विशेष पिछड़ी कमार जनजाति परिवारों के सर्वेक्षण में पहुंचा कोलकाता से 12 सदस्यीय अध्ययन दल
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- मैनपुर क्षेत्र के बिहड़ वनांचल में बसे कमार ग्रामों में पहुंचकर घर-घर जाकर डेटा एकत्र कर रहे
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के दुरस्त बिहड़ वनांचल क्षेत्र में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी कमार जनजाति परिवारो के सर्वेक्षण कार्य के लिए भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण ASI कोलकाता के अध्ययन दल मैनपुर क्षेत्र बिहड़ वनाचंलो में बसे विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के परिवारों के घर-घर जाकर गहन सर्वेक्षण कार्य डेटा एकत्र किया जा रहा है। यह सर्वेक्षण कार्य 25 दिसम्बर से 05 जनवरी तक किया जाना है और इसके लिए 12 सदस्यीय दल पहुंचे हुए है।
तहसील मुख्यालय मैनपुर से 18 कि.मी. राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाड़ीघाट में आज भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण ए एस आई कोलकाता के अध्ययन दल पहुंच कर सर्वेक्षण कार्य प्रारंभ किया है उक्त जानकारी मंडल संयोजक चन्द्र किशोर बघेल ने दिया है।
संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान नवा रायपुर के द्वारा भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण कोलकाता के अध्ययन दल कमार परिवारो के घर-घर जाकर गहन सर्वेक्षण का डेटा एकत्र किया जा रहा है यह दल देवडोंगर,भालुडिग्गी,बेसराझर,कुल्हाड़घाट,गौरमुढ़ मटाल,डूमरघाट,बोईरगांव,कोनारी,तुहामेटा,छिन्दौला,फरसरा,दबनई पहुचकर कमार जनजातियों के रहन सहन को नजदीक से देखकर उनसे चर्चा कर उनके बीच रूक कर सर्वेक्षण का डेटा एकत्रित करेगें। इस वैज्ञानिक अध्ययन दल में भारत सरकार के दो प्रथम वर्ग के अधिकारी ,दो महिला वैज्ञानिक एवं आठ अन्य पुरूष अन्य वैज्ञानिक शामिल होने की बात बताई गई है। अध्ययन दल द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति कमार समाज के लोगो का सर्वे किया जा रहा उनके रहन-सहन,खान पान के बारे में विस्तार से जानकारी लिया जा रहा है।