हाथियों का दल सिंहार में ग्रामीण के झोपडी को तोड़ने के बाद देहारगुडा के जंगल के तरफ बढ़ रहा है, फिर बढ़ी वन विभाग की चिंता
1 min read- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी देर शाम तक प्रभावित ग्रामो में ग्रामीणों को हाथियों से सर्तक रहने की कर रहे हैं अपील
मैनपुर – लगभग एक माह के बाद हाथियों का दल एक बार फिर मैनपुर क्षेत्र के जंगल में अपना दबिश दिया है, और हाथियों का दल दो भागो में बट गया है। हाथियों का एक दल सिकासार जलाशय के डुबान क्षेत्र कुलाप जलप्रपात टोरीभुई के आसपास पिछले चार पांच दिनों से डेरा डाले हुए है, तो दुसरा दल जिसमें 10-12 हाथियों की संख्या में हाथियों का दल है। यह दल कल सिंहार ग्राम में ग्रामीण की झोपडी को तोडफोड करने के बाद दिनभर छिन्दौला, पैरीनदी में डेरा डाले रहा और रविवार रात लगभग 02 बजे के आसपास लेडीबाहर के जंगल में पहुंचा है।
वन विभाग की टीम लगातार हाथियों पर नजर बनाये हुए उनसे मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का दल आज सोमवार को तहसील मुख्यालय मैनपुर के नजदीक देहारगुडा के जंगल में शाम 07 बजे पहुंच चुका है। शाम 07 बजे के आसपास देहारगुडा से एक किलोमीटर दुरी में हाथियों के दल मंडरा रहा है और यह दल आबादी क्षेत्र गौरघाट नेशनल हाईवे की तरफ आने की संभावना को देखते हुए वन विभाग एंव हाथी मित्रदल के सदस्य लगातार गोपालपुर, छुईहा, साल्हेभाठ, कोदोभाठ, गौरघाट, देहारगुडा, लारीपारा, गिरहोला, रामपारा, सिंहार हाथी प्रभावित ग्रामो में गज वाहन में पहुंचकर बकायदा लाउड स्पीकर के माध्यम से ग्रामीणाें को सूचना दिया जा रहा है कि ग्रामीण रात में अपने घर से न निकले साथ ही जंगल की तरफ न जावें हाथियों का दल देहारगुडा के जंगल के नजदीक मंडरा रहा है।
ग्रामीणों की सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग एंव हाथी मित्रदल द्वारा लगातार लोगो को सचेत किया जा रहा है, ज्ञात हो कि एक माह पूर्व भी जब इन्ही हाथियों का दल इस क्षेत्र के जंगल में पहुंचे थे, तो देहारगुडा से गौरघाट होते हुए 130 सी नेशनल हाईवे गौरघाट सड़क के उपर लगभग आधा घंटा तक मुख्य मार्ग को पार करने के दौरान डेरा डाल दिया था, जिसके कारण एफसीआई गोदाम के पास दोनों तरफ नेशनल हाईवे में वाहनों की काफिला लग गई थी ।
क्या कहते है वन विभाग के अफसर
वन विभाग मैनपुर के एसडीओं राजेन्द्र सोरी ने चर्चा में बताया कि हाथियों का दल लेडीबाहर के जंगल से चलकर देहारगुडा के जंगल के तरफ बढ़ रहा है। आबादी क्षेत्र में हाथियों के आने से ग्रामीणाें को लगातार वन विभाग द्वारा रात के समय घर से बाहर सुरक्षा की दृष्टि से अकेले नही निकले की अपील किया जा रहा है। श्री सोरी ने बताया कि हाथियों के दल जिस मार्ग से पहले चलते ही दुसरी बार भी उसका उपयोग करते हैं। इसलिए यह देहारगुडा, गौरघाट के साथ ही जिडार के तरफ भी जाने की संभावना बनी हुई है।