पंचायती राज व्यवस्था को सामन्तों और धनपशुओं के चंगुल से मुक्त कराने के लिए बनी रणनीति
1 min read
सुलतानपुर
बंधुआकला से मोस्ट की न्याय पंचायत स्तरीय मीटिंग का सिल-सिला हुआ शुरू
आज दिनाँक 27-07-2020 को विकासखण्ड दूबेपुर क्षेत्रान्तर्गत न्याय पंचायत बंधुआकला में “सारे बन्धन तोड़ो-मोस्ट (बहुजन) समाज जोड़ो” की न्याय पंचायत स्तरीय मीटिंग प्रदीप सोनकर के नेतृत्व में सम्पन्न हुई।

मीटिंग में पंचायती राज व्यवस्था को धनपशुओं और सामन्तों के चंगुल से मुक्त कराकर स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण की रणनीति पर चर्चा हुई। उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि मोस्ट (बहुजन) को सामन्तों और धनपशुओं के चंगुल से बाहर निकलकर राजनीति की मुख्य धारा में लाने के लिए आपसी समन्वय, सहकारिता और सहयोग की भावना से काम करना अनिवार्य है।
मीटिंग में मोस्ट जिला संयोजक ज़ीशान अहमद, इरफ़ान सिद्दीकी, अविनाश सोनकर, अजय गौतम, धीरज गौतम, मुकेश सोनकर, धीरज गौड़, अरुण सोनकर, आशुतोष सोनकर, मोहन यादव, अरुण कुमार पाल, सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।