प्रदेश का अनोखा मामला – ग्रामीणों ने बंद किया सरपंच का हुक्का पानी, परिवार साथ थाना पहुंचकर न्याय की लगाई गुहार
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- राईस मिल निर्माण विवाद के चलते सरपंच का हुक्का पानी बंद
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के जाड़ापदर में एक अनोखा मामला सामने आया है। राईस मिल निर्माण को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि कुछ ग्रामीणों ने गांव के लोगो को बहला फुसला भड़का कर सरपंच एवं उनके परिवार का हुक्का पानी बंद करा दिया है। यह शिकायत लिखित में सरपंच द्वारा पुलिस अधीक्षक गरियाबंद के नाम ज्ञापन सौंपकर बताया गया है। सरपंच और उनके परिजनों ने बताया कि सरपंच व उनके परिवार वालो से बातचीत करने या उनके यहां काम पर जाने पर पांच हजार रूपये का अर्थ दंड रखा गया है जिसके चलते सरपंच के परिवार बेहद परेशान हो गये हैं। पूरे परिजनों के साथ मैनपुर एसडीएम कार्यालय तथा थाना पहुंचकर सरपंच एवं परिजनों ने गुहार लगाते हुए मांग किया है कि उनका हुक्का पानी बहल करते हुए ग्रामीणों को बहकाने वाले व्यक्तियो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किया जाये अन्यथा सरपंच सहित उनके परिजन छोटे -छोटे बच्चो को लेकर पैदल गरियाबंद कलेक्टर कार्यालय और मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मामले की शिकायत करेंगे। सरपंच ने कहा इस दौरान उनके परिजनो के साथ कोई भी घटना घटित होती है तो इसके लिए उक्त संबंधित लोग जिम्मेदार होंगे।
तहसील मुख्यालय मैनपुर से 3 किमी दूर ग्राम जाड़ापदर में राइस मिल स्थापना की एनओसी ने गांव के ग्रामीणों को दो फाड़ में कर दिया। ग्रामीणों ने जहां सरपंच के परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया। वहीं, सरपंच ने भी परिवार समर्थकों के साथ थाना पहुंच ग्रामीणों को बरगलाने वाले के नाम शिकायत सौंपा है। गरियाबंद के मैनपुर विकासखण्ड में हुक्का पानी बंद करने का एक अनोखा मामला सामने आया है। मैनपुर ब्लॉक में ग्राम पंचायत जाड़ापदर सरपंच हरचंद बैगा का ग्रामीणों ने ही हुक्का पानी बंद कर दिया है।पीड़ित सरपंच पूरे परिवार के साथ थाना पहुंच कर मामले की लिखित शिकायत दिया है, जिसमें उसने गांव के एक दर्जन भर लोगों के नामजद शिकायत किया है जिसमें कुछ शासकीय सेवक का भी नाम उन्होने अपने शिकायत में उल्लेखित किया है शिकायत पत्र में सरपंच और उनके परिजनों ने बताया कि एक दर्जन लोगों के द्वारा गांव के भोले भाले ग्रामीणों को उनके खिलाफ बहला फुसला कर बहिष्कार करने को मजबूर कराया है। साथ ही लिखित में उन्होने बताया कि उक्त एक दर्जन व्यक्तियो के धौस और धमकियो के चलते हम सरपंच उपसरपंच एवं परिवार वालो के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत नही कर रहे है और हमारे खेतो में काम करने भी नही आ रहे हैं क्योंकि एक दर्जन व्यक्तियों के द्वारा ऐसा फरमान जारी करने का आरोप लगाया है कि जो भी सरपंच, उपसरपंच एवं उनके परिवार वालो के साथ बातचीत करेगा उनके यहां कामकाज में जायेगा तो उनसे 5 हजार रूपये अर्थ दंड लिया जायेगा। सरपंच एवं उनके परिजनों ने बताया कि इस दौरान हमारे परिवार के ऊपर किसी भी प्रकार के कोई घटना घटित होती है तो उसके लिए वह एक दर्जन व्यक्ति जिम्मेदार होंगे जिनका नाम लिखित में शिकायत किया गया है। साथ ही न्याय नहीं मिलने पर मैनपुर से गरियाबंद और रायपुर मुख्यमंत्री निवास तक छोटे -छोटे बच्चो को लेकर पैदल जाकर न्याय मांगने की बात कही है।
- राईस मिल निर्माण को लेकर विवाद बढ़ा
दरअसल मामला ग्राम पंचायत जाड़ापदर में एक राइस मिल को जारी एनओसी को लेकर है। पंचायत के इस पत्र ने गांव को दो फाड़ कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के देव स्थल पर राइस मिल बनाया जा रहा है, जिसके लिए सरपंच की मौन स्वीकृति थी।जबकि सरपंच का दलील है कि पंचायत द्वारा पूरी प्रकिया के तहत विधिवत एनओसी दिया गया है। 2005 से 2023 तक जब -जब यह जमीन की बिक्री हुई तो किसी भी ग्रामीण व समाजजनों द्वारा विरोध नहीं किया गया क्योंकि यह जमीन निजी जमीन है। राईल मिलर्स सरफराज मेमन को ग्राम पंचायत से डायवर्सन के लिए प्रस्ताव दिया गया तब भी किसी भी ग्रामीण द्वारा विरोध नहीं किया गया जब पंचों की सहमति से अनापत्ति प्रमाण पत्र ग्राम पंचायत जारी किया जब भी किसी प्रकार का विरोध नहीं किया गया। सरपंच ने आगे कहा, जब राईस मिलर द्वारा काम चालू किया गया निर्माण कार्य प्रगतिरत होने की स्थिति में यह एक दर्जन लोगों द्वारा ग्रामीणों को भड़का कर विरोध प्रारंभ किया गया। संबंधित जमीन ग्राम पंचायत जाड़ापदर निवासी पदमन पिता जबरसिंह से सन् 2000 से 2005 में खसरा नंबर 70/2 जो कि बच्चन यादव पिता राजगुनी यादव ने खरीदा था उसके बाद 70/3 को श्रीराम त्रिवेणी द्वारा खरीदा गया। सन् 2023 में मोहम्मद गुलाम पिता मोहम्मद इकबाल द्वारा 70/1 को खरीदा गया खरीदी बिक्री के संबंध में इस्तिहार भी जारी किया गया था जिसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि उक्त जमीन बिक्री पर किसी को आपत्ति हो तो वे तहसील कार्यालय में आपत्ति दर्ज करा सकते हैं लेकिन किसी भी व्यक्ति द्वारा इस पर आपत्ति दर्ज नहीं कराया गया तब राईल मिलर्स सरफराज मेमन को ग्राम पंचायत द्वारा डायवर्सन के लिए प्रस्ताव दिया गया तब भी किसी भी ग्रामीणों द्वारा विरोध नहीं किया। पंचों की सहमति से अनापत्ति प्रमाण पत्र एवं प्रस्ताव दिया गया है।
- सरपंच ने कहा, गांव में रोजगार के सृजन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया
ग्राम पंचायत जाड़ापदर के सरपंच हरचंद ध्रुव बैगा ने बताया कि ग्रामीणों के लिए रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से उद्योग का स्थापना के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र विधिवत दिया गया है। इसी मामले में उपसरपंच पंच ने भी ग्रामीणों के कुछ गुट पर प्रताड़ि़त और शासकीय काम में बाधा का आरोप लगा कर पृथक शिकायत दिया है। मामला अब बड़े अफसरों के संज्ञान में आ गया है। देखना होगा कि हुक्का पानी के इस अनोखे मामले का पटाक्षेप प्रशाशन कैसे करेगी।
- थाना प्रभारी ने कहा, मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है
मामले में मैनपुर थाना प्रभारी शिवशंकर हुर्रा ने कहा कि मामले की शिकायत मिली है। उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, उनके मार्ग दर्शन में उचित कार्यवाही किया जायेगा।