मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में सर्व शिक्षा अभियान का सबसे बुरा हाल
1 min read- 15 वर्षो में नही बन पाए दर्जनों प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल भवन अधुरा, शासन के करोडो रूपये फुंके गए
- निर्माण एजेंसियों से राशि वसुली करने में विभाग के छुट रहे है पसीना
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
मैनपुर – गरियाबंद जिले के भीतर आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत स्कूल भवन निर्माण के लिए पिछले 15 वर्षो में करोडो, अरबों रूपये खर्च किए गये है लेकिन आज 15 वर्षो बाद भी मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में लगभग एक दर्जन से ज्यादा प्राथमिक शाला और 07 माध्यमिक स्कूल एंव 11 हेड मास्टर आवास निर्माण कार्य अधुरा पड़े हुआ है। और इन अधुरे निर्माण कार्यो को पुरा कराने के लिए विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार के कोई ध्यान नही दिया जा रहा है, जिसका खामियाजा इस आदिवासी क्षेत्र के बच्चों को उठाना पड़ रहा है। इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते स्कूलो में ताला लगे हुए है नही तो आज भी स्कूल भवन पीछले 15 वर्षो से अधुरे होने के कारण इस विकासखण्ड के कई ग्रामो में पेड के नीचे, ग्रामीणों के द्वारा घांस फुंस के निर्माण किए गये झोपडियो में स्कूल संचालित करना पड़ता है। निर्माण एजेंसी द्वारा वर्ष 2005-06 में प्राथमिक शाला और कई माध्यमिक शालाओं के राशि आहरण करने के बाद नीव खुदाई के पश्चात आगे का निर्माण कार्य नहीं किया गया और बगैर कोई मुल्याकंन और सत्यापन के उन्हे दो से तीन किस्त लाखों रूपये की राशि जारी कर दी गई है। जब मामले ने तुल पकड़ा तो विभाग ने कई निर्माण एजेंसियों को नोटिस जारी किया निर्माण एजेंसियों को नोटिस जारी करने का कोई असर ही नहीं हुआ और खुलेआम सरकारी पैसो को हजम कर दिया गया अब एजेंसियों से पैसा वसूली करने में विभाग के पसीना छुट रहे है।
विभाग के लचर कार्यशैली का खामयजा भोले भाले आदिवासी बच्चों को उठाना पड रहा है
इस विकासखंड के ग्रामो मे स्कूल भवन निर्माण के लिये शासन ने सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन के माध्यम से करोड़ो , अरबों रूपये खर्च किये है लेकिन विभाग की लचर कार्यशैली के चलते आदिवासी क्षेत्र के बच्चो को स्कूल भवन नसीब नही हो पाया है यहां एक नही दर्जनो ऐसे मामले है। समय समय पर इसकी खबर भी प्रकाशित होने के बाद सिर्फ हर बार अधिकारियों द्वारा औपचारिक निरीक्षण कर समस्या समाधान के आश्वासन के बाद फिर ढाक के तीन पात जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है और तो और स्कूल भवनो के निर्माण के लाखो रूपये राशि आहरण करने वाले निर्माण एंजेसिंयो पर कोई ठोस कार्यवाही नही होने से पिछले 15-15 वर्षो से दर्जनो स्कूल भवने अधूरे पड़े हुए है जिसका खामियाजा भोलेभाले आदिवासी बच्चो को भुगतना पड़ रहा है। वहीं पहुंच विहिन पहाड़ी दुर्गम ग्रामो में तो स्कूल केवल कागजो पर चल रहे है ऐसे दर्जनो ग्राम है जहां रिकार्ड पर भवन मध्यान भोजन जैसी सुविधाएं संचालित दिखती है किन्तु धरातल मे वहां के नौनिहाल शिक्षा से कोशो दूर है।
- विभाग से मिली जानकारी के अनुसार
कार्यलय विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन मैनपुर से मिले ताजा आंकडे के अनुसार वर्ष 2005 से 2018 तक प्राथमिक शाला कुरूवापानी, प्राथमिक शाला, दर्रीपारा, प्राथमिक शाला, स्याहीडोंगरी, प्राथमिक शाला चचरापारा, प्राथमिक शाला देवडोगर, प्राथमिक शाला खरता, प्राथमिक शाला कोतरा डोंगरी, प्राथमिक शाला नगबेल, पूर्व माध्यमिक शाला गुडभेली, कुर्रूभाठा, लाटापारा, पानीगांव, पायलीखंण्ड, नागेश, कुरलापारा एंव हेडमास्टर आवास प्राथमिक शाला धारनीधोडा, गोहरामाल, बुरजाबहाल, भुरलीपारा, धुर्वागुड़ी, धारनीधोडा, मदानमुंडा, परियाबहाल, गौरघाट, राजाडेरा एंव ढोढर्रा में वर्ष 2005 से 2018 के बीच प्रत्येक प्राथमिक शाला भवन निर्माण के लिए जंहा 04 लाख 35 हजार रूपये तो प्रत्येक माध्यमिक शाला भवन के लिए 05 लाख 15 हजार रूपये के आसपास स्वीकृत किया गया था जिसमे यह स्कूल भवन अब तक अधुरा है कई स्कूल भवन निर्माण के लिए पुरी राशि आहरण करने के बाद भी भवन निर्माण कार्य पुरा नही हो पाया है।
और कई भवन निर्माण कार्य लेंटर, लेवल, दरवाजा लेवल, प्लींथ लेवल, व फिनिसिंग लेवल में पहुचकर कार्य अटक गया है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी शासकीय भवन निर्माण कार्य को 06 माह के भीतर पुरा करना रहता है लेकिन गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन में ऐसा बंदरबांट किया गया है कि आज तक दर्जनों स्कूल भवन का निर्माण कार्य पुरा नही हो पाया और निर्माण कार्यो को अधुरा छोड दिया गया है। इसे पुरा कराने वाले कोई नजर नही आते और तो और कई निर्माण कार्य के तो फाईल तक गायब हो चुकी है ऐसे विभागीय सूत्रो से समय समय पर जानकारियाॅ मिलती रहती है ।
जनपद की बैठक में अधुरे भवन निर्माण को लेकर कई बार हो चुका है हंगामा
जनपद पंचायत मैनपुर की बैठक में जनपद सदस्यों द्वारा पिछले दस वर्षो से इस सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत अधुरे स्कूल भवनों कों पुरा कराने की मांग को लेकर हो हंगामा जमकर हो चुका है, हर बार विभाग के संबधित अधिकारियों द्वारा निर्माण कार्यो को पुरा करवाने की बात कही जाती है लेकिन अब तक निर्माण कार्य पुरा नही हुआ है ।
कलेक्टर और सांसद विधायक के निर्देशों का भी नही किया गया पालन
मैनपुर जनपद पंचायत में सामान्य सभा की बैठक व स्थानीय अधिकारी कर्मचारी की समीक्षा बैठक के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इस अधुरे स्कूल भवनों को पुरा कराने की मांग किये जाने पर तत्कालीन कलेक्टर श्याम धावडे, पूर्व सांसद चन्दुलाल साहू, विधायक डमरूधर पुजारी द्वारा कई बार इन अधुरे स्कूल भवनों को पुरा कराने का निर्देश संबधित विभाग के अधिकारियों को दिया गया लेकिन इस विभाग में कलेक्टर और सांसद विधायक के निर्देशों का भी पालन होते दिखाई नही दिया, जिसके चलते क्षेत्र के लेागो में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है ।
क्या कहते है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि
1 जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम ने इस सबंध में चर्चा करने पर कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत अधुरे स्कूल भवनों को पुरा कराने की मांग को लेकर जनपद की बैठक, जिला पंचायत की बैठक में कई बार मामला सामने आया हर बार संबधित विभाग के अधिकारियों द्वारा भवन निर्माण कार्य को पुरा कराने की बात कही जाती है, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नही होने से पिछले 15 वर्षो से भवन निर्माण कार्य अधुरे पडे हुए है।
संजय नेताम जिला पंचायत उपाध्यक्ष गरियाबंद
2 सर्व शिक्षा अभियान राजीव गांधी शिक्षा मिशन के विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक यशंवत बघेल ने बताया कि अधुरे स्कूल भवन को पुरा कराने कई बार विभाग के द्वारा संबधित निर्माण एजेंसियों को नोटिस दिया गया है, लेकिन भवन निर्माण कार्य अधुरे है, अब पुरे अधुरे भवन निर्माण कार्यो का वसूली प्ररकण बनाकर एसडीएम मैनपुर को कार्यवाही के लिए भेजा जायेगा ।
यशंवत बघेल विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक मैनपुर