होम एंड होप में भी विकलांग बच्चों के बीच देशभक्ति संगीत और चित्रांकन स्पर्धा
1 min readस्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में यूथ मूवमेंट फेडरेशन आॅफ इंडिया की मदद से विविध कार्यक्रम
राउरकेला। स्वाधीनता दिवस समारोह को लेकर राष्ट्रीय दिवस आयोजन कमेटी की ओर से विविध प्रतियोगिता का आयोजन आरंभ हो चुका है। इसी कड़ी में सामाजिक संस्था यूथ मूवमेंट फेडरेशन आॅफ इंडिया,यूएमएफआई की सहभागिता में सेक्टर-17 स्थित होम एंड होप में भी देशभक्ति संगीत, ग्रुप डांस व चित्रांकन प्रतियोगिता आयोजित की गयी। इनमें सौ से भी ज्यादा दिव्यांग बच्चों ने शामिल होकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम में समाजसेवी कमल अग्रवाल ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह की प्रतियोगिता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों में भी प्रतिभा कूट-कूटकर भरी है। यदि उन्हें उचित प्रोत्साहन व मंच मिले तो वे भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। इस अवसर पर अन्यों में सामाजिक कार्यकर्ता अनिता अग्रवाल समेत एसयू प्रभाकर राव, गोपीनाथ पटनायक, कुमर बेहरा, फेडरेशन के चेयरमैन नलिनीकांत धर, होम एंड होप की प्रिसीपल वंदना पटनायक ने भी विचार रखे। नृत्य में जज के रूप में वापी पटेल, चित्रांकन में रश्मिरेखा धल ने प्रतिभागियों की प्रतिभा का आकलन किया। फेडरेशन के महासचिव विवेकानंद दास की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम में अनुराधा पटनायक, एसके पटनायक समेत होम एंड होप के कमर्चारियों का सहयोग रहा।इन प्रतियोगिताओं में सेक्टर-17 स्थित होम एडं होप की फटिर्लाइजर शाखा, छेंड कॉलोनी की आशा दीप, सेक्टर-16 श्रद्धा संगठन से जुड़े बच्चे शामिल रहे।स्लोगन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। स्पॉट क्विज प्रतियोगिता इस अवसर का मुख्य आकर्षण था।कार्यक्रम को एनटीआई के छात्रों और ट्यूटर्स द्वारा संचालित किया गया था। इससे पहले 6 अगस्त को आईजीएच के डॉक्टरों द्वारा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के साथ मिलकर आईजीएच के नए सम्मेला कक्ष में इस अवसर पर एक सतत शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के निदेशक डॉ। आर के बेहरा ने समारोह की अध्यक्षता की। संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा एवं बाल विशेषज्ञ, डॉ। ए साहा, सम्मानित अथिति थे। पीडियाट्रिक्स में विशेष पढ़ाई कर रही डीएनबी छात्रा डॉ। प्राची ने प्रारंभिक पोषण और स्तनपान के विषय पर एक प्रस्तुति दी। उल्लेखनीय है कि स्तनपान और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए लोगों के मध्य उनकी भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करने हेतु 1 से 7 अगस्त तक हर साल विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।