उन्नाव रेप कांड में निलंबित विधायक कुलदीप सेंगर सहित 10 पर CBI ने कराया FIR
1 min read
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जिला उन्नाव के माखी दुष्कर्म कांड की पीड़िता की दुर्घटना मामले में भाजपा के निलंबित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ और भी 10 लोगों के खिलाफ CBI ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसकी चर्चा प्रदेशभर में हो रही है। राज्य सरकार की संस्तुति पर केंद्र ने जांच की अधिसूचना जारी कर दी थी, जिसके बाद मंगलवार देर रात केस दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी थी। लखनऊ में दर्ज किये मुकदमे में पुलिस द्वारा रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में दर्ज हत्या का मुकदमे को आधार बनाया है। रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाने में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 नामजद और 15-20 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जेल में बंद पीड़ित किशोरी के चाचा की तहरीर पर दर्ज की गई थी। पुलिस ने 302 (हत्या), 307 (जानलेवा हमला), 506 (जान से मारने की धमकी) व 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
कांड में अब तक पांच केस दर्ज कर चुकी है। सीबीआइ ने आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को 13 अप्रैल, 2018 को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह जेल में है। रायबरेली जेल में बंद पीड़ित किशोरी के चाचा कीकारागार अधीक्षक के जरिये दी गई तहरीर का आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इस मुकदमे में बांगरमऊ (उन्नाव) से भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के अलावा उसके भाई मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह तथा अधिवक्ता अवधेश सिंह आरोपित हैं।
इनमें पीड़ित किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट तथा पीड़िता के पिता को पीटने व झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने के मामले भी शामिल हैं। सीबीआइ इनमें तीन केस में आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। सामूहिक दुष्कर्म के केस में आरोपपत्र अभी दाखिल नहीं किया गया है। अब बुधवार को सीबीआइ ने माखी दुष्कर्म कांड की पीड़िता के साथ रायबरेली में हुई दुर्घटना मामले में भी केस दर्ज किया है। इस मामले के प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है।