एक्सक्लूसिव: जनपद पंचायत मैनपुर के 129 शिक्षाकर्मियों की नौकरी पर फिर लटकी तलवार
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- बैठक में जनपद सदस्यो ने कहा बर्खास्त किए गए 82 शिक्षाकर्मियों को वापस लिया जाये या फिर 129 शिक्षाकर्मियों को तत्काल बर्खास्त किया जाये
मैनपुर। गरियाबंद जिले के जनपद पंचायत मैनपुर द्वारा 2005-07 के बीच की गई शिक्षकर्मियों की भर्ती में फर्जीवाड़ा के खुलासा के बाद 82 शिक्षाकर्मियों को फरवरी 2015 में बर्खास्त किया जा चुका है और जाॅच के बाद 129 शिक्षाकर्मियो को लगातार हटाने की मांग को लेकर क्षेत्र में कई बार विभिन्न संगठनो द्वारा समय -समय पर धरना प्रदर्शन भी किया जा चुका है। मैनपुर के चर्चित शिक्षाकर्मी भर्ती फर्जीवाड़े मामले में अब जल्द कुछ कार्यवाही होने के संकेत मिल रहे है क्योकि जनपद पंचायत मैनपुर को फर्जी प्रमाण पत्रो के जरिए नौकरी पाने वाले 129 शिक्षाकर्मियों को बर्खास्त करने की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये हैं। एक सप्ताह पूर्व जनपद पंचायत मैनपुर में बैठक आयोजित किया गया था लेकिन जनपद पंचायत के अध्यक्ष की अनुपस्थिति तथा जनपद के सीईओ के राजिम मेला में लगाये गये ड्यूटी के अनुपस्थिति के कारण यह मामला एक बार फिर टल गया था।
मिली जानकारी के अनुसार आज बुधवार को जनपद पंचायत मैनपुर के जनपद उपाध्यक्ष श्रीमति नंदकुमारी राजपूत के नेतृत्व में ग्राम तेतलखुटी में 19 जनपद सदस्यो की बैठक आयोजित किया गया जिसमें सभी जनपद सदस्यो ने यह निर्णय लिया है कि जनपद पंचायत मैनपुर अंतर्गत शिक्षाकर्मी नियुक्ति में जाॅच के बाद बर्खास्त किये गये 82 शिक्षाकर्मियों को तत्काल वापस लिया जाये या फिर जाॅच होने के बावजूद 129 शिक्षाकर्मी जो संदेह के दायरे में है और जाॅच के बाद फर्जी प्रमाण पत्र पाये गये है। उन्हे तत्काल बर्खास्त किया जाये और इस मामले को लेकर आगामी 10 दिनों के भीतर जनपद पंचायत मैनपुर में सामान्य प्रशासन व सामान्य सभा की बैठक आयोजित कर प्रस्ताव अनुमोदन कर बर्खास्तगी की कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया है। बकायदा बैठक के बाद जनपद सदस्यो द्वारा वीडियो जारी कर इसकी जानकारी दी गई है। जनपद उपाध्यक्ष श्रीमति नंदकुमारी राजपूत, जनपद सदस्य केदार डोंगरे, भूमिलता यादव व अन्य जनपद सदस्यो ने बयान जारी कर कहा कि आज 01 फरवरी को जनपद सदस्यो की बैठक आयोजित किया गया जिसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया है कि जनपद पंचायत मैनपुर के माध्यम से नियुक्त किये गये 82 शिक्षाकर्मियों को जो बर्खास्त किया गया है उसे तत्काल बहल किया जाये नहीं तो ऐसे शिक्षाकर्मी जिनके प्रमाण पत्र जाॅच के बाद फर्जी पाये गये हैं।
और अभी भी नौकरी कर रहे है 129 शिक्षाकर्मियों के खिलाफ तत्काल बर्खास्तगी की कार्यवाही किया जाये। जनपद सदस्यो की बैठक में उपाध्यक्ष श्रीमति नंदकुमारी राजपूत, जनपद सभापति निर्भय ठाकुर, पुनितराम सिन्हा, घनश्याम मरकाम, डाकेश्वर नेगी, केदार डोंगरे, अरूण सिन्हा, दीपक मंडावी, पलकराम, सरस्वती नेताम, भूमिलता यादव, इंद्राबाई नेताम, लक्ष्मी पटेल, बेदमती कपील, नीलाबाई कमलेश, नवीना, ललिता यादव आदि जनपद सदस्य उपस्थित थे।
फर्जी शिक्षाकर्मी की जीन फिर निकला बोतल से बाहर
जनपद पंचायत मैनपुर के माध्यम से वर्ष 2005-07 में किये गये शिक्षाकर्मी भर्ती में सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार यह जानकर लोग आश्चर्यचकित रहे जायेंगे कि दिव्यांग, एनसीसी, स्काउट और खेलकूद के साथ ही अनुभव प्रमाण पत्र तक जाॅच में फर्जी निकले है और इस मामले में 82 शिक्षाकर्मियो को एकसाथ बड़ी कार्यवाही करते हुए बर्खास्त किया जा चुका है तब से लेकर अब तक बाकी बचे फर्जी शिक्षाकर्मियों को भी बर्खास्त करने की मांग समय -समय पर उठता रहा है और तो और जुलाई 2019 में जिला पंचायत गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 129 शिक्षाकर्मियों को जाॅच के उपरांत फर्जी प्रमाण पत्र बताते हुए स्थानीय समिति को बुलाकर मैनपुर जनपद पंचायत को कार्यवाही करने का निर्देश दिया था इसके बाद से यह मामला अधर में लटका हुआ है और यह मामला उस गरमाने के बाद जनपद पंचायत द्वारा मानवीय आधार पर उक्त शिक्षाकर्मियो को बर्खास्त नही करने की बात कही गई थी फिर एक बार गेंद जनपद पंचायत के ही पाले मे है और इस बार इस मामले में जनपद पंचायत के सदस्यो में काफी तलखी देखने को मिल रही है और इस बार 129 शिक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के मुंड में दिखाई दे रहे है हालंकि जानकारो का कहना है फर्जी शिक्षाकर्मी जनपद पंचायत मैनपुर का मामला कोई नई नही है बोतल के भीतर बंद शिक्षाकर्मी का जीन अचानक निकल पड़ता है खुब माहौल गर्म होता है हल्ला होता है और फिर मामला शांत हो जाता है। बहरहाल जो भी हो एक बार फिर जनपद पंचायत मैनपुर में फर्जी शिक्षाकर्मी मामला गरमा गया है।