16 वर्षो से किराये के भवन में संचालित हो रहा है जिला सहकारी केन्द्रीय बैक मैनपुर
1 min read- तहसील मुख्यालय मैनपुर में सन् 1973 -74 में खोली गई है बैंक की शाखा 189 ग्रामों के 12940 किसान खाता धारक है इस बैंक में
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर में सबसे पुरानी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक 16 साल से किराए के भवन में संचालित हो रहा है. मैनपुर में सन् 1973 -74 में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोली गई थी. उस समय कुछ ही खातेधार किसान थे. समय के साथ बैंक की उपयोगिता को देखते हुए तथा बैंक द्वारा किसानों को खेती के कार्य के लिए अनेक सुविधाओं से वाकिफ होने के बाद इस बैकं में धीरे धीरे किसान ग्राहको की संख्या में वृध्दि हुई और वर्तमान में 12 हजार 09 सौ चालीस खाताधारी इस बैंक से जुडे हुए है और हमेंशा लेनदेन करते है.
मैनपुर विकासखण्ड के 74 ग्राम पंचायतो के 189 ग्रामोें के खाता धारक और लगभग 100 किलोमीटर दुर से इस बैंक में किसान व ग्रामीण लेनेदेन करने पहुचते है, जिसमें अंतिम छोर लगभग 100 किलोमीटर दुर ग्राम तेतलखुंटी, बजाडी, मुचबहाल, ढोढर्रा, खजूरपदर, गुरजीभाटां, झरगांव, धारनीधोडा, साल्हेभाठा, बुरजाबहाल, सिंहार लटी, खोखमा, फरसरा, डुमाघाट, बुढगेलटप्पा, साहेबिनकछार, इदागांव, कोयबा, कुचेंगा, भुतबेडा, गोना, कोकडी, गरहाडीह, गौरगांव, अडगडी, शोभा, अमाड, तौरेंगा , बोईरगांव,मैनपुरकला, तुहामेटा, कुल्हाडीघाट, जाडापदर, मैनपुरखूर्द, देहारगुडा, गोपालपुर, हरदीभाठा, भाठीगढ, गोहरापदर, मदागंमुडा, सरईपानी, गुढियारी, उसरीजोर, घुमरापदर, चिखली, खरीपत्थरा, दाबरीगुडा, बिरीघाट, मुडगेलमाल, कुहीमाल, मुडागांव, अमलीपदर, कोदोभाठा, भैसमुडी, सरनाबहाल, धनोरा, गोलामाल, छैलडोगरी, चलनापदर, केकराजोर, कांण्डेकेला, भेजीपदर, नवापारा, सरगीगुडा, मटिया, उरमाल, छोटेगोबरा, दबनई, संगडा, डेडूपदर सहित 189 गांवो के हजारो किसानों खाता धारकों को धान ब्रिकी के पैसा, बोनस राशि, कृषि संबधित लोन, तेदुपत्ता श्रमिक भुगतान, निराश्रित पेंशन, कृषि लोन, सहित सभी प्रकार के लेनेदन के लिए रोजाना इस बैंक में आना जाना होता है.
ज्ञात हो कि सबसे ज्यादा खाता धारी होने के कारण अधिकांश समय में इस बैंक में लेनेदेन करने वालो की भीड़ रहती है और नेशनल हाईवे के किनारे किराये के भवन में संचालित हो रहे बैंक में कोई सुविधा नही होने के कारण दुर दुर से आए किसानों को सायकल बाईक कार, को सडक किनारे खडा करना पडता है जिससे हमेंशा दुर्घटना की अंदेशा बनी रहती है।
बैंक के पास है स्वंय की जमीन जंहा नया भवन निर्माण की आवश्यकता
तहसील मुख्यालय मैनपुर में सन् 1973 -74 में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के शाखा खोलने के बाद बैंक के लिए भवन का निर्माण किया गया था लेकिन वहा भवन बेहद जर्जर होने के कारण किराए के भवन में पिछले 16 वर्षो से बैंक का संचालन किया जा रहा है. जब कि बैंक के पास पुराने भवन और आसपास पर्याप्त सरकारी जमीन है, जिसमें नया भवन निर्माण किया जा सकता है और आलिसान बैंक भवन निर्माण कर किसानों को सुविधा दी जा सकती है।
किसान संघर्ष समिति ने नया भवन निर्माण के लिए शासन को भेजा प्रस्ताव
किराए के भवन में सचालित हो रहे बैंक में असुविधा व जगह की कमी को देखते हुए किसान संघर्ष समिति व आदिम जाति सेवा सहकारी समिति द्वारा पूर्व में कई बार बैंक के सरकारी जमीन पर नया भवन निर्माण के लिए शासन स्तर पर प्रस्ताव भेजा जा चुका है. लेकिन इस महत्वपूर्ण मांग के तरफ ध्यान न देना समझ से परे है ।
मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में एक मात्र बैंक 100 किलोमीटर से पहुचते है हजारों किसान
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक को किसानों का बैंक कहा जाता है. और, किसानों का लेने देने इस बैंक के माध्यम से होता है, पुरे विकासखण्ड क्षेत्र मेें एक मात्र जिला सहकारी बैंक तहसील मुख्यालय मैनपुर में जंहा 100 किलोमीटर दुर से किसान हजारों की संख्या में खासकर बोनस राशि, धान का समर्थन मूल्य व कृषि ऋण के लिए पहुचते है तो भारी दिक्कतों का सामना किसानों के साथ बैंक के कर्मचारियों को भी उठानी पडती है।
तीन माह के भीतर गोहरापदर में बैंक का एक नया शाखा खुलने का उम्मीद
मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्रफल की दृष्टि से काफी लंबा चैडा है और लंबे वर्षो से जिला सहकारी बैंक की एक शाखा गोहरापदर या अमलीपदर क्षेत्र में खोले जाने की मांग उस क्षेत्र के लगभग 40 पंचायत के किसानों द्वारा किया जा रहा है. विभागीय सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर से 60 किलोमीटर दुर ग्राम गोहरापदर में तीन माह के भीतर इस बैंक के एक शाखा खोले जाने की तैयारी विभाग द्वारा किया जा चुका है. भवन व आदि व्यवस्थाए पूर्ण की जा चुकी है. जल्द ही गोहरापदर क्षेत्र में बैंक की शाखा खुल जाने से उस क्षेत्र के हजारों किसानों को लाभ मिलेगा ।
क्या कहते है शाखा प्रबंधक
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के शाखा प्रबधंक एस.एस. सोम ने बताया मैनपुर ब्लाॅक मुख्यालय में ही एक बैंक होने से लगभग 189 गांव के हजारों किसानों को यह लेन देन करना पडता है. जल्द ही बैंक का एक शाखा गोहरापदर क्षेत्र में खोला जाऐगा साथ ही मैनपुर में नया भवन निर्माण के लिए कई बार प्रस्ताव संयोजक मंडल को दिया जा चुका है ।