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November 24, 2024

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ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं व बालिकाओं ने कहा भूपेश कका धन्यवाद

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  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • मैनपुर ग्रामीण क्षेत्र के गांव -गांव में इन दिनों मचा है छत्तीसगढ़ियों ओलंपिक खेलकूद प्रतियोगिता की धूम, गांव का माहौल किसी त्यौहार से कम नहीं

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपारिक खेलकूद फुगड़ी, रस्सी खींच, गिल्ली डंडा, बोरा दौड़, भंवरा, खो खो, पिट्ठुल, लंबी कूद, ऊंची कूद, बाटी, जलेबी दौड व अनेक पुराने पारंपरिक खेलों को विश्व स्तर पर लाने के लिए पिछले 6 अक्टूबर से पूरे प्रदेश के सभी ग्राम पंचायत स्तरों में राजीव युवा मितान क्लब एवं ग्राम पंचायत के संयुक्त तत्वधान में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों इन पारंपरिक खेलों की धूम मची हुई है। सुबह से देर शाम तक ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाएं और महिलाएं इन खेल प्रतियोगिता में बड़े उत्साह से भाग ले रहे हैं। गांव से लेकर शहर तक के छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्गों में इस छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल के प्रति भारी खुशी देखने को मिल रही है।

ग्रामीण क्षेत्र के महिलाएं इन दिनों अपने घरेलू कार्य करने के बाद सीधा खेल मैदान में पहुंच रहे हैं जिला पंचायत की सभापति से लेकर ग्राम पंचायत के सरपंच पंच और ग्रामीण महिलाएं इन प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं। गांव में किसी त्यौहार से कम माहौल नजर नहीं आ रहा है चारों तरफ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल की चर्चाएं चल रही है और इस खेल के माध्यम से गांव में भाईचारा एकता अपनापन भी देखने को मिल रहा है।

भूपेश कका धन्यवाद बचपन के दिनों को पचपन वर्ष में याद दिला दिये

छत्तीसगढ़ियों ओलंपिक खेल प्रतियोगिता को लेकर मैनपुर ग्रामीण ईलाको में मंहिलाओं से चर्चा किया तो मंहिलाओं ने सबसे पहले इस खेल प्रतियोगिता के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति दिल से आभार व्यक्त किया है। ग्राम भाठीगढ़ के श्रीमति पुष्पा नेगी 55 वर्षीय ने चर्चा में बताया कि बचपन के दिनों में फुगड़ी, बिल्लश खेल खेलते थे और उसके बाद वर्षो से इस खेल को नहीं खेले है लेकिन छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल ऐसा पहला मुख्यमंत्री है जो छत्तीसगढ़ के बहुत पुराने प्राचीन खेलो को देश दुनिया के सामने लाने का कार्य कर रहे है जिसकी जितनी तारीफ किया जाये कम है। उन्होने कहा बचपन के दिनों को पचपन के उम्र में भूपेश सरकार ने याद दिलाया है भूपेश सरकार ही छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़िया सरकार है।

ग्राम पंचायत जिड़ार के सरपंच दुलेश्वरी नागेश ने कहा शादी के बाद अधिकांश मंहिलाएं घरेलु कार्य में व्यस्त हो जाती है लेकिन छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के मंहिलाओं को जहां आर्थिक रूप से नरवा, गरवा, घुरवा व बाड़ी योजना के तहत सक्षम करने का कार्य कर रही है वही दूसरी ओर इस तरह के पारंपरिक खेलो में अब ग्रामीण मंहिलाएं कुछ समय निकालकर मैदान में पहुंच रहे हैं जिससे मानसिक और शारीरिक स्फूर्ति के साथ मंहिलाओं में उत्साह देखने को मिल रहा है।

ग्राम धवलपुर के जनपद सदस्य श्रीमति चंदा बारले ने कहां छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलकूद प्रतियोगिता से ग्रामीण खेलो को बढ़ावा दिया जा रहा है जो अपने आप में एक मिशाल है ये पहली सरकार है जो तीज, त्यौहारो और हमारी संस्कृति को देश दुनिया के सामने लाने का कार्य किया पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के लोग एक ही दिन एक ही समय बासी खाकर एक रिकाॅर्ड बनाये है विदेशो में भी लोगो ने बासी के महत्व को समझा है।

ग्रामीण महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका कपील, नीराबाई नेगी, रामबाई, चुनेश्वरी, नीरा ध्रुव, पदमा बाई, गूंजोबाई नायक, सरिता ध्रुव ने छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार के इस खेल आयोजन की तारीफ करते हुए कहा भूपेश बघेल सरकार हमारे प्राचीन और पारंपरिक खेलो को आगे बढ़ाने के लिए जो कार्य कर रही है। वह अपने आप में एक मिशाल है। आज इस खेल के माध्यम से गांव में एकता, भाईचारा अपनापन और त्यौहार जैसे माहौल देखने को मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के मंहिलाओं ने इस खेल प्रतियोगिता के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया है।