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December 23, 2024

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बाघ नदी में बाढ़, 30 घंटा से फंसे है गौरगांव क्षेत्र में जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम व कई आदिवासी नेता

  • गौरगांव क्षेत्र में मुसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर आदिवासी सम्मलेन में शामिल होने पहुचे नेता अब तक नदी के उस पार फंसे हुए है
  • रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर

तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 40 किलोमीटर दुर दुरस्थ वनांचल गौरगांव में रविवार को विशाल आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया गया था| इस कार्यक्रम में शामिल होने जिला पंचायत कृषि सभापति लोकेश्वरी नेताम सहित कई आदिवासी नेता कल रविवार सुबह गौरगांव पहुचे थे, कार्यक्रम के दौरान से जो मुसलाधार बारिश शुरू हुआ| वह बारिश आज भी जारी है, साथ ही यह क्षेत्र ओडिसा सीमा से लगा होने के कारण ओडिसा में भी भारी बारिश के कारण मैनपुर क्षेत्र के गौरगांव बाघ नदी, गरहानदी पुरे उफान पर है| और कल रविवार दोपहर से दोनो नदी में भारी बाढ के चलते इस क्षेत्र के दर्जन भर से ज्यादा ग्रामों का सम्पर्क तहसील मुख्यालय मैनपुर सहित क्षेत्र से पुरी तरह कट गया है|

आदिवासी सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होने पहुचे जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति लोकेश्वरी नेताम सहित दर्जन भर से ज्यादा आदिवासी समाज के नेता गौरगांव क्षेत्र में फंसे हुए है| और पिछले 30 घंटे से भी ज्यादा समय से बाघ नदी में भारी उफान के चलते पुरा आना जाना बंद हो गया है|जिला पंचायत गरियाबंद के कृषि सभापति लोकेश्वरी नेताम ने हरिभूमि को बताया कि रविवार को गौरगांव में ठाकुर जोहरानी आदिवासी सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था|

इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुचे थे, लेकिन वापसी के दौरान बाघ नदी में भारी उफान के चलते लोग न तो पैदल पार कर पा रहे है न ही कोई वाहन आना जाना कर पा रहा है, जिसके चलते पिछले 30 घंटे से भी ज्यादा समय से इस क्षेत्र के दर्जनों ग्रामों में आना जाना पुरी तरह अवरूध्द हो गया है।

राजापडाव से गौरगांव तक 1480.36 लाख की लागत से सडक का निर्माण पर पुल पुलिया नही बन पाया – लोकेश्वरी नेताम

राजापडाव गौरगांव क्षेत्र के हजारो ग्रामीणों के द्वारा कई बार धरना प्रदर्शन, आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना के तहत दो वर्ष पहले 1480.36 लाख रूपये की लागत से 22 किलोमीटर पक्की सडक का निर्माण किया गया है लेकिन इस सडक में अडगडी, शोभा, कोकडी, गरहानदी और बाघ नदी में पुल पुलिया का निर्माण नही करने से करोडो रूपये के सडक निर्माण का कोई औचित्य नजर नही आता|जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति लोकेश्वरी नेताम ने आरोप लगाते हुए कहा क्षेत्र की हजारों जनता के आंदोलन के बाद शासन ने 22 किलोमीटर सडक तो निर्माण किया लेकिन पुल पुलिया का निर्माण नही करने से बारिश के पुरा चार माह इस क्षेत्र के लगभग 70 ग्रामों पाराटोला के लोगो को मुख्यालय से कटना पड जाता है, इस क्षेत्र के गांव टापू में तब्दील हो गए है| उन्होने बताया इतना बुरा स्थिति है कि ओडिसा में बारिश होने से इस क्षेत्र के नदी नाले उफान पर आ जाते है| और इस गंभीर समस्या की ओर न तो प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना विभाग द्वारा ध्यान दिया जा रहा है और न ही शासन प्रशासन द्वारा जिसके चलते क्षेत्र के हजारों आदिवासियों बेहद परेशानियो का सामना करना पड रहा है| श्रीमती नेताम ने कहा इस मार्ग में पुल पुलिया निर्माण के लिए अब उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होंगी ।

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