मैनपुर देवभोग क्षेत्र में नवाखाई पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया
1 min readमैनपुर देवभोग क्षेत्र में नवाखाई पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया, देवी देवताओं की विशेष पुजा अर्चना कर नया चावल का भोग लगाया गया
नवाखाई पर्व में नवा जोहार और बडे बूजुर्गो का लिया गया आशीर्वाद, क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी ने दिया नवाखाई पर्व की बधाई
रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के मैनपुर देवभोग विकासखण्ड के कई ग्रामों में रविवार और आज सोमवार को नवाखाई का पर्व परम्परा अनुसार धुमधाम के साथ मनाया गया और इस क्षेत्र में नवाखाई पर्व का एक विशेष महत्व है नया फसल की नया चावल निकालकर देवी देवताओं की विशेष पुजा अर्चना कर उन्हे भोग चढाया जाता है.
और नवाखाई का पर्व मनाया जाता है, नवाखाई पर्व को लेकर क्षेत्र में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है, और गांव गांव नवाखाई के बाद नवा जोहार भेंट किया जा रहा है, तथा अपने से बडे बूजूर्गो का पैर छुकर आशीर्वाद लेते है.
इसका एक अलग महत्व है, बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी एंव जिला पंचायत गरियाबंद के अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने पुरे क्षेत्र के लेागो को नवाखाई पर्व की बधाई दी है, वही नवाखाई पर्व पर विधायक डमरूधर पुजारी को भी बधाई देने वालों का सिलसिला लगा रहा ।
ज्ञात हो कि ओडिसा क्षेत्र से लगे होने के कारण क्षेत्र के कई ग्रामो में ओडिसा संस्कृति और रहन सहन मे नवाखाई का प्रसिद्ध त्यौहार मनाया जाता है इस बीच मैनपुर देवभोग अंचल छत्तीसगढ़ के निवासी (सातपारा) गोहरापदर ,भेजीपदर,चलनापदर, नयापारा, धुर्वापथरा, केकराजोर, पोडपारा, खोखमा, फरसरा, सिहारलटी, बुरजाबहाल, धारनीधोडा, झरगांव, तेतलखुटी, गुरजीभाठा, धोबनमाल, मदागंमुडा, सरईपानी, गुढियारी, उसरीजोर, घुमरापदर, चिखली, खरीपत्थरा, दाबरी गुडा, मुडगेलमाल, कुहीमाल, मुडागांव, अमलीपदर, कोदाभाठा, चलनापदर व क्षेत्र के कई ग्रामो में नया फसल व नया चावल का भोग देवी देवताओं कुलदेवी तथा अपने पूर्वर्जों को अर्पित कर पुरे परिवार जन एक साथ नवाखाई का पर्व मनाया।
कुरे पत्ता और धान का विशेष महत्व
नुआंखाई पर कुरे पत्ता और नए धान का विशेष महत्व रहता है, पर्व के दिन कुरे पत्ते का दोना बनाकर पूजा-अर्चना की जाती है और नए अन्न का प्रसाद कुरे पत्ते पर ही ग्रहण किया जाता है, पर्व के दिन परिवार के सभी सदस्य नए उपजे अन्न का भोग लगाकर एक साथ ग्रहण करते हैं, इसके बाद घर के सभी छोटे सदस्य बड़ों को “नुआखाई जुहार” अर्थात प्रणाम करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
नई हंडी में बनाया जाता प्रसाद
देवी माता को भोग मिट्टी की नई हाडी में बनाया जाता है, प्रसाद में चूड़ा, गुड़ व नए धान का प्रयोग किया जाता है, पूजा के दौरान मंदिर में ओड़िशा का पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल, लीसान, मुहरी व झाझर मैनपुर देवभोग मे भी बजाया जाता है, नवाखाई के मौके पर घरों में आरसा, बडा और चकेल पीठा विशेष तौर पर बनाया जाता है। नवाखाई के मौके पर समाज के लोग एक माह पहले से ही घरों की साफ-सफाई शुरू कर देते हैं, पर्व के दिन जुहार भेंट कर बड़े बुजुर्गो को आशीर्वाद लिया जाता है, इस दिन लोग आपसी मन मुटाव को भूलकर एक-दूसरे से मिलते हैं। नवाखाई के मौके पर क्षेत्र के लोग खेत-खलिहान की पूजा करते हैं, पूर्वजों को नया अन्न अर्पित करने के बाद सभी एक साथ बैठकर नया अन्न ग्रहण करते हैं, पर्व के मौके पर सभी घरों में विशेष पकवान बनाए जाते हैं, लोग एक-दूसरे के घर जाकर शुभकामनाएं देते हैं, तथा नया कपडा के साथ दुर दराज से भी परिवार के सदस्य नवाखाई पर्व मनाने के लिए पहुचते है वही ग्राम गोहरापदर भाजपा मंडल अध्यक्ष गुरूनारायण तिवारी ने बतया आज नवाखाई पर्व पर तिवारी परिवार गोहरापदर द्वारा भी नवा अन्न ग्रहण किया गया इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष गुरूनारायण तिवारी, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष रनिया तिवारी, विष्णु नारायण तिवारी, अनंतनारायण तिवारी, ममता तिवारी व तिवारी परिवार के सभी सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थे ।