कांग्रेस सरकार के दो वर्ष होने पर कांग्रेसियों ने विशेष पिछडी कमार जनजाति ग्राम में जनसम्मान समारोह कर ग्रामीणाें को कंबल, साल, गर्म कपडा, श्रीफल व मिठाई वितरण किये
- भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ चहुमुखी विकास कर रहा है – मनोज मिश्रा
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी मैनपुर द्वारा आज गुरूवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के सफलतापूर्वक दो वर्ष पूर्ण होने पर विशेष पिछडी कमार जनजाति बाहूल्य ग्राम सिंहार में जनसम्मान समारोह का आयेाजन कर ग्रामीणों को साल, श्रीफल, गर्म कपडे, कंबल मिठाई का वितरण कर कांग्रेसियों ने खुशिया मनाई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी मैनपुर के अध्यक्ष मनोज मिश्रा, विशेष अतिथि आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष खेदूं नेगी, सरपंच संघ के अध्यक्ष बलदेव राज ठाकुर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जन्मजय नेताम, जनपद सदस्य डाकेश्वर नेगी, ब्लाॅक कांग्रेस सचिव रामकृष्ण ध्रुव, तनवीर राजपुत, जिडार के पूर्व उपसरपंच रोहन मरकाम विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ गांव के देवी देवताओं की विधिवत पुजा अर्चना कर किया गया। इस दौरान बडी संख्या में ग्रामीणाें को ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी मैनपुर द्वारा साल, श्रीफल, गर्म कपडे कंबल, मिठाई का वितरण किया गया और आयोजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस की सरकार दो वर्षो में प्रदेश के गरीब किसान मजदूर सहित आमजनोें के आर्थिक उत्थान के लिए कार्य किया है।
कांग्रेस के लोकप्रिय सरकार ने इन दो वर्षो में राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, नरवा, गरवा, घुरूवा और बाडी, किसानों का कर्ज माफ, बिजली बिल हाॅप, वन अधिकार पट्टा, तेन्दुपत्ता संग्रहक, सामाजिक सुरक्षा येाजना, मुख्यमंत्री हाज बाजार क्लीनिक योजना, गढ कलेवा योजना, व आमजनता को अनेक योजनाओं का लाभ दिया है। जिला आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष खेदू नेगी ने कहा कि सरकार की जनहित फैसलों से प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
आदिवासी नेता जन्मजय नेताम ने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा सिंचाई के क्षेत्र में सरकार ने क्रांतिकारी कदम उठाए है। सरपंच संघ के अध्यक्ष बलदेव राज ठाकुर ने कहा कि हर योजना का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने का कार्य कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार ने किया है, इस दौरान प्रमुख रूप से गंगाराम नेताम, पनकुराम सोरी, रायसिंह सोरी, रामधर नागेश, जन्मजय नागेश, कुशल कमार, निन्द्रावती बाई, अमरू राम, अमर सिंह, धनमोतिन बाई, बिसनाथ, सीताराम, जमीला बाई, धनसिंह रामलाल, धनसाय, कीर्तिन, अंनसुईया बाई, करनो राम, भद्रो राम , हरिसिंह, दयालुराम, रामबाई, चिमन सिंह नागेश, भिखराब , भंवर सिंह, मधुराम, वासुदेव, जवाहर, टिकम, अमर सिंह, कला बाई, रूपसिंह सहित बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे ।