कटक में सबसे अधिक भिखारी : सुरक्षा मंत्री
1 min read
भुवनेश्वर । राज्य में सबसे ज्यादा भिखारी कटक जिला में हैं । उक्त जानकारी शनिवार को सुरक्षा मंत्री अशोक पंडा ने दिया । राज्य के 6 हजार 3 सौ 90 हजार भिखारी होने का दावा किया गया है । इनमें सो सबसे अधिक 1 हजार 60 भिखारी कटक जिला में हैं ।
अशोक पंड़ा ने विधायक प्रशांत बेहेरा का प्रश्न का उत्तर देते हुए यह जानकारी दी है । भिखारियों के बारे में एक स्पष्ट आंकड़े देते हुए पांडा ने कहा कि बलांगीर में 708, मयूरभंज में 485, सूंदरगड़ 467, गंजाम में 458, पुरी में 120,बैध में 19,मालकानगीरि में 21, केंद्रपाड़ा 22, केदुंझर 135 , कंधमाल 117, जगतसिंहपुर 53, कालाहांडी 214, देवगड़ ,जाजपुर 196, झारसुगुड़ा 41, बालेश्वर 131 , भद्रक 220, अंगुल 97, ढेंकानाल 97 और देवगढ़ में सबसे कम 16 भिखारी हैं । पिछले साल एसएसईपीडी विभाग ने राज्य को भिखारी मुक्त बनाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया था । विधायक प्रशांत बेहरा ने सदन में जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने राज्य में भिखारियों को पुनर्वास और स्व-रोजगार प्रदान करने के लिए सहया नामक एक योजना शुरू की है । योजना के तहत लगभग 2,886 भिखारियों को आजीविका के लिए सहायता प्रदान की गई है ।