छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पादों में है स्वाद का खजाना
1 min readमास्टर शेफ सुश्री भदौरिया के व्यंजनों का विदेशी प्रतिनिधियों ने चखा स्वाद
अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन
रायपुर, 21 सितम्बर । छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पाद में स्वाद का खजाना है। इन उत्पादों से बने व्यंजन के स्वाद को किसी सरहद में बांधा नहीं जा सकता। छत्तीसगढ़ सरकार का प्रयास है कि राज्य के कृषि उत्पादों का स्वाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान कायम करें और राज्य के किसानों को अपने उत्पाद का उचित मूल्य मिले। इस दिशा में आज देश की ख्यातिलब्ध मास्टर शेफ सुश्री पंकज भदोरिया ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में राज्य के कृषि उत्पादों से बने व्यंजनों का प्रदर्शन किया।
मास्टर शेफ सुश्री भदौरिया द्वारा बनाए गए लजीज व्यंजनों का स्वाद सम्मेलन में विदेशों से आये मेहमानों ने चख कर इसकी तारीफ की। उन्होंने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को अंतर्राष्ट्रीय स्वाद का स्वरूप प्रदान करने के लिए साउथ एशिया में उपयोग किए जाने वाले मसालों का उपयोग किया। सुश्री भदौरिया द्वारा छत्तीसगढ़ के स्थानीय उत्पाद, ब्लेक राइस, मशरूम, बैगन, मुनगा, लाल भाजी, पालक भाजी, शहद के उपयोग से बनाए गए लजीज व्यंजनों से पूरा हॉल महक उठा। उन्होंने छत्तीसगढ़ के उत्पादों के स्वाद को अंतर्राष्ट्रीय नया स्वरूप प्रदान कर उपस्थित पाक कला प्रेमियों का दिल जीत लिया। उन्होंने प्रदर्शन के दौरान बताया कि छत्तीसगढ़ में बहुतायत से पैदा होने वाला मुनगा और उसकी पत्तियां पौष्टिक होने के साथ ही मानव शरीर के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद भी है। यहां मिलने वाला सावा चांवल आसानी से पच जाता है। इसमें कैल्शियम होने के साथ यह नान एलर्जिक भी है। छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक विभिन्न प्रकार की भाजियों का उत्पादन होता है। यहां की भाजी पौष्टिक होने के साथ स्वादिष्ट भी है, जिसका उपयोग मास्टर शेफ ने अपने व्यंजन प्रदर्शन में किया।