एसडीजेएम के तबादले में अड़े वकीलों के आंदोलन से कोर्ट का कामकाज ठप
कोर्ट के दोनों प्रवेश मार्ग को ठप कर न्यायिक अधिकारियों को अदालत जाने से रोका
राउरकेला। वकीलों के आंदोलन के बीच 27 जून को कथित तौर नियम कायदे को दर किनार राउरकेला कोर्ट के एसडीजेएम द्वारा चर्चित क्रिकेट सट्टा प्रकरण में अपने निवास पर सुनवाई तथा पासपोर्ट करने के मामले में खफा बार एसोसिएशन की ओर से बेमियादी कोर्ट बहिष्कार आंदोलन तेज हो गया और गुरुवार को चौथे दिन भी वकीलों ने कोर्ट का कामकाज ठप कराया गया, जिससे तमाम कोर्ट मे्ं काम से गये लोगों को निराश होकर लौटना पड़। राउरकेला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश बल व महासचिव अक्षय कुमार साहू ने बताया कि पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना की मांग को लेकर 12 साल से हर महीने के अंतिम तीन कार्य दिवस पर कार्यबंद आंदोलन किया जा रहा है। यह आंदोलन पश्चिम ओडिशावासियों व वकीलों की भावनाओं से जुड़ा है।
कोर्ट बंदी के दौरान एसडीजेएम ने अपने आवास पर सट्टा कारोबारी नागरमल अग्रवाल जिनके पास 31 लाख रुपये व अन्य सामग्री जब्त होने के मामले में बगैर वकील हलफनामा के सुनवाई की और पुलिस से आधे घंटे के अंदर दस्तावेज मंगाकर तीन लाख रुपये के सिक्यूरिटी बांड लेकर उनका पासपोर्ट रिलीज करा दिया। इससे पश्चिम ओडिशा वासियों की भावना को ठेस पहुंची है। हाईकोर्ट एवं न्यायिक उच्चाधिकारियों से एसडीजेम के खिलाफ की मांग के अभी तक मांग पूरी नहीं हुई, उन्होंने एसडीजेएम का तबादला एवं वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। गुरुवार को आंदोलन में अरिदम दत्ता, प्रदीप जेना, संजय दीप, माधवी झा, रवि मिश्र, अरुण कुमार दास, बासुदेव टेकरीवाल, गिरजा शंकर द्विवेदी, दिलीप दास, संतोषद दास, स्वागतिका महंती, राम बाबू, झासकन मुर्मू, हरि दोरा, हेमंत, प्रदीप कुमार, शकुंतला नायक, माधव नायक आदि लोग शामिल था।वकीलों ने गुरुवार को कोर्ट में प्रवेश के दोनों मार्गों को जाम कर कोर्ट में किसी भी न्यायिक अधिकारी को प्रवेश नहीं करने दिया।