बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नवाचारी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था करें सुनिश्चित- कलेक्टर
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- शैक्षणिक गुणवत्ता बेहतर करने हेतु साप्ताहिक एवं मासिक टेस्ट प्रारंभ करने के दिए निर्देश
गरियाबंद । कलेक्टर आकाश छिकारा ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने जिले के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नवाचारी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए जिले में बेहतर शैक्षणिक वातावरण तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सभी विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता एवं बच्चों की संख्या की जानकारी लेते हुए स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, स्कूलों की सतत मॉनिटरिंग और छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, शिक्षकों को निर्धारित समयावधि में उपस्थित रहकर शैक्षणिक कार्य तथा स्कूली बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश, छात्रवृत्ति व सायकल वितरण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रत्येक साप्ताहिक व मासिक टेस्ट परीक्षा प्रारंभ कर निर्धारित समय पर करने तथा बोलेगा बचपन अभियान के तहत भाषण, वाद-विवाद व निबंध लेखन जैसे गतिविधियों को शाला, संकुल व ब्लाक तथा जिला स्तर पर प्रतियोगिता अगस्त माह में पूर्ण करने कहा। कलेक्टर श्री छिकारा ने कहा कि जिले में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाए। इसके लिए जिले के विभिन्न शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था कराई गई है। ऐसे स्कूलों में समय-समय पर जाकर जरूर निरीक्षण करे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के लगातार कार्य किया जा रहा है। स्मार्ट क्लास के माध्यम से बच्चों के सीखने की प्रवृत्ति का विकास होता है। इसके लिए सामुदायिक सहभागिता एवं शिक्षकों की टीम द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत जिले के शाला भवन मरम्मत नवीनीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य के साथ अतिरिक्त कक्ष निर्माण कराया जा रहा है, जिसे लगातार मॉनिटरिंग करते रहे और इस कार्य को समयावधि में पूर्ण कराये। इस दौरान कलेक्टर ने बैठक में अधिकारियों से भी जमीनी स्तर पर बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए किए जा रहे कार्यों और उनकी समस्याओं की जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश भी दिए।