पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा कोरोना को हराने लगातार रोचक वीडियो बनाकर लोगों में जन जागरूकता लाया जा रहा है
- पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखंनदन सिंह राठौर के प्रयास से लाॅकडाउन में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 07 विडियोज़ जारी किये गये लाखों लोगों ने देखा और सराहया
- रामकृष्णध्रुव गरियाबंद
कोरोना काल मे केवल क्राइम कन्ट्रोल नही,रोचक वीडियो के माध्यम से जागरूकता अभियान चला कर समाजिक सरोकार की जिम्मेदारी भी पुरी कर रही गरियाबन्द पुलिस, कोरोना के प्रति जागरूक करने साल भर में जारी किए 7 वीडियो जो सीधे जिले की आधी आबादी तक पहुंच गई और परिणाम भी नजर आया। ज्यादातर लोगों के दिमाग में यही रहता था कि पुलिस केवल अपराध पर नियंत्रण करने का काम करती है या नक्सल प्रभावित इलाके में रहने वाले लोगो को जोड़ने सीमित गांव में सोशल वर्क का काम करती है, लेकिन पिछले एक साल से जिले में गरियाबन्द पुलिस का नया चेहरा भी लोगों ने देखा और खूब पसंद भी किया।
वो चेहरा था कोरोना काल में सामाजिक कार्यकर्ताओं की भांति जनजागरूकता लाने के प्रयास में जुटी पुलिस का। बढ़ते संक्रमण के बीच पूरा तंत्र कोरोना नियंत्रण के लिए बनी सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भिड़ा रहा पर इस बीच पुलिस सरकारी निर्देशो के पालन के अलावा जागरूकता लाने अपने स्तर पर अलग प्रयास किया। पुलिस कप्तान भोजराम पटेल के सकारात्मक सोच जागरूकता अभियान के लिए बनाए गए वीडियो में नजर आने लगे। एडिशन एसपी सूखनन्दन राठौर व अन्य सहयोगी अफसर लघु फिल्म में अभिनय करते तक नजर आए।
एसपी भोजराम पटेल ने कहा कि हमें केवल निर्देशो को आम जनता पर थोपना नही था,इस संकट की घड़ी में उन्हें सही व गलत के प्रति अंतर भी समझाना था,लॉकडॉउन के बीच 10 में हर 7 ब्यक्ति मोबाइल व शोसल मीडिया को समय काटने का जरिया बनाया हुआ था। ऐसे में उन्हें समझ मे आये ऐसे सरल व उन्ही के लोकप्रिय भाषा मे हमने जागरूकता के लिए शॉट फिल्म तैयार किया। कोशिस किया कि हर मोबाइल में ये वीडियो पहूचे। इसमे सफल भी हुए।जिले की 5 लाख की आबादी में आधा से ज्यादा लोगो ने वीडियो देखा, समझा भी,सफल हुए ऐसा इएलिये भी कह रहे है कि जिले भर से पुलिस को कॉल आने लगे। वीडियो को सराहा गया, शोशल प्लेटफार्म पर विवर के आँकड़े भी इसके गवाह बने। यहां तक ऐसे ही जागरूकता वीडियो समय समय पर बनाने की मांग भी होने लगी ।
सोशल डिस्टेंस से लेकर कोरोना के टीके लगाने को लेकर बनीं फिल्में
मार्च 2020 में लाकडॉउन लगने के बाद सोशल डिस्टेंस,मास्क का उपयोग करने पहली वीडियो अप्रेल 2020 में बनाई गई।इसी महीने ही एक एक सप्ताह के अंतराल में गरियाबंद पुलिस ने 4 वीडियो अपलोड किया,जिसमे घर के अंदर रहने से जिंदगी बचेगी,पार्टि समारोह से परहेज, बगैर मास्क वालो को चालान व कोरोना काल में जरूरी सावधानी व रहन सहन के तरीके पर कहानी को फोकस किया गया था। तीन माह में ये वीडियो ट्रेंड होने लगे,अगस्त में फिर मांग उठी तो, कोरोना के लक्षण व चिकित्सीय परामर्श पर वीडियो बनाया गया। फिर बहन भाई की जिंदगी बचाने राखी के साथ साथ उसे मास्क देकर आने वाले पर्व मे फिर से सलामत आने की शपथ लेते मार्मिक कहानी का रूपांतरण किया गया था। अब 4 दिन पहले टिकाकरण में जागरूकता के लिए वीडियो जारी किया गया। अधिकांश वीडियो में एडिशनल एसपी सूखनन्दन राठौर व डीएसपी टी आर कंवर(अब रिटायर्ड हो चुके),मूख्य किरदार में नजर आए। छुरा खरखरा के बाल कलाकार का भी बहन व बेटी की भूमिका के लिए सहयोग लिया गया था।
दूसरी लहर डरावनी थी, हौसला बढ़ाया पुलिस ने
1 अप्रेल को संक्रमण दर महज 6 प्रतिशत थी 10 दिनों में 16 अप्रेल तक कूल जांच में 49 प्रतिशत संक्रमित मिलने लगे। यही वह समय था जब स्वास्थ्य विभाग इलाज में ब्यस्त थी तो पुलिस लोगो का हौशला बढ़ा रही थी। पुलिस कप्तान भोजराम पटेल एडिशन एस पी सूखनन्दन राठौर व सन्तोष महतो के साथ सभी ब्यू रचना तैयार कर पुलिस को हर मोर्चे पर भेजा।मरीजो को अस्पताल भेजना हो या फिर संक्रमितों पर निगरानी रखना हो। जांच में असहयोग करने वालो पर भी पुलिस भारी पड़ी। दूसरी लहर में 102 पुलिस अफसर व जवान संक्रमित हो गए। अब तक 76ठीक हो चुके है।16 मई तक संक्रमण का दर 13 प्रतिशत से भी निचे आ गया।जिसमे पुलिस के जागरूकता अभियान की भूमिका अहम मानी जा रही है।
भरे लोकडॉउन में सवा करोड़ से ज्यादा कीमती का पकड़ाया हीरा
कोरोना काल के शुरुवात से ही पुलिस का क्राइम कंट्रोल रैंक रायपुर सम्भाग में अव्वल रहा है। एसपी पटेल का ही कुशल नेतृत्व का ही नतीजा था कि विगत जनवरी 2020 से अप्रेल 2021 तक अवैध हीरा तस्करी के कूल 6 मामले में 10 आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज उनसे 1 करोड़ 38 लाख 41 हजार का कीमती हीरा जप्त किया।गांजा तस्करी करते 29 आरोपी दबोचे गए जिनसे 70 लाख 5460 रुपये कीमती गांजा जप्त किया गया।अवैध शराब के 372 प्रकरण में 411 आरोपियों को पकड़ा गया,जिनसे 5 लाख 18 हजार कीमती शराब जप्त किया गया।वन्य प्राणी अधिनियम के 6 मामलों में तेंदुए का 5 खाल व 2 जिंदा पेंगुलिन की तस्करी करते 9 आरोपी कोरोना काल मे ही दबोचे गए थे।