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November 19, 2024

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फरसरा, छिन्दौला, धोबीपारा, लूठापारा में दर्जनभर हैडपम्प तो है पर आयरन युक्त लाल पानी निकलने के कारण ग्रामीण झरिया खोदकर प्यास बूझाने मजबूर

  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • पीएचई विभाग से ग्रामीण वर्षो से लगा रहे हैं फरियाद लेकिन अब तक समस्या का नहीं हुआ समाधान
  • गरियाबंद जिले के कलेक्टर नम्रता गांधी से ग्रामीणों ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की किया मांग

मैनपुर – शासन प्रशासन भीषण गर्मी मे पेयजल समस्या से निपटने का लाख दावा कर ले लेकिन जमीन हकीकत कुछ और ही है अभी भी मैनपुर क्षेत्र के फरसरा ,छिन्दौला, धोबीपारा, लूठापारा, जैसे कई गांवो मे पीने के पानी के लिए हाहाकार मचा है और प्रशासनिक अमला जरूरतमंदो तक पानी पहुचाने नकाम है। तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 15 किलोमीटर दुर मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत दबनई के आश्रित ग्राम फरसरा में इन दिनों पीने के पानी को लेकर लोगो को काफी जदोजहद करनी पड़ रही है।

ऐसा नहीं की मामले की जानकारी संबधित पीएचई विभाग को न हो ग्रामीण पेयजल समस्या से कई बार अवगत करा चुके है लेकिन क्यो यहा ग्रामीणो को शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने विभाग द्वारा ध्यान नही देना समझ से परे हैं ग्रामीणो मे अपने किमती वोटो से चुने हूए जनप्रतिनिधियो के प्रति काफी आक्रोश दिखाई दे रहा है क्योकि समस्या से कई बार सांसद विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियों को भी अवगत करा चुके है लेकिन समस्या का अब तक समाधान नहीं हो पाया। ग्राम फरसरा के ग्रामीणों ने बताया इन ग्रामों की जनसंख्या 830 के आसपास है और यहा विशेष पिछडी कमार जनजाति के लोग भी निवास करते हैं।

गांव मे कहने को तो इन ग्रामों में एक दर्जन से ज्यादा हेडपमप है जिसमें आधा हेडपम्प खराब पडे हुए है और जो हेडपम्प चालू है उसमेें आयरन युक्त लाल पानी निकलने के कारण मजबूरन ग्रामीणों को झरिया का पानी उपयेाग करना पड रहा है, हेडपम्प से जो पानी निकल रहा है वह बेहद आयरन युक्त लाल पानी है। पानी को निकालने के बाद वह लाल हो जा रहा है जिसमे खाना नहीं बन पाता कई गांव से दो किलोमीटर दुर पैरी नदी में झरिया खोदा गया जहा सुखी नदी से रेत को हटाकर पानी की व्यवस्था ग्रामीण करते रहते हैं। तब कही जाकर एक दो हंडी पीने के लिए पानी ग्रामीणो बामुशिकल नसीब हो पाता है।

ग्राम विकास समिति अध्यक्ष रोशन राठौर ने कहा कई बार अफसरो से फरियाद लगाकर थक चुके है

ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष एवं ग्राम पंचायत के पंच रोशन राठौर, अमृत बाई, ग्राम प्रमुख खमतुराम राठौर, महिला समूह अध्यक्ष उमेश्वरी, डिगेश्वरी राठौर, सिलेन्द्री बाई, उषाबाई, बिमला बाई, कुंतीबाई, सावित्री बाई, फुलमत, संतोषी बाई ने बताया कई बार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के गरियाबंद के अफसरो को ग्राम फरसरा, लूठापारा, धोबीपारा, खोलापारा, छिन्दौला और डडईपानी मे पेयजल समस्या से अवगत करा चुके है दर्जनो आवेदन दे चुके है। ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष रोशन राठौर ने बताया ग्राम फरसरा व इन ग्रामो मे हैण्डपंप है लेकिन इन हैण्डपंपो से निकलने वाला पानी लाल आयरनयुक्त है। पानी को निकालने के बाद तत्काल लाल हो जाता है इस पानी से खाना नही बन पाता नहाने का भी काम नही आता। ग्रामीणो ने बताया गांव मे एक कुंआ है जो सुख चुका है और एक बोरवेल भी है लेकिन लो वोल्टेज के कारण वह नही चल पा रहा है। कई बार ग्रामीण मांग कर थक चुके है कोई सूनने वाला नहीं है। ग्रामीणों को पेयजल के मामले मे उनके हाल पर छेाड़ दिया गया है।

गरियाबंद जिले के कलेक्टर नम्रता गांधी से ग्रामीणो ने लगाई फरियाद

ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष रोशन राठौर व ग्रामीणो ने गरियाबंद जिला के नवपदस्थ कलेक्टर नम्रता गांधी से मांग किया है कि ग्राम फरसरा व आसपास के ग्रामो मे हैण्डपंपो से लाल पानी निकलने के कारण ग्रामीणो को पेयजल के लिए भारी मशक्कत करना पड़ रहा है और पीएचई विभाग ध्यान नही दे रहा है इस गांव मे सौर ऊर्जा से पेयजल की सप्लाई किया जाये तो लगातार पानी चलने से ग्रामीणो को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकता है। ग्राम पंचायत दबनई के आश्रित ग्राम जो बीहड पहाडी के उपर डडईपानी बसा हुआ है इस ग्राम की स्थिति तो बेहद खराब है,यहा हेडपम्प भी नही है और ग्रामीण झरिया का दुषित पानी का सेवन हमेंशा से करते आ रहे है साथ ही सौर उर्जा प्लेट खराब हो चुकी है , सडक नही है मिलोें दुरी तय कर राशन लेने ग्रामीणों को पहुचना पडता है स्वास्थ्य की कोई सुविधा नहीं है।

क्या कहते है अधिकारी

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के गरियाबंद के एसडीओ श्री यादव ने बताया ग्राम फरसरा ,छिन्दौला, लूठापारा, धोबीपारा में हेडपम्प पर्याप्त है इस क्षेत्र के हेडपम्पो मे आयरन युक्त लाल पानी आने की शिकायत है और सौर उर्जा से पेयजल सप्लाई के लिए विभाग द्वारा स्टीमेट बनाकर भेजा जा चुका है स्वीकृत होते ही कार्य प्रारभ किया जाएगा ।

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