आईजीएच में ब्रेन हैमरेज के सफल इलाज से बुजुर्ग की बचाई जान
हृदय संबंधी समस्याओं के साथ मधुमेह से भी पीड़ित थे
राउरकेला। आईजीएच में एक असाधारण आपरेशन हुआ, जिसमें ब्रेन हैमरेज के शिकार बुजुर्ग मरीज के सफल इलाज से उनकी जान बचायी गयी। 6 जुलाई को आरएसपी के एक पूर्व कर्मचारी व प्रोटोकोल विभाग में कार्यरत अमिताभ ठाकुर के पिता श्री अमल कुमार ठाकुर को बेहोशी की हालत में राउरकेला स्टील प्लांट के इस्पात अस्पताल में लाया गया। 79 साल के श्री ठाकुर को पिछले दो दिनों से चलने में अस्थिरता और गंभीर सिरदर्द का लक्षण था। वे हृदय संबंधी समस्याओं के साथ मधुमेह से भी पीड़ित थे। आईजीएच में भर्ती होने के तुरंत बाद सिटी स्कैन किया गया।श्री ठाकुर को मस्तिष्क पर जबरदस्त दबाव के साथ क्रॉनिक सबड्यूरल हैमरेज की अवस्था में पाया गया।रोगी के जीवन को बचाने के लिए तत्काल सर्जरी की आवश्यकता थी। डेढ़ घंटे की सर्जरी के दौरान खून को निकाला गया और मरीज को एक दिन के लिए वेंटिलेटर में रखा गया। उप महा प्रबंधक, ब्लास्ट फर्नेस श्री एमएस भी एन प्रभाकर ने ए।बी। नेगेटिव ग्रुप का रक्त, आॅपरेशन के लिए रक्त दान किया क चिकित्साए से रोगी में अच्छी प्रतिक्रिया दिखाई दी, दूसरे दिन वे पूरे होश में आ गए। आॅपरेशन के बाद की सफल रिपोर्ट के बाद मरीज को 13 जुलाई को छोड़ दिया गया,जिससे अब पहले की तरह स्वस्थ हैं। न्यूरोसर्जन एवं पूर्व संयुक्त निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ। आर।एन। महापात्र की विशेषज्ञता के तहत सर्जरी की गई। इस प्रक्रिया में सहायता करने वाले डॉक्टरों और नर्सों में वरिष्ठ उप निदेशक (चिकित्साइ एवं स्वा स्य् औ सेवा) डॉ। (श्रीमती) एस। हेम्ब्रम, विशेषज्ञ डॉ। एस।के। पात्र और सिस्टर इंचार्ज सुश्री दुलारी ने पूरे उपचार के दौरान रोगी की देखभाल की। संयुक्त निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ। एन।पी। साहू ने अनेस्थेसिया प्रदान की और आईसीयू में रहने के दौरान वरिष्ठ उप निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा) डॉ। आर।बी। पटनायक और क्रिटिकल केयर सपोर्ट टीम ने मरीज की देखभाल की।