रायपुर बिग ब्रेकिंग – टाटीबंध स्थित केनरा बैंक को 3.60 करोड़ का चूना लगाने वाला पकड़ाया, महाराष्ट्र से हुई गिरफ्तारी
1 min read- प्रकाश झा, रायपुर
– आमानाका अपराध क ० 98/2021 जिला रायपुर धारा – 420,487,468,471,469,409,120 – बी , 34 भादवि दिनांक घटना समय 24.03.2021 से 01.05.2021 के मध्य घटना स्थल केनरा बैंक शाखा टाटीबंध रायपुर
नाम आरोपी – ( 01 ) सुहास हरिश्चंद्र काले पिता हरिश्चंद्र विष्णु पंत काले उम्र 32 वर्ष साकिन प्लाट 35-36 काले ले – आउट आर्या नगर कोराडी नाका नं .1 थाना कोराडी जिला नागपुर ( महाराष्ट्र )
( 2 ) आलोक कुमार पिता अखिलेश कुमार वर्मा उम्र 38 वर्ष साकिन ग्राम जमुआगा थाना वजीर गंज जिला गया ( बिहार ) हाल पता मयूर सुरेश सदानी का मकान नं . बी -103 , बी ब्लाक विनायक रेसीडेंसी टाटीबंध थाना आमानाका रायपुर
विवरण :- मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी भानु मूर्ति पिता के . राम लिंगैय्या उम्र 54 वर्ष सहायक महा प्रबंधक केनरा बैंक क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि टाटीबंध स्थित केनरा बैंक में आरोपी सुहास हरिश्चंद्र काले संचालक मेसर्स विष्णु लक्ष्मी डेवलपर्स व बिल्डर्स के नाम से दिनांक 08.03.2021 को चालू खाता क . 3306201004040 खोलवाकर बैंक का खाताधारी बना । खाताधारी बनने के उपरांत आरोपी ने दिनांक 24.03.2021 से 01.05.2021 के मध्य 03 ट्रांजक्शन में केनरा बैंक पाटली पुत्र शाखा पटना के खाताधारी मेसर्स बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड पटना के खाता क . 2518101007307 के चेक क . ” 386780 , 386645 ” दिनांक 24.03.2021 तथा चेक क ” 375877,375871 ” दिनांक 31.03.2021 तथा खाता नं . 2518101005873 का चेक क . ” 385826 , 384867 ” दिनांक 09.04.2021 जो खाताधारी द्वारा केंसिल किया गया है।
फर्जी चेक तैयार कर तथा केनरा बैंक पटना विधुत भवन ब्रांच के खाताधारी साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड के खाता क 8531101014756 का चेक ” 667729 ” को फर्जी तैयार कर अपने फर्म मेसर्स विष्णु लक्ष्मी डेवलपर्स व बिल्डर्स के नाम से जारी कर फर्जी तरीके से टाटीबंध शाखा के खाता में कुल 3,60,41,000 / – ( तीन करोड साठ लाख इकतालिस हजार रूपये ) बैंक से निकाल कर केनरा बैंक एवं खाता धारियों को धोखा धडी किया है कि प्रार्थी के लिखित रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया । उक्त घटना के आरोपी सुहास काले को टीम द्वारा नागपुर से पकड़ने के उपरांत पूछताछ के आधार पर यह तथ्य सामने आये ।
01 शमीम एवं रमेश ठाकरे नामक नागपुर के रहने वाले दो व्यक्यिों द्वारा पैसे के जरूरतमंद व्यक्तियों को दुढकर उनके साथ मिलकर षडयंत्र रचा करते थे ।
02 घटना का मास्टर माइंड शमीम एवं रमेश ठाकरे द्वारा CLONED- CHEQUE बनाकर इन व्यक्तियों को दिया जाता था ।
- एजाज जो , कि बैंको के माध्यम से गाडी फायनेंसिंग का कार्य करता था बैंको की कार्यप्रणाली का जानकार था । एजाज अलग अलग बैंको में जाकर बैंक मैनेजर को खाता खुलवाने के संबंध में निवेदन करता था । एजाज द्वारा घटना से पहले बैंको की रैकी की जाती थी ।
- उक्त घटना में शमीम और रमेश द्वारा एजाज और काले की मदद से 07 अलग – अलग चेक के माध्यम से , 04 अलग- अलग तारीक को कुल मिलकार 3,60,41000 / -रूपये निकाले गये ।
- सबसे पहले रायपुर में बैंक ऑफ बडौदा से बी 0 डी 0 ओ 0 रामनगर झारखण्ड के 70 लाख रूपये निकाले जिस पर रामनगर झारखण्ड में अपराध पंजीबद्ध है । जिसके बाद बैंक मैनेजर द्वारा एकाउंट फीज किया गया ।
- इस पूरे घटना के लिये शमीम द्वारा सबके परसेंटेज बांधे गये थे । शमीम और रमेश का 75 % , एजाज का 15 % सुहास काले का 10 % और सुहास काले के हिस्से से प्रति ट्रांजेक्शन बैंक मैनेजर को 2.5 लाख रूपये दिया करते थे , ऐसा करते हुये केनरा बैंक मैनेजर को कुल 10 लाख रूपये दिये गये । शमीम और बैंक मैनेजर की एक महिने में 84 बार फोन पर बातचीत हुई ।
07 आरोपियों द्वारा 95 लाख और 35 लाख रूपये के 02 चेक केनरा बैंक में भुनाने की तैयारी हो चुकी थी उसी बीच प्रकरण पुलिस के संज्ञान में आ गया ।
- केनरा बैंक के बाद एजाज द्वारा रायपुर के BANK OF INDIA , STATE BANK OF INDIA को टारगेट करने का षडयंत्र था , जो कि पुलिस की कार्यवाही से विफल हो गया ।
09 , शमीम एवं ठाकरे द्वारा भारत के अलग – अलग प्रांतो में इस प्रकार की धोखाधडी की गई मध्य प्रदेश के सिवनी छिदवाडा कटनी . . बलाघाट • इंदौर . भोपाल झारखण्ड के रामगढ़ . . पटना एवं अन्य राज्यों के बैंको में CLONED- CHEQUE के माध्यम से सरकारी कंपनियों के खातो में से कई करोड रूपये निकाले गये ।
10 . उक्त प्रकरण में आरोपियों से निम्न वस्तुएं जप्त की गई एक स्कोडा कार , एक आई 20 कार , केनरा बैंक के चेक , एटीएम कार्ड , पास बुक , अन्य दस्तावेज जप्त किये गये ।
- रायपुर पुलिस की मुस्तैदी एवं कार्यवाही से इस राष्ट्र स्तरीय गिरोह का भांडाफोड हुआ एवं सरकार के एवं कर दाताओं के करोडो के नुकसान होने से रोका गया।
12 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पाटले . आई ० पी ० एस ० अंकिला शर्मा ( सी 0 एस 0 पी 0 आजाद चौक ) को उचित दिशा निर्देश देते हुये उक्त कार्यवाही के लिये निरीक्षक भरत बरेठ , निरीक्षक गौतम गावडे , प्र 0 आर 0 संजय सिंह , आर 0 कुलदीप पाठक , आर ० तोसीत सिंग , आर ० देव लहरे , आर ० हरजीत सिंह की टीम का गठन किया गया ।