हिंदी दिवस के अवसर पर रूपसिंग साहू ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
1 min read- मुड़ागांव (कोरासी)
श्री साहू ने शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि हिंदी दिवस के अवसर पर सभी हिंदी प्रेमियों को हार्दिक बधाई हिंदी भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में करोड़ों लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है. हिंदी समय सभी भारतीय भाषाएं एक राष्ट्रीय संस्कृति एवं संस्कार से जुड़ी हुई है. हिंदी का विकास पूरे भवन मैं हो यही हमारी भावना है.
श्री साहू ने कहा किसी भी भाषा को राष्ट्रभाषा बनने के लिए उसमें सहजता और सुगमता का होना आवश्यक है जो कि हिंदी भाषा में है. भारत की एकता में अनेकता हिंदी भाषा की ही देन है 1949 को भारत की संवैधानिक सभा में राष्ट्रीय भाषा हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा गया और हिंदी को भारत गणराज्य की अधिकारिक भाषा भी घोषित किया गया.
हिंदी भाषा को भारत की अधिकारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल करने का फैसला भारत के संविधान में 26 जनवरी 1950 से प्रभाव में आए हैं. भारतीय संविधान के मुताबिक देवनागरी लिपि में लिखित हिंदी भाषा को पहले भारत की अधिकारिक भाषा के रूप में अनुच्छेद 343 के तहत अपनाया गया जिसके बाद हिंदी भाषा जनसंचार का माध्यम बनती चली गई और इसका महत्व बढ़ता चला गया है.
श्री साहू ने आगे कहा कि आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं इसके सशक्तिकरण में योगदान देने वाले सभी महानुभावों को नमन करता हूं और देशवासियों से यहां आवाहन भी करता हूं कि अपनी मातृभाषा के साथ साथ हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग कर उनके संरक्षण व सर्वधन मैं अपना योगदान देने का संकल्प लें हिंदी दिवस की शुभकामनाएं हिंदी भारतीय संस्कृति का अटूट अंग है. स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही यह राष्ट्रीय एकता और अस्मिता का प्रभावी व शक्तिशाली माध्यम रही है. हिंदी की सबसे बड़ी शक्ति इसकी वैज्ञानिकता मौलिकता और सरलता है मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति से हिंदी व अन्य भारतीय भाषाओं को समांतर विकास होगा एक देश की पहचान उसकी सीमा व भूगोल से होती है लेकिन उसकी सबसे बड़ी पहचान उसकी भाषा है. भारत की विभिन्न भाषाएं और बोलियां उसकी शक्ति भी है और उसकी एकता का प्रतीक भी सांस्कृतिक व भाषाई विविधता से भरे भारत में हिंदी सदियों से पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम कर रही है।
पुनः आप सभी को हिंदी दिवस की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं.