विशाखापट्टनम गैस लीक में 13 की मौत, 3000 से ज्यादा लोगों की हालत चिंताजनक
1 min readविशाखापट्टनम में भोपाल जैसा हादसा
आधी रात में लीकेज, सड़क पर गिरते लोग
गैस के असर से 300 से ज्यादा लोगों की हालत चिंताजनक
रात ढाई बजे के आसपास केमिकल प्लांट से रिसी जहरीली स्टाइरीन गैस
सड़कों पर लोग बेहोश होकर गिरने लगे, प्रभावितों में बच्चे, बुजुर्ग ज्यादा
तीन किमी के दायरे के गांवों को खाली करवाया गया
मुख्यमंत्री जगन ने किया 1 करोड़ की सहायता राशि का ऐलान
विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी से खतरनाक जहरीली गैस का रिसाव
विशाखापट्टनम. आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में गैस लीकेज का मामला सामने आया है. यह दुर्घटना बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात करीब 2.30 बजे आरआर वेंकटपुरम गांव में स्थित प्लांट में हुई. सैकड़ों लोग सड़कों, घरों में बेहोश होकर गिर गए थे, उनको अस्पताल लाया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन और नेवी ने फैक्ट्री के पास के गांवों को खाली करा लिया है. इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 300 से अधिक लोगों की हालत गंभीर है. मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है.
5000 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं जिन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है. सीएम जगन मोहन रेड्डी खुद विशाखापट्टनम पहुंच गए हैं. इस घटना ने आज से 36 साल पहले हुई भोपाल गैस त्रासदी की यादें फिर से ताजा कर दी हैं. अब तक गैस रिसाव शुरू होने की वजह पता नहीं चली है. प्लांट के मैनेजमेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
यह गैस रिसाव विशाखापट्टनम के बाहरी हिस्से में साउथ कोरियन कंपनी एलजी पॉलिमर्स द्वारा संचालित प्लांट में हुआ. बताया जा रहा है कि आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी से सुबह 2.30 बजे खतरनाक जहरीली गैस का रिसाव हुआ है. इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं. फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए. गैस का ऐसा रिसाव हुआ कि प्लांट के आसपास के दायरे में हड़कंप मच गया. दम घुटने से लोगों में अफरातफरी मच गई. सड़कों पर लोग बेहोश होकर गिरने लगे. प्लांट में बने 5-5 हजार टन के 2 टैंकों से गैस लीक हुई. मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही टैंकों की देखभाल के लिए वहां कोई तैनात नहीं था. टीवी फुटेज में मोटरसाइकल सवारों को उस पर से गिरते हुए देखा जा सकता है. सोशल मीडिया पर तो जो फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं, वे विचलित कर देने वाले हैं. गैस कांड में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 316 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं. इसका असर ऐसा था कि आसपास के इलाके के कई मवेशी भी बेहोश हो गए. इस पर सुबह 10 बजे से पहले ही काबू कर लिया गया, लेकिन रेस्क्यू आॅपरेशन जारी है.
प्लांट में थे दो हजार लोग
बताया जाता है कि हादसे के वक्त प्लांट में करीब दो हजार लोग मौजूद थे. गैस से जब सांस उखड़ने लगी तो बदहवाशी में लोग भागने लगे. इस कोशिश में कुछ लोग पास के नाले में भी गिर गए, तो कई लोग सड़कों पर बेहोश हो गए. इस वजह से राहतकर्मियों को पहुंचने में मुश्किलें पेश आर्इं.