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October 18, 2024

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मैनपुर के दूरस्थ वनंचल के ग्रामों में जल जीवन मिशन हाल बेहाल, सुध लेने वाला कोई नहीं

  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • ग्राम झोलाराव सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पेयजल बुनियादी सुविधाओ के लिए आजादी के 75 वर्षों बाद भी तरस रहा 

मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 38 किलोमीटर दुर ओडिसा सीमा से लगा मैनपुर ब्लाॅक के ग्राम झोलाराव आदिवासी बाहुल्य ग्राम है और यह इस क्षेत्र के अंतिम ग्राम के साथ यहा से ओडिसा के सीमा प्रारंभ होती है। आज आजादी के 75 वर्षों बाद भी यहा गांव मूलभूत बुनियादी सुविधाओ के लिए तरस रहा है। ग्राम पंचायत गौरगांव के आश्रित ग्राम झोलाराव की जनसंख्या महज 214 के आसपास है और इस गांव से ओडिसा के प्रथम गांव नजर भी आता है।  यह ग्राम के ग्रामीणो को बिजली, सड़क जैसे सुविधाओं के लिए महरूम होना पड रहा है। जंगल, पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले निवासियों की हालत जस के तस बनी हुई है। आजादी के बाद से आज तक मूलभूत आवश्यक सुविधाओं से भी वंचित हो रहे हैं। सुविधाओं के बिना जीवन अंधकारमय हो गया है।

मैनपुर से गौरगांव तक पक्की सड़क का निर्माण किया गया है। गौरगांव से लगभग 08 किलोमीटर दुर में झोलाराव ग्राम बसा है इस गांव तक पहुचने के लिए अब तक पक्की सडक का निर्माण नहीं किया गया है। नदी नालो में पुल पुलिया के अभाव में बारिश के दिनो में यह गांव टापू में तब्दील हो जाता है। और राशन लेने के लिए ग्रामीणो को पैदल मिलो दुरी तय करना पड़ता है और तो और स्वास्थ्य सुविधा के लिए ओडिसा प्रदेश जाना पडता है। सड़क में कीचड़ और दलदल के कारण बारिश के दिनों में 108 सजीवनी एक्सपे्रस, महतारी एक्सप्रेस भी नहीं पहुच पाता।

लाखों के नल जल योजना का नहीं मिल पा रहा है लाभ

दुरस्थ वनांचल होने के कारण यहा छत्तीसगढ शासन द्वारा ग्रामीणों को शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लाखों रूपये की लागत से जल जीवन मिशन योजना के तहत सोलर लाईट से चलने वाला नल जल योजना एक वर्ष पहले लगाया गया है लेकिन यह योजना पुरी तरह फ्लाप साबित हुआ है। ज़हां पर सोलर पम्प लगाया गया है वही का एक नल से पानी निकलता है और पुरे गांव में बिछाये गये पाईपलाईन और नल के टोटियों में अब पानी नही निकल कई बार ग्रामीण इसकी शिकायत संबधित विभाग के अधिकारियों से कर चुके हैं। हर बार स्थानीय विभागीय अधिकारियों द्वारा गलत जानकारी उच्च अधिकारियों को भेजा जाता है जबकि सच्चाई यह है कि गांव में लाखों रूपये के लागत से इस योजना का लाभ नही मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है जब योजना का लाभ नही मिल रहा है तो संबधित विभाग के जिम्मेदारी अधिकारी और संबधित ठेकेदार से इसकी पैसा शासन को वूसली करना चाहिए। गांव में आज तक बिजली नहीं लगा है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव पक्की सड़क, पेयजल सुविधा, बिजली, स्वास्थ्य,शिक्षा कि अति आवश्यकता है कई बार मांग कर थक चुके हैं। ग्रामीणों ने आगे कहा कि नल जल योजना से पानी नहीं मिल रहा है और ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस गांव से ओडिसा के प्रथम गांव दिखाई देता है। ज़हां पक्की सड़क है, बिजली है, लेकिन हमारे क्षेत्र में यह सुविधा अब तक नहीं मिला है।