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November 23, 2024

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प्रशासनिक सफरनामा:जिला मुंगेली, मनीष शर्मा 21.01.2020

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कलेक्टर ने किया नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ…

मुंगेली/कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज शासकीय जिला अस्पताल रामगढ़ मुंगेली के प्रांगण में स्थित टी.बी. अस्पताल के समीप समाज कल्याण विभाग एवं अशासकीय समाज सेवी संस्था हेल्प अस सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में स्थापित नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होने मां सरस्वती एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

तत्पश्चात कलेक्टर डाॅ. भुरे ने नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण कर केंद्र के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उन्होने नशा मुक्ति के संबंध में अपने विचार आगंतुक डायरी में नोट किये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री सीडी टंडन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नुपूर राशि पन्ना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेश खैरवार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री उत्कर्ष तिवारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. भुआर्य, निश्चेतना विशेषज्ञ श्रीमती डाॅ. रश्मि भुरे सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

शुभारंभ अवसर पर समाज कल्याण विभाग के उप संचालक शारदा जायसवाल ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र एक आवासीय केंद्र है। वर्तमान युग में शराब, जर्दा, गुटखा, तम्बाकू, सिगरेट, गांजा, भांग इत्यादि नशा की लत के कारण लोगों को व्यक्तिगत पारिवारिक एवं सामाजिक हित की हानि हो रही है। साथ ही यह अपराध, आत्महत्या, हिंसा एवं दुर्घटना के लिए एक बड़ा जिम्मेदार कारक है, जो एक सभ्य समाज बनने की दिशा में एक बाधक तत्व है।

ऐसे तत्व से छुटकारा दिलाने के लिए कलेक्टर डाॅ. भुरे के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना की गई है। उन्होने बताया कि नशे के आदि व्यक्तियों को नशा मुक्ति केंद्र में प्रवेश दिलाकर परामर्श एवं ईलाज के माध्यम से उन्हे नशा मुक्त बनाया जायेगा। ताकि नशे की लत लग चुके लोगों को नशा का लत छुड़ाकर उन्हें परिवार एवं समाज में पुनः स्थापित कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। उन्होने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में परामर्श, दवाई, ईलाज, आवास एवं भोजन आदि निःशुल्क प्रदाय किया जायेगा। उन्होने आम लोगों से अपील की है कि यदि उनके परिवार, पड़ोस, रिश्तेदारी या समाज में कोई व्यक्ति नशा का आदि है तो उन्हें इस केंद्र में प्रवेशित कराकर, उनके जीवन को बेहतर बनाने में उनकी सहायता करें।

त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन:पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी क्रमांक 1 के तृतीय चरण का प्रशिक्षण कार्यक्रम

उप जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. आराध्या कमार ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन के तहत जनपद पंचायत क्षेत्र मुंगेली के अंतर्गत नियुक्त पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी क्रमांक 1 के तृतीय चरण का प्रशिक्षण कल 22 जनवरी को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करही में दो पालियों में दिया जायेगा।

जिसमें प्रथम पाली में दल क्रमांक 1 से 160 तक प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक एवं द्वितीय पाली में दल क्रमांक 161 से 320 तक दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स मोहन उपाध्याय एवं जयमंगल सिंह ध्रुव ने बताया कि मतदान के संबंध में पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारियों की परीक्षा ली जायेगी। उन्होने बताया कि मतदान अधिकारी क्रमांक 4 का प्रशिक्षण 23 जनवरी को प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित की जायेगी।
इसी क्रम में आज 21 जनवरी को जनपद पंचायत क्षेत्र मुंगेली के अंतर्गत संशोधित पीठासीन अधिकारियों एवं समस्त मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला करही मुंगेली में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर विक्रम सिंह ठाकुर एवं आरकेडी वैष्णव ने बताया कि मतदान दलों को रवानगी से पूर्व निर्वाचन लड़ रहे अभ्यर्थियों के नाम एवं चुनाव चिन्ह का मिलान दिये गये मतपत्रों से अवश्य करेंगे। साथ ही निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति की मिलान पूरे मतदाताओं महिला, पुरूष एवं तृतीय लिंग की बारिकी से करेंगे। मतदान करने की पात्रता उसी मतदाता की है जिसका नाम निर्वाचक नामावली में दर्ज है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान हेतु 18 बिंदु के प्रपत्र जारी किये गये है जिसमें भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदाय किया गया मतदाता पहचान पत्र, बैंक/डाकघर फोटोयुक्त पासबुक, पासपोर्ट, आयकर पहचान पत्र, आधार कार्ड, राज्य/केन्द्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम या स्थानीय निकाय अथवा अन्य निजी औद्योगिक संस्थानों द्वारा उनके कर्मचारियों को जारी किए जाने वाले फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, मनरेगा जाॅब कार्ड, फोटोयुक्त स्वास्थ्य बीमा योजना (स्मार्ट कार्ड), ड्रायविंग लायसेंस, स्वतंत्रता सेनानी फोटोयुक्त पहचान पत्र, केन्द्रीय अथवा छ.ग. राज्य माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी दसवीं एवं बारहवीं की फोटोयुक्त अंकसूची, बार कौंशिल द्वारा अधिवक्ताओं को जारी फोटोयुक्त परिचय पत्र, फोटोयुक्त निःशक्तता प्रमाण पत्र, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी वैध फोटोयुक्त राशनकार्ड, महाविद्यालय अथवा विद्यालय द्वारा जारी फोटोयुक्त छात्र पहचान पत्र, फोटोयुक्त शस्त्र लायसेंस, छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार साॅफ्टवेयर एसईसी-ईआर द्वारा आॅनलाईन जनरेटेड मतदाता पहचान पर्ची शामिल है। इनमें से कोई भी एक प्रमाण पत्र दिखाकर मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। इस अवसर पर जनपद पंचायत मुंगेली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.एस. नायक, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स डाॅ. आईपी यादव भी उपस्थित थे।

किसान माह जनवरी में करें कद्दूवर्गी सब्जियों की उन्नत खेती,वैज्ञानिक बता रहे है किसानों आधुनिक खेती का तरीका

किसान भाई इस समय अगर नई फसल लगाने के बारे में सोच रहे है। लेकिन इस बात को लेकर असमंजस में है कि वे किस तरह की खेती या किस फसल की बुवाई कर सकते है। ऐसे समय में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को माह जनवरी में कद्दूवर्गी खेती के तरीकों की जानकारी दे रहे है। कृषि विज्ञान केन्द्र के हाॅर्टिकल्चर वैज्ञानिक सुश्री प्रमिला जोगी ने बताया कि किसान जनवरी माह में कद्दूवर्गी सब्जियों की बुवाई कर सकते है। कद्दूवर्गी सब्जियों की बुवाई साल में दो बार की जाती है। इसमें जनवरी-मार्च और जून-जुलाई का समय उपयुक्त होता है। कद्दूवर्गी सब्जियों की बिजाई पाॅलीहाउस में भी दिसम्बर-जनवरी में की जा सकती है। इस वर्ग की सब्जियों की मांग भी साल भर बाजार में रहती है। कद्दूवर्गी सब्जियों में बीज की मात्रा-किसान चार से पांच किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बीज ले सकते है। कद्दूवर्गी सब्जियों की किस्में-कद्दू- पूसा विश्वास, पूसा विकास, पूसा हाइब्रिड-1 चप्पन कद्दू- आस्टेलियन ग्रीन, पैटी पेन, अर्ली येलो, पूसा अलंकार और प्रोलिफिक, पेठा- पूसा उज्जवल लौकी- पूसा नवीन, पूसा संदेश, पूसा संतुष्टि, पूसा समृद्धि, पीएसपीएल और पूसा हाइब्रिड-3, मृदा वैज्ञानिक सत्येन्द्र पाटले बताते है कि कद्दूवर्गी सब्जियों में उर्वरक और खाद इस तरह की बेल वाली सब्जियों में खेत की तैयारी के समय 15 से 20 टन प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद, 80 किलोग्राम फाॅस्फोरस और 50 किलोग्राम पोटाश की जरूरत पड़ती है। कद्दूवर्गी सब्जियों में बीज बुवाई-इन सब्जियों के लिए खेत में लगभग 45 सेंमीमीटर चैड़ी और 30 से 40 सेंमीमीटर गहरी नालियां बना लें। इसके बाद एक नाली से दूसरी नाली की दूरी फसल की बेल की बढ़वार के मुताबिक यानी लगभग 1.5 मीटर से 5.0 मीटर तक रखें। बुवाई से पहले नालियों में पानी लगा दें, जब नाली में नमी की मात्रा बीज बुवाई के लिए उपयुक्त हो जाए तो बुवाई की जगह भुरभुरी मिट्टी में लगभग 0.50 से 1.0 मीटर की दूरी पर बीज बुवाई कर दें। कद्दूवर्गी सब्जियों में सिंचाई प्रबंधन-फसल में जरूरत पड़ने पर समय-समय पर पानी का प्रबंध किसानों को करते रहना चाहिए। सिंचाई के साथ ही निराई-गुडाई भी करते रहना चाहिए। कीट वैज्ञानिक, डा़ॅ प्रेम शंकर तिवारी, ने कद्दू के प्रमुख किट एवं नियंत्रण के उपाय बताए इसमें कद्दू की लाल भृगं, फल मक्खी, इपीलेन्का बीटल, चैपा मुख्य है। इनका नियंत्रण निम्न तरीके से कर सकते है-फसल की कटाई उपरान्त खेत की गहरी जुताई करें। समय पर फसल की बुवाई करें। कीट प्रतिरोधी किस्मों की बुवाई करें। कद्दू वर्गीय सब्जियों के खेत को खरपतवार व फसल अवशेषो से मुक्त रखें। खेतो में नीम के बीजों के पाउडर या नीबौली के पाउडर का छिड़काव करते रहना चाहिए। अंकुरण के तुरंत बाद भूमि में 3 से 4 सेमीमीटर की गहराई पर पौधे की जड़ो के पास 7 किलोग्राम कार्बोफ्यूरोन 3 जी प्रति हेक्टेयर डालें व सिंचाई कर दें या 375 ग्राम कार्बरिल 50 डब्ल्यूपी को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर जड़ो पर छिडकाव करे। फल मक्खी से ग्रसित फलों को एकत्रित कर नष्ट कर देना चाहिए। फल मक्खी की निगरानी के लिए फलों के बागो में मिथाइल यूजिनोल टेप और खीरा वर्गीय सब्जियों में ल्यूर टेप लगाना चाहिए।

कलेक्टर ने दिये स्वरोजगार योजनाओं का लक्ष्य समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश,जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न

कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में बैंकर्स की जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर डाॅ. भुरे ने बैंकों के कामकाज और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लक्ष्य और उपलब्धि की बैंकवार विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होने कहा कि यह जिला कृषि प्रधान जिला है। यहां के लोग कृषि पर निर्भर है। यहां के लोगों के समृद्धि में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होने स्वरोजगार योजना के लक्ष्य को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होने रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने के भी निर्देश दिये। बैठक में वार्षिक साख योजना की उपलब्धियां, राष्ट्रीय मापदण्डों की समीक्षा, खण्डवार वार्षिक साख योजना में उपलब्धि, शासकीय योजना अंतर्गत ऋण वितरण, किसान क्रेडिट कार्ड, शिक्षा ऋण के संबंध में जानकारी दी गई। इसके पूर्व लीड बैंक मैनेजर पीसी मिश्रा द्वारा विगत बैठक में दिये गये निर्देशों का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नुपूर राशि पन्ना, रिजर्व बैंक आफ इंडिया के लीड बैंक आफिसर नवीन तिवारी और नाबार्ड के जिला विकास प्रवर्धक अशोक कुमार सहित बैंकर्स मौजूद थे।

कलेक्टर ने किया संभाव्यता युक्त ऋण योजना पुस्तिका का विमोचन

कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के संभाव्यता युक्त ऋण योजना पुस्तिका का विमोचन किया और उन्होने इस पुस्तिका को ग्रामीण समृद्धि की जानकारी के लिए उपयुक्त बताया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नुपूर राशि पन्ना, लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर पीसी मिश्रा, रिजर्व बैंक आफ इंडिया के लीड बैंक आफिसर नवीन तिवारी और नाबार्ड के जिला विकास प्रवर्धक अशोक कुमार मौजूद थे।

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