18 नवम्बर को उदंती अभ्यारण क्षेत्र के हजारों किसान मैनपुर मुख्यालय पहुंच करेंगे आंदोलन
- रामकृष्ण धु्रव, मैनपुर
मैनपुर: विकासखंड मुख्यालय मैनपुर के ग्राम पंचायत इंदागांव, साहेबिनकछार, जांगड़ा तौरेंगा, कोयबा, अमाड़ सहित उदंती सीतानदी अभ्यारण क्षेत्र के किसानो द्वारा लगातार गांव गांव बैठक लेने के बाद बुधवार को मैनपुर वन विभाग परिसर में विशाल धरना प्रदर्शन रैली का आयोजन किया गया है।
क्षेत्र के किसानो की ज्वलंनशील समस्याओ को लेकर एवं धान, मक्का उड़द का समर्थन मूल्य बढाने आयोजित इस बैठक में उदंती अभ्यारण क्षेत्र के किसान बडी संख्या मे शामिल होंगें और बैनर, पोस्टर, तख्ती लेकर अपनी आवाज बुलंद करते हुए एसडीएम मैनपुर को महामहित राज्यपाल एवं छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगें।
आंदोलन को सफल बनाने पिछले एक पखवाडे से अभ्यारण क्षेत्र के गांव गांव में बैठकों की दौर जारी इस संबंध में अर्जुन सिंह नायक, फणिन्द्र ठाकुर, जनपद सदस्य दीपक मंडावी, आदिवासी भुंजिया समाज के नेता टीकम नागंवशी, रूपसिंह मरकाम, रूपेश मंसी, हीरालाल ध्रुव, रूपसिंह बस्तिया, कुवंरसिंह ओंटी, बलमत पोटी, माधव सिंह सिंन्हा, बैजनाथ नेताम, देवीसिंह नेताम, गोपाल नेताम, नरहरी, महेश नागंवशी ने बताया कि क्षेत्र के किसानों ने हजारों एकड खेतो में मक्का की फसल का पैदावार किया है, लेकिन अब जब मक्का कटाई मिजाई के बाद बेचने का समय आया है तो औने पौने दामों पर मक्का को किसान बेचने मजबूर हो रहे है इस ओर सरकार द्वारा कोई ठोस पहल नही किया जा रहा है जिसके चलते क्षेत्र के हजारों किसानों का शोषण हो रहा है किसानों को उपज का सही मूल्य नही मिल पा रहा है, साथ ही धान, उडद, सरसों, आदि फसलों का समर्थन मूल्य बढाने ग्राम इदागांव में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के उप शाखा खोलने व उदंती अभ्यारण्य के गांव में पेयजल, स्वास्थ्य शिक्षा सडक, जैसे, बुनियादी सुविधाए नही मिलने से ग्रामीणो को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है इन सभी मांगो को लेकर क्षेत्रवासियों द्वारा बुधवार 18 नवम्बर को मैनपुर में उग्र धरना प्रदर्शन रैली का आयोजन किया गया है जिसमें कोरोना संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए पुरा रैली का आयोजन किया जायेगा ।
अध्यक्ष अर्जुन सिंह नायक ने बताया कि किसानों द्वारा व्यापारी, बैंक, सहकारी समिति से खाद, बीज दवाई एवं नगद राशि कर्ज मे लेकर कड़ी मेहनत करते हुए फसल लगाई जाती है लेकिन इस समय व्यापारियों के द्वारा औने पौने दामों में खरीदी किया जा रहा है जिसके कारण मक्के की उचित मूल्य भी किसानों को नहीं मिल रहा है किसान कर्ज अदा नहीं कर पाएंगे किसानों के सामने जीवन यापन के लिए भी कुछ नहीं बच रहा है उल्टे जीवन भर कर्ज की मार झेलना पड़ सकता है इसके अलावा उड़द, मूंग, मूंगफली, मड़िया, कुलथी के भी दाम गिरा हुआ है व्यापारियों के द्वारा किसानों के फसलों का समर्थन मूल्य में खरीदी होना चाहिए हमारे क्षेत्र के किसान लंबे समय से इन्ही मांगो को लेकर सभी से निराकरण की गुहार लगाते थक चुके है जिसके बाद हम मजबूर होकर यह आंदोलन करने विवश है अगर हमारी मांगे पूरी नही होती है तो आने वाले दिनों मे राजधानी तक पदयात्रा किया जायेगा।।