लो वोल्टेज और बिजली कटौती को लेकर मैनपुर क्षेत्र के ग्रामीणों ने निकाली जंगी रैली, उग्र धरना प्रदर्शन
- मैनपुर देवभोग क्षेत्र की जनता सर प्लस बिजली वाली राज्य में लालटेन के भरोसे जीवन यापन करने मजबूर, हमारी सब्र का इम्हितान न लें करेंगे उग्र आंदोलन – लोकेश्वरी नेताम
- मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मैनपुर और देवभोग विकासखण्ड क्षेत्र के 300 से भी ज्यादा गांव के लाखों लोगा इस सर प्लस बिजली वाले राज्य में पिछले कई वर्षो से लो वोल्टेज और बिजली कटौती की गंभीर समस्या से जूझ रहे है। इस समस्या के समाधान के लिए क्षेत्र के सांसद विधायक जंहा एक ओर ध्यान नही दे रहे हैं। वही सबंधित अधिकारी भी उदासीन रवैया अपनाये है, जिसके कारण आज गांव गांव में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। लोगों को पीने के लिए साफ सुथरा पानी नहीं मिल पा रहा है।
सैकडों एकड़ खेत में धान और मक्के की फसल सुखकर बर्बाद हो गई है, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। उक्त बाते लो वोल्टेज बिजली कटौती को लेकर मैनपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला पंचायत के सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कही।
आज सोमवार को तहसील मुख्यालय मैनपुर में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले क्षेत्र के सैकडों ग्रामीणाें ने पहले तो जंगी रैली निकाली और जिडार चौक के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। लगातार क्षेत्र में हो रहे बिजली कटौती, लोड सेंडिग के नाम पर कटौती, लो वोल्टेज को लेकर जमकर नारेबाजी किया। इस दौरान धरना प्रदर्शन को आगे संबोधित करते हुए जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि सरकार और शासन प्रशासन इस आदिवासी क्षेत्र की जनता का सब्र का इम्तिहान न ले। इस क्षेत्र की जनता को बिजली के नाम पर तरसाना बंद करे नही तो क्षेत्र की हजारो जनता आने वाले दिनो में चक्का जाम जिला कार्यालय का घेराव करने मजबूर होंगे।
इसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता भोजलाल नेताम ने काफी आक्रमक तेवर में उदबोधन देते हुए कहा कि छत्तीसगढ राज्य निर्माण के बाद उम्मीद जगी थी कि इस आदिवासी क्षेत्र के लाखों लोगो को बिजली सुलभ 24 घंटा मिलेगी लेकिन यह हमारे क्षेत्र के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। आज हमारा प्रदेश सर प्लस बिजली वाला राज्य कहलाता है यहा कि बिजली दुसरे प्रदेश को बेचा जा रहा है, लेकिन गरियांबद जिला के बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के लोग बिजली के लिए तरस रहे है। रात को गांव में इतना कम वोल्टेज रहता है कि एक तरफ लालटेन जला दो और एक तरफ 100 वाल्ट की बल्ब तो ज्यादा रौशनी लालटेन से निकलती है, उपर से प्रतिदिन लोड सेडिगं के नाम पर चार घंटे की कटौती और न जाने 24 घंटे में दर्जनों बार क्यों कटौती किया जाता है। इसकी जवाब तो सिर्फ विभाग ही दे सकता है। क्षेत्र के युवा आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद भी, बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मैनपुर और देवभेाग क्षेत्र के लोगो को बिजली कटौती की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। पहले कहते थे गरियाबंद को जिला बनने दो मैनपुर में बिजली की समस्या हल जायेगी आज गरियाबंद को जिला बने कई साल हो गये अभी तक बिजली की समस्या का समाधान नही हुआ है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनो में क्षेत्र के किसान, व्यापारी, छात्र , ग्रामीण, आमजनता बिजली की मांग को लेकर सडक की लडाई लड़ेगी इसलिए शासन प्रशासन को चाहिए कि बिजली व्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाये।
- इस दौरान क्षेत्र के कई वरिष्ठ जनों ने धरना प्रदर्शन को संबोधित किया और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान को ज्ञापन सौपा गया। धरना प्रदर्शन के चलते बडी संख्या में पुलिस के बल तैनात थे।
इस मौके पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत के सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, भोजलाल नेताम, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सावित्री नागेश, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सियाराम ठाकुर, सरपंच भाठीगढ जिलेन्द्र नेगी, सरपंच गोपालपुर खेलन दीवान, सरपंच बोईरगांव सहदेव साण्डे, महेन्द्र नेताम, बृजलाल सोनवानी, जबर सिंह नागेश , प्रताप सिंह मरकाम, मोहर लाल ओंटी, पदम लाल नेताम, परमेश्वर मरकाम, अजीत लाल, श्यामलाल, दुर्गेश कुमार, प्रेम लाल यादव, फिरोज खान, जन्मजय नेताम, सुनील मरकाम, थानू पटेल, गोबरा के सरपंच रामस्वरूप, रामेश्वर ठाकुर, देवानंद, गंगाराम जगत, देवकी बाई, बिमला नागेश, रामेश्वरी मरकाम, चमेली पटेल, परमेश्वर साहू, तुलाराम सिन्हा, अमित कश्यप, दुलार सिंह सहित बडी संख्या में क्षेत्रभर के लोग उपस्थित थे।