देश भक्ति का ऐसा जज्बा उफनते नदी को पार कर शिक्षक पहुंचे ध्वजारोहण करने
गले तक उदंती नदी को पार कर तीन शिक्षक पहुंचे पायलीखण्ड क्षेत्र में
मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 38 किलोमीटर दूर पांयलीखण्ड ग्राम में ध्वजारोहण करने शिक्षकों ने उदती के उफनते नदी को हंडी के सहारे पार कर ध्वजारोहण करने स्कूल तक पहुंचना पड़ा। ज्ञात हो कि पिछले चार दिनो तक मैनपुर क्षेत्र में झमाझम बारिश और नदी नाले अपने पूरे उफान पर थे। ऐेसे में विशाल उदती नदी के उस पार पायलीखण्ड प्राथमिक शाला और मिडिल स्कूल में ध्वजारोहण करने स्कूल के शिक्षकों को नदी के बाढ़ को पार कर ध्वजारोहण करने जाना पड़ा और 3 शिक्षकों ने उफनते नदी को हंडी के सहारे पार कर सुबह 7:30 बजे पायलीखण्ड पहुंचे।
शिक्षकों के इन साहस भरे कार्य का क्षेत्र मे ंलोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 34 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत जागडा और उसके आश्रित ग्राम जो उदंती के विशाल नदी के उस पार बसा है। ग्राम पायलीखण्डएग्राम पायलीखण्ड किसी परिचय का मोहताज नहीं पुरे देश दुनिया में विश्व प्रसिध्द हीरा खदान के नाम से जाना जाता है। यहां शासकीय प्राथमिक व मिडिल स्कूल है। प्राथमिक शाला में 23 बच्चे और मिडिल स्कूल मे आठ बच्चे हैं। बारिश के दिनों में इस गांव मे पहुचने वाले विशाल नदी में पुल पुलिया का निर्माण नहीं होने से यहा गांव बारिश के चार माह टापू में तब्दील रहता है लेकिन इस वर्ष लगातार 14 अगस्त तक क्षेत्र मे झमाझम बारिश से इस नदी में गले तक पानी पुरे उफान पर चल रहा है। ऐसे में स्वतंत्रता दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर इस गांव तक पहुंचकर मिडिल स्कूल के प्रधानपाठक मनीसिंह ठाकुर, शिक्षक पारेश्वर पटेल एवं प्राथमिक शाला के शिक्षक लक्ष्मण सिहं नेताम ने सुबह 6:30 बजे हंडी के सहारे इस उफनते नदी को लगभग 40 मिनट के भारी मशक्कत से पार कर पायलीखण्ड ग्राम पहुंचे और पूरे ग्रामवासियों छात्र छात्राओं के उपस्थिति में हर्षोउल्लास के साथ ध्वजारोहण किया साथ ही मिठाई वितरण कर सांस्कृतिक कार्यक्रम देश भक्ति गीत, भाषण, कविता व कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से ग्रामीण पंच बुधराम नागेशए शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष परमान्नद, श्रीराम एनरसिंह, जददुराम, विशालसिंह, कनकसिहं, तिरनाथ, लबितसिंह, लक्ष्मण सिंह, जोगेश्वर, केशरी बाई, रूखमणी, रमेश कुमार, नमेद, मनबोध, मदनसिंह, खिरधर, मदनलाल, सहदेव, तोपसिंह, पवन, राधिका बाई एपनकीन बाई सहित बडी संख्या मे ग्रामीण उपस्थित थे। प्रधानपाठक मनीसिंह ठाकुर एवं शिक्षक पारेश्वर पटेल ने बताया कि इस गांव में रूकने के लिए व्यवस्था नहीं है, इसलिए उन्हे नदी के इस पार ग्राम में निवास करना पड़ता है। 14 अगस्त को भारी बारिश के चलते नदी मे बाढ का तेज बहाव था और गले तक पानी चल रहा था शिक्षकों ने बताया कि उन्होंने सैकड़ों बार इस नदी को पूर्व में पार कर चुके है इसलिए नदी पार करने मे उन्हे ज्यादा परेशानी तो नही हुआ लेकिन 15 अगस्त के दिन नदी मे बाढ़ का पानी गले तक चल रहा था और तेज बहाव के कारण नदी पार करने में आधे घंटे से भी ज्यादा का समय लग गया । वही दुसरी ओर शिक्षको के द्वारा उफनते नदी को गले तक बाढ़ के पानी को पार कर स्कूल पहुंच ध्वजारोहण किए जाने की जानकारी क्षेत्र में ग्रामीणों के माध्यम से लगने पर सोशल मिडिया वाटसाप व ग्रामीणों ने शिक्षकों के इस साहसिक कदम का जमकर प्रशंसा कर तारीफ भी कर रहे हैं।
- क्या कहते है अधिकारी
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे ने बताया कि पायलीखण्ड स्कूल में पदस्थ शिक्षक अपने कर्तव्य के प्रति पुरी तरह कर्तव्यनिष्ठ है और शिक्षकों का देश प्रेम का भावना उन्हे स्कूल तक ध्वजारोहण करने पहुचने के लिए बाढ़ का पानी भी नहीं रोक पाया। अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर ध्वजारोहण करने पहुंचने वाले शिक्षकों की जितनी तारीफ किया जाये कम है। ऐसे शिक्षको का पांच सितम्बर शिक्षक दिवस पर सम्मान किया जायेगा ।
विजय कुमार लहरे विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मैनपुर
वरिष्ष्ठ कांगे्रस नेता संजय नेताम ने कहा शिक्षक समाज का मागदर्शक है और नदी के बाढ़ का पानी को जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुच ध्वजारोहण करने वाले शिक्षकों को वे सलाम करते है उनके हौसले की जितनी तारीफ किया जाये कम है ऐसे शिक्षको को पुरस्कार दिलाने वे प्रयास करेंगे ।
संजय नेताम वरिष्ठ कांगे्रस नेता बिन्द्रानवागढ़