बीहड जंगल चौकसील के पहाड़ी में बारिश के लिए क्षेत्र के झांकर पुजारी, बैगा व वरिष्ठ ग्रामीण तीन दिनाें से कर रहे हैं अनवरत पूजा अर्चना
- मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में बारिश नहीं होने से खेती किसानी कार्य पिछडा, खेतो में आई बड़ी बड़ी दरारें
- कांसा की फुल फुलने से किसानों में अकाल की आंशका को लेकर तरह तरह की चर्चा, रोज उठती है काले बादल पर बगैर बरसे ही लौट जाती है
मैनपुर – आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में फिर एक बार किसान अकाल को लेकर आशिंकत नजर आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से बारिश नही होने के कारण एक बार फिर खेती किसानी का कार्य पिछड गया है। प्रतिदिन सुबह से काले बादल आसमान में छाती है, लेकिन बगैर बरसे ही, वापस लौट जा रही है और तो और खेतो में कांसे का फुल निकल आया है ग्रामीण क्षेत्रों के बुजूर्ग लोगो का मानना है जिस वर्ष सावन में कांसे का फुल निकल जाता है उस वर्ष बारिश कम होती है जिसकी कारण आकाल की आंशका को लेकर किसान भयभीत नजर आ रहे है, और तो और गांव गांव बारिश की कामना को लेकर किसानों के द्वारा पुजा पाठ का दौर प्रारंभ कर दिया गया हेै। सावन माह के शुरूआत में तीन दिन हल्की बारिश हुई उसके बाद एकाएक बारिश बंद हो गया, जिसके कारण किसान बेहद परेशान है और तो और मैनपुर उदंती अभ्यारण्य के बीहड पहाडी प्रमुख देव स्थल चौकसील पहाडी के उपर पिछले तीन दिनाें से क्षेत्र के झांकर, पुजारी, बैगा और वरिष्ठ नागरिक पहुचकर बारिश की कामना को लेकर अनवरत पुजा अर्चना कर रहे हैं।
आज हमारे मैनपुर संवाददाता ने मैनपुर विकासखण्ड के भेजीपदर, केकराजोर, कांण्डेकेला, चलनापदर, छैलडोंगरी, धनोरा, सरनाबाहल, कोदोभाठा, अमलीपदर, कुहीमाल, सरगीगुडा, मुडेगलमाल, बिरीघाट, दाबरीगुडा, खरीपतथरा, चिखली, जाडापदर, जिडार, चलकीपारा, तुहामेंटा, बुढार, कुल्हाडीघाट, गिरहोला, दबनई,देहारगुडा, गोपालपुर, कोदोभाठ क्षेत्र के लगभग दर्जनों ग्रामो में पहुंचकर जंहा खेतो का जायजा लिया वही किसानों से चर्चा भी किया क्षेत्र के किसान धनसिंह नेगी, टीकम नागवंशी, गंगाराम जगत, रायसिंह ध्रुव, सोनसाय ध्रुव, नकछेडा राम, चन्द्रसेन नेताम, रोहन मरकाम, जगतराम नागेश, चन्नुराम मरकाम, देवेश सोरी, खोगेश्वर नेताम, भुवेश्वर नेताम, रामसिंह मरकाम, हेमसिंह नेताम, पदमलाल सिंह, जन्मजय नेताम, मोहर लाल, रामेश्वर नेताम, सोमनाथ मरकाम, शंकर लाल नेताम, चिंता नेताम, दौलत नेताम, भुषण एंव टेकराम मरकाम तथा नाथुराम ने हरिभूमि को बताया कि क्षेत्र में खेती किसानी का कार्य लगभग 20 दिन पिछड़ गया है।
अभी तक कई किसानों ने रोपाई का कार्य प्रांरभ नहीं किया है और जो किसान पहले ही बारिश के साथ रोपाई और बोआई कर चुके थे, अब खेतो में पानी के अभाव के चलते बडे बडे दरारे आ गई है धान की फसल पीले पडकर धुप में मुरझाने लगे है, किसान बेहद चितित और परेशान नजर आ रहे है, किसानों ने आगे बताया कि क्षेत्र के कई किसानों ने अपने खेतो में रोपाई के लिए थरहा तैयार कर चुके है, लेकिन बारिश नही होने के कारण खेत सुखे पडे है, और रोपाई का कार्य नही कर पा रहे है,जबकि थरहा तैयार हो चुका है, किसानों को सिर्फ बारिश का इंतजार है, कि कब अच्छा बारिश हो और किसान खेती किसानी का कार्य तेज गति से प्रारंभ करे।
चौकसील पहाड़ी में माता के दरबार में तीन दिनाें से बारिश के लिए पूजा अर्चना
क्षेत्र के उदंती अभ्यारण्य के घने जंगल पहाडी के उपर पवित्र धार्मिक स्थल चौकसील में पिछले तीन दिनों से लगभग एक दर्जन ग्राम के झांकर, पुजारी, बैगा, सिरहा व वरिष्ठ नागरिक पहुचकर बारिश की कामना को लेकर खुले आसमान के नीचे पुजा अर्चना कर रहे है, और देवी देवताओं से मन्नत मांग रहे है साथ ही देवी देवताओं की शवारी निकाली जा रही है, इस दौरान किसान विकास संघर्ष समिति के संरक्षक टीकम सिंह नांगवशी, अध्यक्ष अर्जुन सिंह नायक, जनपद सदस्य दीपक मंडावी, सरपंच साहेबिनकछार कैलाश नेताम, रूपेन्द्र सोम, मधु ओंटी, बैजनाथ नेताम, करणनाथ, भोलाराम नेताम, रायधर मरकाम, रघुनाथ मांझी, मेघनाथ, सुखीराम, चैनसिंह, बुधराम, भजन, प्रेमसिह पवन तीरथनाथ सहित बडी संख्या में क्षेत्र के किसान माता के दरबार में पुजा अर्चना कर अच्छी बारिश की कामना कर रहे है, ग्रामीणाें का मानना है माता के दरबार में पुजा अर्चना करने से अच्छी बारिश होती है।