भारतीय वायुसेना के सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी सहित 13 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत
1 min read- प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित देशभर के नेताओं और फिल्मी हस्तियों ने शोक जताकर श्रद्धांजलि दी
नयी दिल्ली। लोकसभा के दिवंगत अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी से लेकर आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी सहित कई वीआईपी की पिछले कुछ दशक में देश में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी है। वहीं बुधवार को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की तमिलनाडु में कुन्नूर के नजदीक एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई। 2 लोगों की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो पाई है। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी, पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अफसरों और सहयोगियों के साथ मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत की पुष्टि की है। हादसे में वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की ही जान बची है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। तमिलनाडु के नीलगिरी की पहाड़ियों में स्थित पश्चिमी घाट के गांव में चाय बागानों में काम करने वाले मजदूर उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब उन्होंने जंगलों में जोरदार धमाके की आवाज के साथ ही आग की लपटों को उठते देखा। बुधवार को दोपहर के समय भी वहां धुंध छायी हुयी थी। हालांकि न तो कोई मजदूर न ही उनके परिवार के सदस्य कुछ समझ पाए कि वहां क्या हो रहा है और कुछ स्थानीय लोग दुर्घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे, जहां भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और हेलीकॉप्टर में सवार 11 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई।
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की दुर्घटना में अंतिम बार 22 नवंबर 1963 को मृत्यु हुई थी।
लेफ्टिनेंट जनरल दौलत ंिसह, एयर वाईस मार्शल ई. डब्ल्यू. ंिपटो, लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम ंिसह, मेजर जनरल के. एन. डी. नानावती, ब्रिगेडियर एस. आर. ओबेरॉय और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस. एस. सोढ़ी की जम्मू क्षेत्र के पुंछ जिले में चेतक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से मृत्यु हो गई थी। रावत जब लेफ्टिनेंट जनरल थे तो दो फरवरी 2015 को नगालैंड के दीमापुर जिले में रंगापहाड़ के पास चीता हेलीकॉप्टर उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में कई नेता मारे जा चुके हैं। आंध्रप्रदेश के कुर्नूल से 49 मील दूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में रेड्डी और चार अन्य लोगों की दो सितंबर 2009 को मृत्यु हो गई थी। आंध्रप्रदेश के कृष्णा जिले में तीन मार्च 2002 को बालयोगी की एक निजी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और चार अन्य की 30 अप्रैल 2011 को राज्य के पश्चिम कामेंग जिले में उस वक्त हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई जब वे तवांग से ईटानगर जा रहे थे। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 31 मार्च 2005 को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हरियाणा के कृषि मंत्री और ऊर्जा मंत्री ओ. पी जिंदल की मृत्यु हो गई थी। मेघालय के ग्रामीण विकास मंत्री और नौ अन्य की 22 सितंबर 2004 को राज्य की राजधानी से महज 20 किलोमीटर दूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। अरूणाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री डेरा नाटुंग की आठ मई 2001 को खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। अरूणाचल प्रदेश में ही 14 नवंबर 1997 को रक्षा राज्यमंत्री एन. वी. एन. सोमू की भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से मृत्यु हुई थी।