यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2018: चयनित अभ्यर्थियों में से 17327 का चिकित्सा परीक्षण आठ मार्च से शुरू
1 min readलखनऊ। नागरिक पुलिस एवं पीएसी में कांस्टेबल के पदों पर सीधी भर्ती अक्तूबर 2018 के तहत चयनित अभ्यर्थियों में से 17327 अभ्यर्थियों का चिकित्सा परीक्षण व चरित्र सत्यापन आठ मार्च से 31 मार्च तक किया जाएगा। आधारभूत प्रशिक्षण के दूसरे चरण के लिए शुरू की गई यह प्रक्रिया प्रदेश के सभी 75 जिलों की पुलिस लाइंस या निर्धारित स्थान पर सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक चलेगी।
पुलिस मुख्यालय के डीआईजी प्रशासन ने बताया कि सीधी भर्ती अक्तूबर 2018 के तहत कुल 49568 पदों पर चयन किया गया था। इसमें कांस्टेबल नागरिक पुलिस के 31360 पद एवं कांस्टेबल पीएसी के 18208 पद शामिल हैं। इन सभी चयनित अभ्यर्थियों में से कांस्टेबल नागरिक पुलिस के 14 हजार अभ्यर्थियों को प्रथम चरण में आधारभूत प्रशिक्षण दिया गया। अब दूसरे चरण में कांस्टेबल नागरिक पुलिस के 12142 पुरुष व 5185 महिला समेत कुल 17327 चयनित अभ्यर्थियों की चिकित्सा परीक्षा एवं चरित्र सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों के लिए जिले आवंटित
प्रदेश के चयनित अभ्यर्थियों का चिकित्सकीय परीक्षण उनके गृह जिले में कराया जाएगा। ऐसे अभ्यर्थी जिनका गृह जनपद अन्य राज्यों में है, उनकी चिकित्सा परीक्षा एवं चरित्र सत्यापन की कार्यवाही के लिए जिले तय किए गए हैं। बिहार व झारखंड के अभ्यर्थी वाराणसी, मध्य प्रदेश के अभ्यर्थी झांसी, छत्तीसगढ़ के अभ्यर्थी प्रयागराज, राजस्थान के अभ्यर्थी आगरा, दिल्ली व हरियाणा के अभ्यर्थी मेरठ तथा पंजाब-हिमाचल प्रदेश-उत्तराखंड के अभ्यर्थी सहारनपुर में चिकित्सा जांच व चरित्र सत्यापन कराएंगे। इन राज्यों के अलावा अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों की चिकित्सा जांच एवं चरित्र सत्यापन लखनऊ में होगा।
- अभ्यर्थियों से पुलिस आयुक्त, एसएसपी या एसपी की तरफ से जारी बुलावा पत्र के अलावा सभी अखिलेखों की प्रमाणित छाया प्रतियां और उनके मिलान के लिए मूल प्रतियां साथ लाने को कहा गया है।
भ्रष्टाचार रोकने को एसटीएफ भी लगेगी
अभ्यर्थियों की चिकित्सा परीक्षण की प्रक्रिया की पवित्रता एवं शुचिता बनाए रखने, किसी प्रकार का भ्रष्टाचार रोकने तथा किसी चयनित अभ्यर्थी के स्थान पर कोई अन्य व्यक्ति (मुन्ना भाई) को उपस्थित होने से रोकने के लिए सभी जिलों में कड़ी नजर रखी जाएगी। इस कार्य में स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के अलावा एसओजी व क्राइम ब्रांच की टीम सादे कपड़ों में लगाई जाएगी। इसके अलावा एसटीएफ, भ्रष्टाचार निवारण संगठन व अभिसूचना मुख्यालय की सतर्क दृष्टि रखेगा।