महाराज अग्रसेन ने आदर्श जीवन और कर्म से मानव समाज को महानता का जीवन-पथ दिखलाया
1 min readनिकाली भव्य शोभायात्रा, प्रतिभाशाली व्यक्तियों का किया गया सम्मान
बलांगीर। महाराजा अग्रसेन ऐसे कर्मयोगी लोकनायक हैं जिन्होंने बाल्यकाल से ही, संघर्षों से जूझते हुए अपने आदर्श जीवन एवं कर्म से सकल मानव समाज को महानता का जीवन-पथ दर्शाया। हम सभी को महाराजा अग्रसेन के बताये मार्ग पर चलना चाहिये। हिंसा से बचना चाहिये। जीव जंतुओं से प्यार करना चाहिये। बलांगीर टाउन हॉल में आयोजित महाराज अग्रसेन जी की 5143वीं जयंती समारोह में अतिथियों ने यह बात कही। आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए अतिथियों ने कहा कि महाराज अग्रसेन, अग्रवाल अर्थात वैश्य समाज के जनक कहे जाते हैं। अग्रसेन जी का जन्म क्षत्रिय समाज में हुआ था। उस समय आहुति के रूप में पशुओं की बलि दी जाती थी, जिसे अग्रसेन महाराज पसंद नहीं करते थे और इस कारण उन्होंने क्षत्रिय धर्म त्याग कर वैश्य धर्म स्वीकार किया था। कुल देवी लक्ष्मी जी के मतानुसार उन्होंने अग्रवाल समाज की उत्पत्ति की। इस प्रकार वे अग्रवाल समाज के जन्मदाता देव माने जाते हैं। इन्होंने व्यापारियों के राज्य की स्थापना की थी। महाराजा अग्रसेन ने ‘एक र्इंट और एक रुपया’ के सिद्धांत की घोषणा की, जिसके अनुसार नगर में आने वाले हर नए परिवार को नगर में रहने वाले हर परिवार की ओर से एक र्इंट और एक रुपया दिया जाएं। ईटों से वो अपने घर का निर्माण करें एवं रुपयों से व्यापार करें।
इस तरह महाराजा अग्रसेन जी को समाजवाद के प्रणेता के रुप में पहचान मिली। आज भी इतिहास में महाराज अग्रसेन परम प्रतापी, धार्मिक, सहिष्णु, समाजवाद के प्रेरक महापुरुष के रूप में उल्लेखित हैं। महाराजा अग्रसेन के दिखाए मार्ग का अनुसरण कर एवं आदर्शों को अपना कर मारवाड़ी समाज द्वारा निस्वार्थ भाव से समाज सेवा कार्य किया जा रहा है। महाराज अग्रसेन के आदर्शों को अपनाकर मारवाड़ी समाज के लोगों द्वारा जगह-जगह प्याऊ, अस्पताल, स्कूल, धमर्शालाएं आदि की स्थापना की गई है। गरीबों एवं असहाय लोगों की मदद की जा रही है, जो कि अग्रसेन के जीवन मूल्यों का आधार हैं और ये जीवन मूल्य मानव आस्था के प्रतीक हैं। देश की उन्नति में महाराज अग्रसेन जी के वंशज मारवाड़ी समाज की भूमिका अहम है। मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष रिषी कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में बलांगीर सांसद संगीता कुमारी सिंहदेव एवं बलांगीर विधायक नरसिंह मिश्र अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। अपने उद्बोधन में अतिथिय द्वय ने भी मारवाड़ी समाज के नेक कार्यों की प्रशंसा की एवं जन कल्याण के लिए आगे भी जनसेवा कार्य जारी रखने का आह्वान दिया। अन्य गणमान्य व्यक्तियों में महिला समिति की अध्यक्षा आशादेवी अग्रवाल, समृद्धि शाखा अध्यक्ष रुकमा अग्रवाल एवं युवा मंच के अध्यक्ष विरेन्द्र अग्रवाल ने मंचासीन होकर महाराज अग्रसेन की जीवनी एवं इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। युवा मंच के पूर्व अध्यक्ष गजानन अग्रवाल के सुपुत्र रोनक सिंघल एवं युवा मंच के अध्यक्ष विरेन्द्र अग्रवाल की धर्मपत्नी अल्पना अग्रवाल ने सभा का संयोजन किया। महिला समिति एवं समृद्धि शाखा की सदस्याओं द्वारा स्वागत संगीत गान किया गया। इसके पश्चात सम्मेलन के अध्यक्ष रिषी कुमार अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत किया एवं जयंती कमेटी के संयोजक अनिल मोदी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर पहले से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के सफल प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा कई प्रतिभाशाली व्यक्ति तथा समाज की उन्नति में योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। समारोह के बाद समाज के लोगों ने मिलकर एकसाथ प्रसाद सेवन किया। जबकि समारोह के पूर्व अपराह्न के समय अग्रसेन भवन में पूजा अर्चना की गई, जिसमें संजय अग्रवाल (अनू) एवं उनकी धर्मपत्नी अनिता अग्रवाल ने कर्त्ता का दायित्व संपन्न किया। इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाल कर नगर परिक्रमा की गई, जिसमें मारवाड़ी समाज के सैकड़ों पुरुष, महिलाएं एवं बच्चे शामिल हुए थे। शोभायात्रा में अनेक झांंकियां शामिल किया गया था। शोभायात्रा में नगर परिक्रमा के दौरान जगह-जगह लोगों ने इसका स्वागत किया एवं शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिए जलपान की व्यवस्था की। नगर परिक्रमा के बाद यह शोभायात्रा बलांगीर टाउन हॉल पहुंची, जिसके बाद समारोह का आयोजन हुआ। अग्रसेन जयंती समारोह को लेकर लोगों में काफी प्रबल उत्साह नजर आया। आयोजन को सफल बनाने में समाज के सभी लोगों ने सक्रिय योगदान दिया।