सरखोर से मणिपुर 2किलोमीटर एवं मणिपुर से पंडरिया डेढ़ किलोमीटर कच्ची पहुंच मार्ग पर चलना ग्रामीणों के लिए कष्टप्रद, पक्की मार्ग निर्माण की दरकार
1 min readबलौदाबाजार
जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के बलौदाबाजार जनपद एवं तहसील लवन से करीब 07 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सरखोर हैं।और सरखोर से करीब 2 किलोमीटर पर कच्ची मार्ग से होकर जाने वाली आश्रित ग्राम मणिपुर हैं जो पंडरिया से ही डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है।जंहा की जनसंख्या करीब 09 सौ है।जंहा के ग्रामीण रोजाना अपनी दिनचर्या एवं आवश्यक जररूतो के लिए कच्ची कीचड़ युक्त दलदल वाली 2 किलोमीटर की सड़क को सफर कर सरखोर ,लवन एवं अन्य जगहों पहुँचते हैं।कीचड़ से भरी कच्ची सड़क पर पैदल चलना या दोपहिया वाहनों में सफर करने के दौरान अनेकों घोर नरकीय समस्याओं से होकर गुजरना पड़ता है।महज2किलोमीटर की यात्रा करके सरखोर पहुँचने एवं लवन पहुँचने में कई घंटों की बर्बादी के साथ ही साथ घोर नरकीय समस्याओं से जूझते हुए यात्रा करने को ग्रामीण विवश एवं लाचार हैं।गौरतलब हो कि आजादी के इतने दशक बीत जाने के बाद भी सरखोर-मणिपुर कच्ची सड़क को पक्की सड़क का मूर्त रूप अभी तक नहीं मिल पाया है।
छत्तीसगढ़ राज्य के नए गठन के बाद सरकार आई चली गई लेकिन किसी भी सरकार ने सरखोर-मणिपुर कच्ची सड़क पर सुध लेने की कोशिश नहीं किये गए हैं जिसके चलते आज तक ग्रामीणों की पक्की सड़क की आस अधूरी ही रह गया है।न जाने कब और कौन सी सरकार इस कच्ची सड़क पर पक्की सड़क निर्माण की दिशा में रूचि लेगा यह आने वाले समय मे इसकी रूपरेखा स्पष्ट होगी।मणिपुर से दर्जनों बच्चे 10 एवं 12 वी के अलावा महाविद्यालय की कक्षाओं की पढ़ाई के लिए सरखोर, लवन कच्ची मार्ग से जूझते हुए पहुँचते हैं।बरसात के चार माह ग्रामीणों के लिए बहुत ही कष्टदायक रहता है। इस मार्ग को लेकर क्षेत्र के वरिष्ठ संवाददाता गोलू कैवर्त ने ग्रामीणों से चर्चा किये तब ग्रामीणों ने बताया कि आज तक कच्ची सड़क की सुध किसी ने नहीं लिए है लेकिन इस बार उन्हें उम्मीद है कि कसडोल विधानसभा की लोकप्रिय जुझारू एवं जनहितैषी विधायक सुश्री शकुंतला साहू अवश्य ध्यान देगी और सरखोर-मणिपुर 2किलोमीटर वाली कच्ची मार्ग को पक्की तब्दील करवाने में सार्थक योगदान देंगी।देखने वाली बात होगी कि ग्रामीणों की मांग पर विधायक सुश्री शकुंतला साहू कब तक पक्की सड़क की सौगात देंगी।लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि ग्रामीणों का अब पूरा उम्मीद कसडोल विधायक पर टिकी हुई है।वंही सूत्रों से यह बात भी पता चला है कि सत्र2018 में पक्की सड़क निर्माण के लिए टेंडर जारी हुआ था लेकिन कार्य तो पूरा नहीं हुआ है नहीं टेंडर प्राप्त करने वाले ठेकेदार ने काम कराया है।मणिपुर कच्ची मार्ग पर सड़क निर्माण के नाम पर महज मिट्टी एवं गिट्टी बिछाने की बात सामने आया है।मिट्टी बिछाने से सड़क और दलदली युक्त हो चुका है।इससे राहगीरों की मुश्किलें और बढ़ गई है।सड़क निर्माण को लेकर हमारे संवाददाता गोलू कैवर्त ने कसडोल विधायक सुश्री शकुंतला साहू से चर्चा करने पर बतायी कि सड़क पक्की बने इसके लिए वह हर सम्भव प्रयास करेगी।