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October 17, 2024

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आदिवासी महिला के मौत मामले में कार्यवाही- निजी अस्पताल को किया गया सील, प्रारंभिक जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने प्राईवेट अस्पताल में किया ऑपरेशन, आदिवासी महिला की मौत, अस्पताल सील, डॉक्टर के खिलाफ जांच शुरू

गरियाबंद । गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड के दुरस्थ वनांचल में बसा राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाडीघाट के एक आदिवासी महिला को पेट में दर्द के ईलाज के लिए छुरा स्थित लक्ष्मीनारायण हॉस्पिटल में परिजनो ने भर्ती कराया था लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा आदिवासी महिला के जान के साथ खिलवाड़ किया गया और गलत ईलाज के कारण महिला की मौत हो गई। इस खबर के प्रशासन के बाद जिला प्रशासन गरियाबंद ने मामले को संज्ञान में लिया और आज एक बडी कार्यवाही करते हुए निजी अस्पताल लक्ष्मीनारायण अस्पताल छुरा को सील कर दिया गया, साथ ही इस मामले में संघन जांच शुरू कर दिया गया है। गरियाबंद जिले के छुरा का लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल सिल किया प्रशासन ने, मैनपुर विकासखण्ड के कुल्हाडीघाट निवासी मृतिका गैंदी बाई के परिजनों के शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया कार्यवाही।

आरंभिक जांच रिपोर्ट में कई चौकाने वाले खुलासे मृतका गर्भवती भी थी। ऑपरेशन करने वाला सर्जन महासमुंद मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर है। स्वास्थ्य विभाग ने आज छुरा के विवादित अस्पताल लक्ष्मी नारायण को सील कर दिया है। मामले की जांच के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी डा जीएस धु्रव, डा ए के हुमने, डा हरीश चौहान समेत छुरा बीएमओ व स्थानीय राजस्व पुलिस विभाग के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में उक्त कार्यवाही की गई है। इस अस्पताल में लम्बे समय से इलाज कराने के बाद हालत बिगड़़ने से गैंदी बाई की मौत 10 मई को रायपुर के अस्पताल में हो गई थी। 22 मई को कुल्हाड़ीघाट निवासी मृतका के पति भागीरथी नेताम व परिजन ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए गरियाबंद कलेक्टर के समक्ष ज्ञापन सौपा था, जिसमे कई बिंदुओं पर अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया था। कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देश पर जिला चिकित्सा अधिकारी गरियाबंद गार्गी यदु ने जांच टीम गठित कर कार्यवाही शुरू कर दिया था। मृतका के इलाज से जुड़ी जरूरी दस्तावेज जब्त किया गया था। साथ 23 मई को अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भी थमा दिया गया था। जवाब संतोष प्रद नही होने के कारण प्रशासन ने आज अस्पताल को सील कर मामले की गहनता से जांच शुरू कर दिया है।

  • मृतका गर्भवती थी, बगैर जरूरी टेस्ट के किया ऑपरेशन

जब्त दस्तावेज में जांच टीम को हिस्टापैथी की जांच रिपोर्ट मिली जिसमें 29 वर्षीय गैंदी बाई के गर्भवती (एक्स्ट्रा यू ट्राईज प्रेगनेन्सी ) होने की पुष्टि की गई है, कैंसर के आरंभिक लक्षण के आधार पर बच्चादानी का ऑपरेशन करने के बाद अंदर मिले मांस के टुकड़े को अस्पताल प्रबंधन ने जांच के लिए भेजा था, जांच में पाया गया कि प्रबंधन ने बगैर एक्सपर्ट ओपिनियन के ही ऑपरेशन कर दिया, एक नही दो बार पेट में चीरा लगाने की भी पुष्टि हुई है,ऑपरेशन से पहले ना तो गाइनिको लोजिस्ट से ना ही प्रेगनेसी यूरिन टेस्ट कराया गया था।

  • ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक की वैधता पर भी जांच

बताया जाता है की उक्त ऑपरेशन करने वाला सिविल सर्जन महासमुंद मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है,जांच टीम उक्त चिकित्सक द्वारा फ्री लॉस कार्य करने हेतु बनाए नियमों का पालन किया गया है या नही,ऑपरेशन अवधि में कार्य स्थल किस जगह बताया गया,इन तमाम बिंदुओं पर जांच करेगी।

  • मृतक के परिजनों को 50 लाख रूपये मुआवजा राशि दिया जाये – संजय नेताम

मैनपुर कुल्हाडीघाट की आदिवासी महिला गैंदी बाई की मौत की खबर लगने पर जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओ ने 21 मई को कुल्हाडीघाट पहुचकर उनके परिजनों से मुलाकात किया था और उन्हे हर संभव मदद् का भरोसा दिया था, कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधि मंडल के सामने परिजनों ने बयान में बताया था कि अस्पताल प्रबंधन गलत इलाज के कारण गैदी बाई की मौत हुई है। कांग्रेस नेताओं से मुलाकात के बाद परिजनो ने 22 मई को गरियाबंद पहुचकर गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल एंव पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले सहित जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ गार्गी यदु को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच की मांग किया था, जिसके बाद जिला प्रशासन इस मामले को संज्ञान में लिया और एक बड़ी कार्यवाही करते हुए निजी अस्पताल लक्ष्मीनारायण को सील कर दिया गया है। जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम , ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव बाद कांग्रेस महामंत्री गेंदु यादव ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के सरपंच धनमति सोरी, पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी, टीकम कपील, कांग्रेस जिला पूर्व महामंत्री गुलाम मेमन, महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका कपिल इस सबंध में कहा कि आदिवासी महिला के पेट में दर्द की शिकायत लेकर पहुची गैंदी बाई की अस्पताल प्रबंधन के गलत ईलाज के कारण मौत हुआ है ।अस्पताल प्रबंधन एवं संबधित डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही किया जाये। वही मृतक के परिजनों को अस्पताल प्रबंधन द्वारा 50 लाख रूपये का मुआवजा राशि भी दिलाई जाये। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने कांग्रेस द्वारा आंदोलन किया जायेगा।