गरियाबंद जिले के साहसी दादा ने जान में खेलकर तेंदुए के जबड़े से अपने 4 वर्षीय पोते को बचाया
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- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। गरियाबंद जिले में एक साहसी दादा अपने पोते को बचाने के लिए तेंदुए से भीड़ गए और उसके जबड़े से बच्चे को छुड़ा लिया घटना में मासूम बच्चे को गले में चोट आई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा में बच्चे का इलाज जारी है। पूरी घटना छुरा विकासखंड के ग्राम कोठीगांव की है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार तकरीबन शाम करीब 07 बजे दर्शन नेताम का बेटा (चार वर्षीय) प्रदीप नेताम अपने घर के आंगन में खेल रहा था। इस बीच एक जंगली तेंदुआ ने अचानक बच्चे पर हमला कर दिया और जबड़े में दबाकर जंगल की ओर भाग रहा था। घटना के दौरान घर पर सिर्फ बच्चा और उसके दादा थे बच्चे के माता-पिता काम से वापस नहीं लौटे थे।
तेंदुआ जैसे ही भागने लगा तो बच्चा जोर-जोर से चिखने रोने लगा जिसे सुनकर बच्चे के दादा तेंदुआ के पीछे दौड़ लगा दिया। उन्होंने देखा कि तेंदुआ जंगल की तरह जा रहा है। अपने पोते को बचाने के लिए दादा जान पर खेलकर तेंदुआ से जा भिड़ा काफी मशक्कत के बाद दादा ने तेंदुआ के जबड़े से बच्चे को छुड़ा लिया। घायल बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छुरा लाया गया है। दादा के साहस से एक मासूम बच्चे की जान बच गई और अब इसकी क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है।