आदिवासी समाज को अपने गौरवशाली इतिहास संस्कृति और अपने पूर्वजों के बलिदानों पर गर्व होना चाहिए – कुमार ओंकार शाह
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक ध्रुव ने कहा, आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है
- आदिवासी परम्परा – देवजात्रा में शामिल होने विधायक, पूर्व विधायक सहित हजारों लोग पहुंचे
- देवजात्रा में ईष्टदेव, बुढादेव की पूजा अर्चना कर क्षेत्र में सुख शांति समृध्दि और खुशहाली के लिए किया गया कामना
गरियाबंद । आदिवासी समाज का अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा है और अपनी अलग परम्पराओं और मान्यताओं के लिए जाना जाता है। तहसील मुख्यालय मैनपुर से 14 किलोमीटर दुर ग्राम चिंदाभाठा में 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक देवजात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय जात्रा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देवभोग से लेकर पुरे गरियाबंद जिले के घटौदिया नेताम परिवार के हजारों लोग पहुंचे हुए है। ईष्टदेव छत्रपति बढादेव की पूजा अर्चना कर जात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह जात्रा कार्यक्रम लगभग 22 वर्षो बाद किया जा रहा है और जात्रा कार्यक्रम आदिवासी समाज के नेताम परिवार द्वारा अपने पूर्वजों को याद करने और उन्हें श्रध्दाजंली अर्पित करने आयोजन किया गया है। जात्रा कार्यक्रम में आज प्रमुख रूप से अमात गोंड समाज के केन्द्रीय अध्यक्ष एंव पूर्व विधायक कुमार ओंकार शाह, बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के विधायक जनक धुव्र, जिला पंचायत गरियाबंद उपाध्यक्ष संजय नेताम, जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, वरिष्ठ आदिवासी नेता हेमसिंह नेगी, गुजरात कमलेश, खेदू नेगी, जन्मजय नेताम, अमृतलाल नागेश,प्रेयसाय जगत, टीकम कपील, नकछेडाराम धु्रर्वा, महेन्द्र नेताम सहित क्षेत्र के आदिवासी समाज के लोग पहुंचे। इस दौरान अतिथियों ने ईष्टदेव छत्रपति बुढादेव की पूजा अर्चना कर क्षेत्र में सुख शांति समृध्दि और खुशहाली की कामना की।
जात्रा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक ओंकार शाह ने कहा कि आदिवासी समाज अपनी परम्परा और संस्कृति के लिए पुरे देश विदेश में जाना जाता है। आज 22 साल बाद आदिवासी समाज नेताम परिवार के लोग यहा अपने पुर्वजों, पुरखों को याद करने और उनके आशीर्वाद लेने के लिए जात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है उन्होने कहा कि इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम मे समाज में एकता भाईचारा और मजबूत होती है, और समाज के लोग एक जगह बैठक अपने समाज के विकास और उत्थान के बारे में चर्चा करते है।
बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक जनक ध्रुव ने भी जात्रा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदिवासी समाज के लोगो को अपने संस्कृति और परम्परानुसार सामाजिक कार्यक्रमों को करने के साथ आज के युवाओं को सामाजिक कार्यक्रमों में अपना योगदान देने की बात कही।
वरिष्ठ आदिवासी नेता हेमसिंह नेगी ने कहा आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है आदिवासी प्रकृति के सच्चे सपूत और मातृभूमि के गौरव है हमें अपने गौरवशाली इतिहास और अपने पूर्वजों के बलिदानों पर गर्व होना चाहिए हमारे पूर्वजों ने अपनी संस्कृति मिट्टी और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों को निछावर कर दिया है।
जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा आज आदिवासी समाज को संगठित होने की जरूरत है। उन्होंने कहा हमें पूर्वजों के बलिदानों से प्रेरणा लेकर समाज में व्याप्त कुरीतियां का आशिक्षा और गरीबी को दूर करने तथा अपना गौरवशाली संस्कृति की रक्षा का संकल्प लेकर कार्य करने की आवश्यकता है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से पुजारी केशर सिंह, सहदेव नेताम, सदाराम, तुलसीराम नेताम, भागसिंह, भगवान सिंह, हीरासिंह, उदेराम, रेवाराम, चरणसिंह, नोहर सिंह, रामचन्द्र, रामेश्वर नेताम, सुकेदव नेताम, आलेसिंह नेताम, बनसिंह नेताम, भुजबल, नेताम, पवन दीवान, महेत्तर सिंह, गुमान सिंह नेताम, भुखन सिंह नेताम, मंशाराम नेताम, रामसिंह नेताम, लेखनसिंह नेताम, चैनुराम नेताम, लक्ष्मीदास नेताम, पवन नेताम, अमर नेताम, दुलचंद सिंह नेताम, निरबोध सिंह नेताम, हीरासिंह, मेहत्तर सिंह, धरमसिंह, उदेराम, मानसिंह, डोमन सिंह, घनश्याम, रतन सिंह, संतोाष कैलाश, पदमनसिंह, भोजलाल, खगेश्वर, पंचमराम, दौलतराम, जयसिंह, पवन ठाकुर, सुखराम नागेश, सियाराम ठाकुर सहित समस्त गंगवंशी, घटौदिया नेताम परिवार के हजारों लोग शामिल हुए।