Recent Posts

October 18, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

आपदा… रिपोर्ट तैयार करते समय जनप्रतिनिधियों का भी मत लें

Don't even take public representatives

बलांगीर। बलांगीर डीआरडीए सम्मेलन कक्ष में जिला परिषद की बैठक हुई। जिला परिषद अध्यक्षा भारती महानंद की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के प्रारंभ में जिलाधीश अरिंदम डाकुआ, नवनिर्वाचित विधायक एवं सांसद का स्वागत किया गया। बैठक में टिटिलागढ़ विधायक तथा मिशन शक्ति, महिला एवं शिशु कल्याण मंत्री टुकुनी साहू, बलांगीर विधायक नरसिंह मिश्र, कांटाबांजी विधायक संतोष सिंह सलूजा, लोइसिंहा विधायक डॉ। मुकेश महाली, पाटनागढ़ विधायक सरोज मेहेर, जिला परिषद उपाध्यक्ष पांडव साहू, सभी जिला परिषद सदस्य, ब्लॉक के अध्यक्ष एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे। इस मौके पर मुख्यत: बलांगीर जिला में पिछले दिनों आयी बाढ़ के नुकसान का आकलन कर सरकार को सही रिपोर्ट प्रदान करने का प्रस्ताव दिया गया।

Don't even take public representatives

सभी अधिकारी अपनी विभाग की नुकसान का रिपोर्ट तैयार करते समय स्थानीय जन प्रतिनिधियों का भी मत लेने के लिए अध्यक्षा श्रीमती महानंद ने निर्देश दिया है। इसी प्रकार बाढ़ के कारण किसानों को हुए नुकसान का सही आकलन करने को कहा गया। कांटाबांजी विधायक संतोष सिंह सलूजा ने कांटाबांजी सहित जिला के विभिन्न अंचल नकली खाद की बिक्री होने के विषय पर ध्यान आकर्षण कर इसकी जांच करने की मांग की। इसी प्रकार जिला परिषद सदस्य सत्यनारायण भोई एवं विप्र बिसी ने आदिवासी हॉस्टेल निर्माण कार्य में हो रही अनियमितता एवं हॉस्टेलों की अव्यवस्था के विषय पर अवगत कराया। लोइसिंहा कस्तुरबा आवासीय विद्यालय के संचालन में हुई त्रुटि के विषय पर चर्चा की गई। इस पर जिलाधीश ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला मंगल अधिकारी को तुरंत इसकी जांच कर समस्याओं का समाधान करने के लिए निर्देश दिया। कुछ पंचायत समिति सड़क को टिटिलागढ़ आरडी डिवीजन का सड़क बताकर रिपोर्ट दिए जाने पर मुरीबाहाल ब्लॉक अध्यक्ष हंसराज जैन ने इसका विरोध किया था। देवगां ब्लॉक अध्यक्षा रीना मेहेर ने बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए ग्रामांचल पेयजल आपूर्त्ति परियोजना का तुरंत मरम्मत करने की मांग की। बैठक में राशन कार्ड, पूर्त्त, ग्रामीण विकास, कृषि, सहकारिता विभाग के विषय पर चर्चा की गई थी। अंत में डीआरडीए परियोजना निदेशक डॉ। महेश्वर स्वार्इं ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *