मुख्यमंत्री बघेल की पहल के बाद लाख से लखपति बनेंगे किसान, 4 किसानों को प्रदेश में पहली बार लघुवनोपज के लिये दिया गया केसीसी लोन
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- देवभोग का लाख प्रदेश में उच्च क्वालिटी का, इसकी मांग कनाडा तक, दवा कंपनियां इसकी मुरीद, आभूषणों व फलों की कोटिंग में होता है उपयोग
गरियाबंद। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल के बाद अब गरियाबंद जिले मैनपुर देवभोग क्षेत्र के काड़सर के किसान लाख से लखपति बनने की ओर अग्रसर हैं। कृषि ऋण की भांति लाख उत्पादन के लिए केसीसी ( किसान क्रेडिट कॉर्ड ) लोन लघु वनोपज आधारित विकास योजना के तहत सीएम भूपेश बघेल के ऐलान के बाद देवभोग के कांडसर के 4 किसानों को दिया गया है, योजना के तहत जिन किसानों के पास जितने अधिक पेड़ होंगे, उन्हें उतना अधिक ऋण मिलेगा, प्रदेश में अपनी तरह की यह अभिनव पहल है।
देवभोग के लाख की मांग गुजरात के अलावा कनाड़ा तक है तथा दवा कंपनियां यहां के लाख की मुरीद हैं, दरअसल पिछले साल भर से वन विभाग यहां के किसानों को लाख उत्पादन के लिए प्रशिक्षित कर रहा था। किसानों के लिए सीएम भूपेश बघेल ने मार्च में एक बड़ी घोषणा का ऐलान किया था । लघु वनोपज आधारित विकास योजना के तहत धान की फसल की तरह लाख उत्पादन के लिए भी केसीसी लोन उपलब्ध कराने का ऐलान किया था। इस घोषणा के बाद दो दिन पहले काडसर में एक सभा का आयोजन कर प्रदेश में लाख उत्पादन के लिए पहले लोन का वितरण 4 किसानों को किया गया।
- कांडसर के 4 किसानों को दिया गया ऋण
जिला यूनियन लघु वनोपज संघ के उप संचालक अतुल श्रीवास्तव व लाख उतपादक के प्रमुख प्रशिक्षक डॉ.एके जायसवाल की मौजूदगी में कृषि विभाग एवं जिला सहकारी समिति डूमाघाट प्रबंधन ने केसीसी देने की प्रक्रिया पूरी की। पेड़ों के संख्या के आधार पर किसान मधुसिंह को 12700, भीखराम को 50,000 भीखराम को 25000 एवं राजमणि को 15000 रुपए अल्पकालीन ऋण का भुगतान सोमवार को गोहरापदर जिला सहकारी बैंक से किया गया।
वन मंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया
70 किसानों को जल्द देंगे लोन- वनमंडलाधिकारी
गरियाबंद वनमंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि डिवीजन के देवभोग परिक्षेत्र में लाख उत्पादन की असिम संभावनाएं हैं, लाख उत्पादन के लिए सरकार द्वारा केसीसी लोन देने की योजना से उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। दरअसल गरियाबंद जिले के देवभोग क्षेत्र का लाख उच्च कोटि का है। प्रदेश में मिलने वाले लाख के मुकाबले यहां के लाख की गुणवत्ता कहीं ज्यादा बेहतर है। डीएफओ ने बताया कि सरकार की महती योजना के तहत प्रदेश भर में लाख उत्पादन के लिए पहला लोन हमारे यंहा के किसानों को मिल रहा है।