड़ से खत्म करने नवाचार संस्कृति करें विकसित
1 min readआरएसपी के सीई दीपक चट्टराज ने कंपनी के अधिारिकयों को संदेश दे फूंकी ऊर्जा
राउरकेला। हमें नवाचार की संस्कृति विकसित करनी है। समस्याओं के मूल कारण तक जाकर उसकी जड़ को खत्म करना होगा। यह परामर्श राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के मुख्य कायर्पालक अधिकारी (सीईओ) दीपक चटटराज ने कंपनी के अधिकारियों को दिया है। गोपबंध आॅडिटोरियम में संयंत्र के कामकाज के विभिन्न पहलुओं से अधिकारियों के एक बड़े समूह से सीधे संवाद उद्देश्य को लेकर सीईओ चटटराज की एचआर पहल विशेषत। उद्यम के लागत, लाभप्रदता और चल निधि विषयक तीसरे सत्र में मुख्य कायर्पालक अधिकारी चटटराज ने उत्पादन लागत कम करने के उपलब्ध पर्याप्त अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। ताकि बाजार में आयी मंदी द्वारा सृजित चुनौतियां दूर की जा सकें। कमर्चारियों को संबंधित क्षेत्र में आत्म निरीक्षण करने, आक्रामक और प्रभावी लागत प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने के लिए इंगित करते हुए सीईओ ने भूमिका स्पष्टता और प्रक्रिया सुधार पर जोर दिया।
उन्होंने पर्यावरण, सुरक्षा, बिजली की खपत और वितरण, ऊर्जा और जल प्रबंधन, अपव्यय उन्मूलन, रखरखाव प्रथाओं, इंवेंट्री अनुकूलन, टाउनशिप प्रबंधन आदि जैसे विषयों पर चर्चा करने समेत इन सभी कार्यप्रणाली के प्रत्येक पहलू प्लांट के वित्तीय स्थिति के संबंध में जानकारी दी। बाजार में डाउन टर्न के बारे में बात करते हुए सीईओ चट्टराज ने कहा कि हर आपदा विनाश का एक निशान छोड़ती है। जो लोग बेहतर तरीके से तैयार होते हैं वे बच जाते हैं और बचे हुए लोग जल्द ही किसी अन्य संभावित आपदा का सामना करने की तैयारी शुरू कर देते हैं। हम बाजार में आए कई उतार-चढ़ाव से बच निकले हैं। अगर हम पूरे परिप्रेक्ष्य को देखें और अपने हिसाब-किताब को सीधा रखें तो मौजूदा परिस्थिति भी बिना अधिक नुकसान पहुंचाए टल जायेगी। सीईओ ने उपलब्धियों और संभावनाओं के संबंध में प्रत्येक विभाग के कास्ट लीडर्स से भी बातचीत की। साथ ही न्यू प्लेट मिल के तीन सदस्यीय टीम को सीआइआइ पूर्वी क्षेत्र की 19 वीं राष्ट्रीय सुपरवाइजरी कौशल प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार हासिल करने के लिए सम्मानित किया। उन्होंने सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों के लिए आरएसपी द्वारा प्राप्त आइएसओ 45001: 2018 ओएचएसएमएस प्रमाणन का भी अनावरण किया। इस मौके पर कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) राज वीर सिंह, कायर्पालक निदेशक (वर्क्स) गौतम बनर्जी और कायर्पालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) डीके महापात्र समेत हर विभाग से चयनित कॉस्ट लीडर्स भी मौजूद थे। महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) आरआर षाडंगी ने स्वागत भाषण एवं उप महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) बसंत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सहायक प्रबंधक (वित्त एवं लेखा) हरीश अग्रवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया।