आज भी पात्र हितग्राही आवास निर्माण के लिए दर दर भटक रहा है
- कई बार आवेदन देने के बावजूद गरीब बृजलाल सोनवानी को नही मिला प्रधानमंत्री आवास का लाभ, मौत के साये में रात गुजारने मजबूर परिवार
- सर्वे सूचि में त्रुटि का खामयजा भुगत रहे है कई गरीब परिवार
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
मैनपुर – एक तरफ केन्द्र व प्रदेश सरकार हर गरीब परिवार को पक्का घर देने का वायदा हर मंच से करती है, लेकिन सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना में तकनीकी .त्रुटियों के चलते कई पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। ऐसा एक नही सैकडो मामले मैनपुर आदिवासी विकासखण्ड क्षेत्र में देखने को मिलता है। जब आवास निर्माण के लिए सर्वे किया गया, तो इसमें जो इसके वास्तविक हकदार है।
ऐेसे सैकड़ों हितग्राही का नाम सर्वे सूचि में नही आने के कारण उन्हे आवास योजना का लाभ अब तक नहीं मिला और ऐसे गरीब परिवार बेहद जर्जर झोपडी नुमा आवासो में दुर्घटनाओं के साये में जीवन यापन करने मजबूर हो रहे हैं।
और तो और जब भी कोई मंत्री विधायक, सांसद या उच्च अधिकारियों का क्षेत्र में दौरा होता है तो उन्हे आवास योजना में तहत मकान निर्माण के लिए आवेदन देते देते थक गए हैं। आवेदन देने के बाद आवेदन को कार्यवाही के लिए पंचायत और जनपद कार्यालय में भेजा जाता है जहां से यह जानकारी दिया जाता है कि पूर्व सर्वे सूचि में इनका नाम नही है। इसलिए इन्हे आवास योजना का लाभ नही मिल रहा है जबकि पूर्व में किए गए सर्वे को दोबारा किए जाने की जरूरत है, जिससे वास्तविक गरीब परिवारों को इसका लाभ मिल सकते ।
ऐसा ही एक मामला तहसील मुख्यालय ग्राम पंचायत मैनपुर खूर्द का है। ग्राम पंचायत मैनपुर में लगभग 20 वर्षो तक पंच पद पर रहे गरीब बृजलाल सोनवानी को आज तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नही मिल पाया जब कि इस बृजलाल सोनवानी के पास मात्र एक कमरे का झेापडी है और वह भी बारिश के पानी में एक तरफ पुरी तरह ढह चुका है। बृजलाल सोनवानी के परिवार में उनके पत्नी और तीन बच्चे कुल पांच सदस्य है और एक कमरे के भीतर कैसे पांच सदस्य गुजारा करते होंगे। यह अपने आप में सोचने के लिए मजबूर करता है। झोपड़ी के उपर छत पुरी तरह जर्जर हो गया है, कवेलू सड गया है। टुट टुटकर गिरने लगी है, और घर के भीतर दिवार ढह गया है। बारिश का पानी जंहा छत से झरने की तरह घर के अंदर गिरता है तो वही बाहर नाली का पानी घर के भीतर घुस जाता है। बारिश होने पर यह परिवार पुरी रात नही सो पाता, जान हथेली में रखकर रतजगा करते है और हर पल एक अनजाना सा डर बना रहता है। झोपड़ी कब टुटकर गिर जाए और गंभीर दुर्घटना घट जाए कहा नही जा सकता। इस सबंध में बृजलाल सोनवानी ने बताया वे अनुसूचित जाति से बावजूद इसके उन्हे कोई लाभ नहीं मिल रहा है उनके पास खेती किसानी कुछ नही है, और वह ग्राम पंचायत मैनपुर खूर्द में 20 साल तक पंच पद पर रहे हैं। शायद पंच पद पर रहने के कारण उन्हे सरकार के महत्वपूर्ण योजना इंदिरा आवास, और प्रधानमंत्री आवास का लाभ नही मिल पाया बृजलाल सोनवानी ने बताया एक कमरे छोटे से झोपडी में पांच सदस्य रहते है।
कई बार ग्राम पंचायत , जनपद पंचायत मैनपुर जिले के अधिकारियों और सांसद विधायक मंत्री तक को आवेदन देकर आवास निर्माण की मांग कर चुके है, लेकिन उन्हे अब तक प्रधानमंत्री आवास का लाभ नही मिल पाया,प्रधानमंत्री आवास का लाभ पाने के लिए कर्मचारियो और अधिकारियों के साथ कार्यलय का कई चक्कर लगा चुके है, लेकिन अब तक उन्हे आवास नही मिला। उन्होने बताया बारिश के दिनो में उनके घर कर सर्वे कर उन्हे आवास योजना का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया गया था।
बृजलाल सोनवानी गरियाबंद के नया कलेक्टर से आवास के लिए लगाया फरियाद
गरीब बृजलाल सोनवानी के परिवार ने गरियाबंद जिला के नया कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर को आज बुधवार को एक बार फिर पत्र लिखकर मांग किया है कि कलेक्टर महोदय हम गरीबों के घरो में आकर देखे हम कैसे जिंदगी जी रहे है। और उन्होने गरियाबंद जिला के कलेक्टर से मांग किया है उन्हे प्रधानमंत्री आवास दिलाया जाय।